एबेल पुरस्कार (Abel Prize)

वर्ष 2019 का एबेल पुरस्कार कनाडा के गणितज्ञ करेन उहलेनबेक (Karen Uhlenbeck) को देने की घोषणा 19 मार्च को की गयी. करेन यह पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला बन हैं. 76 वर्षीय उहलेनबेक को “विश्लेषण, ज्यामिति और गणितीय भौतिकी” के क्षेत्र में उनके प्रोजेक्ट के लिए सम्मानित किया गया है. करेन को यह पुरस्कार ओस्लो में आयोजित वितरण समारोह में नॉर्वे के राजा हेराल्ड वी द्वारा प्रदान किया जाएगा.

एबेल पुरस्कार (Abel Prize): एक दृष्टि

  • एबेल पुरस्कार प्रत्येक वर्ष गणित के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों के लिए नॉर्वे के राजा द्वारा प्रदान किया जाता है. यह गणित का नोबेल पुरस्कार से भी जाना जाता है.
  • यह पुरस्कार नार्वेजियन अकादमी ऑफ साइंस एंड लेटर्स (Norwegian Academy of Science and Letters) द्वारा ओस्लो में प्रदान किया जाता है.
  • इस पुरस्कार की स्थापना के लिए नील्स हेनरिक एबेल मेमोरियल फंड की स्थापना 1 जनवरी, 2002 को नॉर्वे में की गई थी.
  • इस पुरस्कार के तहत 60 लाख नार्वेजियन क्रोनर (6 Million Norwegian Kroner) अर्थात 7 लाख 76 हजार अमेरिकी डॉलर के समतुल्य पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है.

प्रथम एबेल पुरस्कार
पहला एबेल पुरस्कार वर्ष 2003 में फ्रांस के गणितज्ञ जीन-पियर सेर को दिया गया था.

एबेल पुरस्कार से सम्मानित भारतीय
श्रीनिवास एसआर वर्धन एक मात्र भारतीय गणितज्ञ हैं जिन्हें वर्ष 2007 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.