इलेक्ट्रिक वाहनों की अलग पहचान के लिए दिशा-निर्देश

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने इलेक्ट्रिक वाहनों की अलग पहचान बनाने के लिए देश के सभी राज्यों को दिशा-निर्देश जारी किये हैं. नीति आयोग ने केंद्र सरकार के लिए इसी तरह का प्रस्ताव तैयार किया है.

इन दिशा-निर्देशों के मुख्य बिन्दु इस प्रकार हैं:

इलेक्ट्रिक वाहनों के तौर पर रजिस्टर होने वाले वाहनों की रजिस्ट्रेशन प्लेट हरे बैकग्राउंड वाली होनी चाहिए, जिसमें नंबर व्हाइट कलर में लिखे जाएंगे.

प्राइवेट कमर्शियल वाहनों की रजिस्ट्रेशन प्लेट का बैकग्राउंड हरे कलर का रखने को कहा गया है, जबकि नंबर पीले कलर में दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं.

नये दिशा-निर्देश के उद्देश्य

सरकार कमर्शियल वाहनों में चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीदारी को पार्किंग और टोल में डिस्काउंट देना चाहती है. इसी डिस्काउंट को देने के लिए सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों की अलग से पहचान करना चाहती है.

भारत में मौजूद हैं 5 तरह की नंबर प्लेट

भारतीय सड़कों पर मौजूद वाहनों के पास फिल-हाल चार तरह की नंबर प्लेट है. इसमें निजी वाहनों के लिए व्हाइट बैकग्राउंड के साथ ब्लैक नंबर और लेटर, कमर्शियल वाहनों के लिए पीले बैकग्राउंड के साथ ब्लैक लेटर, सेल्फ ड्राइवेन रेंटल व्हीकल के लिए ब्लैक बैकग्राउंड के साथ व्हाइट लेटर, हाई कमीशन के वाहनों के लिए ब्लू बैकग्राउंड के साथ व्हाइट लेटर दिया जाता है.

रक्षा मंत्रालय की तरफ से मिलिट्री वाहनों के रजिस्ट्रेशन के लिए अलग तरह के नंबर जारी किए जाते हैं. इसके साथ ही राष्ट्रपति और गवर्नर के वाहनों के लिए रेड बैकग्राउंड रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट के साथ राष्ट्रीय प्रतीक का चिह्न भी लगाया जाता है.