28वें व्यास सम्मान हेतु लीलाधर जगूड़ी का चयन

हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार लीलाधर जगूड़ी को वर्ष 2018 का व्यास सम्मान दिया जायेगा. यह 28वां व्यास सम्मान है. लीलाधर जगूड़ी का चयन डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय चयन समिति ने किया है.

‘जितने लोग उतने प्रेम’ के लिए व्यास सम्मान

लीलाधर जगूड़ी को यह सम्मान उनके कविता संग्रह ‘जितने लोग उतने प्रेम’ के लिए दिया गया है. यह कविता संग्रह वर्ष 2013 में प्रकाशित हुआ था.

लीलाधर जगूड़ी की प्रमुख कृतियाँ

कविता संग्रह: शंखमुखी शिखरों पर, नाटक जारी है, इस यात्रा में, रात अब भी मौजूद है, बची हुई पृथ्वी, घबराए हुए शब्द, भय भी शक्ति देता है, अनुभव के आकाश में चाँद, महाकाव्य के बिना, ईश्वर की अध्यक्षता में, खबर का मुँह विज्ञापन से ढँका है
नाटक: पाँच बेटे
गद्य: मेरे साक्षात्कार

अन्य मुख्य सम्मान

लीलाधर जगूड़ी को अब तक कई सम्मान मिल चुके हैं. उन्हें वर्ष 2004 में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा ‘अनुभव के आकाश में चांद’ के लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिल चुका है.

व्यास सम्मान: एक दृष्टि

  • व्यास सम्मान भारतीय साहित्य में किये गये योगदान हेतु दिया जाने वाला ज्ञानपीठ पुरस्कार के बाद दूसरा सबसे बड़ा साहित्य सम्मान है.
  • यह सम्मान प्रत्येक साल भारतीय भाषाओं के लेखक और कवि को दिया जाता है.
  • इस सम्मान के रूप में साढ़े तीन लाख रुपए की राशि दी जाती है.
  • इस पुरस्कार को साल 1991 में केके बिड़ला फाउंडेशन ने शुरू किया था.
  • पहला व्यास सम्मान साल 1991 में रामविलास शर्मा की कृति ‘भारत के प्राचीन भाषा परिवार और हिन्दी’ के लिए दिया गया था.
  • साल 2017 का व्यास सम्मान हिंदी की प्रसिद्ध लेखिका ममता कालिया को उनके उपन्यास ‘दुक्खम – सुक्खम’ के लिए दिया गया था.