लखवार परियोजना के निर्माण के लिए छह राज्‍यों के साथ सहमति

केन्‍द्र सरकार ने उत्‍तराखंड में बहुउद्देशीय लखवार परियोजना के निर्माण के लिए ऊपरी यमुना घाटी के छह राज्‍यों के साथ सहमति पत्र पर हस्‍ताक्षर किये हैं. केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने इन राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों के साथ इस परियोजना के लिए सहमति पत्र पर हस्‍ताक्षर किये. इस परियोजना पर लगभग 4,000 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है. कुल खर्च का 90 फीसदी केंद्र और बाकी राज्य सरकारें वहन करेंगी.

लखवार परियोजना में शामिल राज्य: उत्‍राखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्‍तर प्रदेश, राजस्‍थान, हरियाणा और दिल्‍ली.

क्या है लखवार परियोजना? लखवार परियोजना, उत्‍तराखंड में यमुना नदी पर 204 मीटर ऊंचे कंकरीट के बांध निर्माण की परियोजना है.

लखवार परियोजना के लाभ: इस परियोजना से लगभग 800 क्‍यूबिक मीटर पानी इन छह राज्‍यों को घरेलू तथा औद्योगिक इस्‍तेमाल के लिए उपलब्‍ध कराया जायेगा. योजना से 300 मेगावाट बिजली, 33,780 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई और 330 मिलियन क्यूबिक लीटर जल का संग्रहण हो पाएगा. जिसमें 78 मिलियन क्यूबिक लीटर पानी पीने और घरेलू कार्यों में खर्च होगा. यहां से छोड़े जाने वाले पानी का छह राज्यों में बंटवारा होगा. राज्यों में पेयजल की समस्या दूर होगी.

इसरो जारी किया गगनयान मिशन का खाका

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 2022 तक मानवयुक्त अंतरिक्षयान को प्रक्षेपित करने का खाका तैयार कर लिया है. इसके अनुसार जीएसएलवी मार्क-3 प्रक्षेपण यान के जरिए तीन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा. अंतरिक्ष यान को 300 से 400 किलोमीटर की निम्न भू-कक्षा में स्थापित किया जाएगा और अपनी कक्षा तक पहुंचने में यान को महज 16 मिनट लगेंगे. यान 5-7 दिनों तक अपनी कक्षा में रहेगा और इस दौरान अंतरिक्ष यात्री माइक्रोग्रैविटी से जुड़े प्रयोग करेंगे.

उल्लेखनीय है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम ‘गगनयान’ की घोषणा की थी. गगनयान मिशन की कुल लागत 10 हजार करोड़ रुपये से भी कम होगी जो अन्य देशों के मानवयुक्त अंतरिक्ष कार्यक्रमों के मुकाबले बेहद कम है. गगनयान मिशन की सफलता से भारत मानव को अंतरिक्ष में पहुंचाने वाला चौथा देश बन जाएगा. अब तक केवल अमेरिका, रूस और चीन ने ही मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान मिशनों को प्रक्षेपित करने में सफलता पाई है.

फ्रांस के पर्यावरण मंत्री निकोलस हुलोट ने दिया इस्तीफा

फ्रांस के लोकप्रिय पर्यावरण मंत्री निकोलस हुलोट ने 28 अगस्त को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. कैबिनेट के सबसे सम्मानित सदस्यों में शामिल निकोलस ने अपने इस्तीफे का ऐलान फ्रांस इंटर रेडियो स्टेशन से किया. पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर मुहिम चलाने के लिए मशहूर रहे निकोलस को मैक्रों ने पिछले साल सरकार में शामिल किया था, लेकिन नीतिगत मुद्दों पर कैबिनेट सहकर्मियों से बार-बार उनके मतभेद हो रहे थे.


हनोई में तीसरे हिन्‍द महासागर सम्‍मेलन का आयोजन

तीसरे हिन्‍द महासागर सम्‍मेलन का आयोजन 27-28 अगस्त को वियतनाम के हनोई में किया गया. विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने इस सम्‍मेलन का उद्घाटन किया. उन्होंने हिंद महासागर के आर्थिक महत्व पर बल देते हुए कहा है कि इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखना भारत की विदेश नीति की महत्वपूर्ण प्राथमिकता है.

दो देशों की चार दिन की यात्रा के पहले चरण में श्रीमती स्वराज इस समय वियतनाम में हैं. इस यात्रा का उद्देश्य आसियान क्षेत्र के प्रमुख देशों वियतनाम और कंबोडिया के साथ भारत के सामरिक सहयोग को मजबूत बनाना है.


रोहिंग्या मामले की संयुक्त राष्ट्र की जांच रिपोर्ट जारी

संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार में रोहिंग्या मामले की अपनी जांच रिपोर्ट को 28 अगस्त को सार्वजनिक किया. इस रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों ने कहा है कि म्यांमार की सेना ने जातिसंहार की नीयत से रोहिंग्याओं की हत्याएं और उनके साथ दुष्कर्म किया. इन जघन्य अपराधों के लिए म्यांमार के कमांडर इन चीफ और पांचों जनरलों के खिलाफ मुकदमा चलाये जाने की बात कही गयी है.


अप्रैल से जून तिमाही में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 23 प्रतिशत की वृद्धि

देश में चालू वित्त वर्ष (2018-19) की अप्रैल से जून तिमाही में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 23 प्रतिशत बढ़कर 12 अरब 80 करोड़ डालर तक पहुंच गया. औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग द्वारा जारी आंकडों के अनुसार पिछले वर्ष अप्रैल से जून तिमाही में 10 अरब 40 करोड़ डालर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ था. इस तिमाही में सिंगापुर से सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त हुआ. इसके माध्यम से कुल 6 अरब 52 करोड़ डालर निवेश हुये.


