अमेरिका ने अन्तर्राष्ट्रीय हथियार व्यापार संधि से अलग होने की घोषणा की
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अंतरराष्ट्रीय हथियार व्यापार संधि (Arms Trade Treaty- ATT) से अलग होने की घोषणा की है. श्री ट्रम्प ने यह घोषणा 26 अप्रैल को राष्ट्रीय राइफल्स महासंघ (NRA) की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए की. इस संधि पर अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हस्ताक्षर किए थे लेकिन यह अमेरिकी सीनेट से पारित नहीं हो पाया था.
हथियार व्यापार संधि क्या है?
शस्त्र व्यापार सन्धि (Arms Trade Treaty) एक बहुपक्षीय समझौता है जो परम्परागत हथियारों के अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का नियमन करता है. इस संघि को संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2013 में स्वीकृति दी थी. इस सन्धि पर 130 देशों ने हस्ताक्षर किये हैं. यह संधि 24 दिसम्बर 2014 से यह लागू हो गयी है.
ATT से अमेरिका के अलग होने के कारण
अमेरिका का मानना है कि यह संधि सही नहीं है, क्योंकि यह उसके सहयोगियों और साझेदारों को हथियार बेचने की क्षमता में बाधा डालती है. अमेरिका इस संधि के 2020 में होने वाले संशोधन को लेकर भी चिंतित है. अमेरिका के पास पहले से ही पारंपरिक हथियारों के हस्तांतरण को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण अधिकार हैं.
उल्लेखनीय है कि 2017 में श्री ट्रम्प के कार्यकाल संभालने के बाद अमेरिका कई अन्तर्राष्ट्रीय संधि से वापस हट चुका है जिनमें ईरान न्यूक्लियर डील और पेरिस जलवायु संधि शामिल हैं.