जरूरतमंद बच्चों के लिए रेलवे स्टेशनों पर आश्रय गृह बनाने की पहल

रेलवे ने अपने परिसर में पाए जाने वाले और तत्काल देखभाल एवं संरक्षण की जरूरत वाले बच्चों के लिए आश्रय गृह बनाने की पहल की है. इसके तहत वह कुछ स्टेशनों पर आश्रय गृह बनाएगा, जहां इन बच्चों के कुछ समय तक ठहरने की व्यवस्था होगी. एक प्रायोगिक परियोजना के तौर पर ऐसे आश्रय गृह एवं हेल्प डेस्क दिल्ली, गुवाहाटी, दानापुर, समस्तीपुर और अहमदाबाद रेलवे स्टेशनों पर या उनसे सटे स्थानों पर स्थापित किए जाएंगे. बोर्ड ने बताया कि 2,000 वर्ग फुट में बने इन आश्रय गृहों में करीब 25 बच्चे रह सकेंगे और इनमें पोषण, मनो-सामाजिक तथा चिकित्सा संबंधी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इनका इस्तेमाल किशोर न्याय अधिनियम और पॉक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम के मुताबिक बच्चों को उनके परिवार से मिलाने के तरीके के तौर पर किया जाएगा.

आंकड़ों के मुताबिक अपना घर छोड़ने वाले या मानव तस्करी के शिकार करीब 35,000 बच्चों को पिछले चार साल में रेलवे स्टेशनों से मुक्त कराया गया है.


एमके स्टालिन बने डीएमके अध्यक्ष

द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन अब इस पार्टी के पूर्णकालिक अध्यक्ष बन गए हैं. उनके पिता एम करुणानिधि के निधन के बाद उनको पार्टी का अध्यक्ष चुना गया है. करुणानिधि के बाद स्टालिन दूसरे व्यक्ति हैं, जो डीएमके के अध्यक्ष बने हैं. उनको आम सहमति से पार्टी का अध्यक्ष चुना गया. दुरई मुरूगन को पार्टी का कोषाध्यक्ष चुना गया.

देश-दुनिया: एक दृष्टि

सामयिक घटनाचक्र डेलीडोज

डोनाल्ड ट्रंप और एंजेला मर्केल के बीच सीरिया संकट पर बातचीत: जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फोन पर हुई बातचीत में सीरिया संकट विशेषकर इदलिब क्षेत्र के आसपास की मानवीय स्थिति पर चिंता जाहिर की. दोनों नेताओं ने इदलिब प्रांत में मानवीय संकट को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया.

दूसरा ग्रामीण स्टार्ट-अप सम्मेलन हैदराबाद में: दूसरा ग्रामीण स्टार्ट-अप (रूरल इनोवेटर्स स्टार्ट अप कॉन्कलेव- आरआईएससी) सम्मेलन 30 अगस्त से हैदराबाद में शुरू हो रहा है जिसमें 23 राज्यों के 300 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे. इसका आयोजन राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) कर रहा है.

‘चंद्रयान-2’ का प्रक्षेपण जनवरी में: चंद्रमा पर भारत का दूसरा मिशन ‘चंद्रयान-2’ का प्रक्षेपण के लिए 03 जनवरी से 16 फरवरी 2019 के बीच किया जायेगा. मिशन की खास बात यह होगी कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के करीब (72 डिग्री दक्षिण) लैंडर उतारने वाला भारत पहला देश होगा. इस हिस्से पर ज्यादा तेज सूरज की रौशनी नहीं पड़ती. इससे वहाँ पानी और खनिजों की ज्यादा मौजूदगी की संभावना है. साथ ही वहाँ दिन ज्यादा समय के लिए रहता है जिससे प्रयोग करने में आसानी होगी.

युक्त राष्ट्र जांच से म्यांमार के खिलाफ सबूत मिले: अमरीका ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र की रोहिंग्या मामले की जांच के परिणाम से म्यांमार के खिलाफ सबूत मिले हैं. अमरीका हालांकि इस बात का निर्णय करेगा कि रोहिंग्याओं की हत्याएं और मानवता के खिलाफ अपराध उपलब्ध तथ्यों के प्रासांगिक विश्लेषण की समीक्षा करने के बाद किया गया अथवा नहीं.

विदेश मंत्री वियतनाम और कम्‍बोडिया की यात्रा पर: विदेशमंत्री सुषमा स्‍वराज ने वियतनाम के विदेशमंत्री फाम बिन मिंच से बातचीत की और दोनों देशों के बीच व्‍यापार तथा निवेश में मजबूती लाने पर चर्चा की. श्रीमती स्‍वराज ने वियतनाम के विदेशमंत्री के साथ संयुक्‍त आयोग की 16वीं बैठक की अध्‍यक्षता की. वियतनाम के बाद विदेश मंत्री कंबोडिया की राजधानी नोमपेन्ह पहुंच गई हैं.

अमरीकी प्रतिबंधों के बाद ईरान में आर्थिक संकट: ईरान पर अमरीकी आर्थिक प्रतिबंधों के बाद उपजे हालातों तथा इस संकट से देश को बाहर निकालने के प्रयासों संबंधी सवालों का जवाब देने के लिए राष्ट्रपति हसन रोहानी ने संसद में आकर अपनी बात रखी. अमरीकी प्रतिबंधों के बाद देश के बिगड़ते आर्थिक हालातों तथा कठिनाईयों को देखते हुए उनकी कैबिनेट में फेरबदल की बात भी कही जा रही है.

यमन के हूती विद्रोहियों पर सऊदी अरब का हमला: यमन की राजधानी सना में हूती विद्रोहियों के ठिकानों अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और अल देल्मी में हवाई हमले किये जा रहे हैं. ये हमले सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन ने किये हैं.