प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आर्थिक विकास और रोजगार के लिए दो समितियों का गठन किया गया
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने 5 जून को अपनी अध्यक्षता में दो कैबिनेट समितियों का गठन किया. एक पांच सदस्यीय समिति आर्थिक मोर्चे का अध्ययन करेगी और दूसरी 10 सदस्यीय समिति रोजगार और कौशल विकास का अध्ययन कर रिपोर्ट पेश करेगी. पढ़ें पूरा आलेख…»
सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति का पुनर्गठन किया गया
सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति का 5 जून को पुनर्गठन किया गया. देश की आंतरिक एवं बाहरी सुरक्षा के लिए इस समिति का गठन प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में की गयी थी. इसमें प्रधानमंत्री के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और डॉ एस जयशंकर, अमित शाह और निर्मला सीतारमण सदस्य हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल भी अपना सहयोग इस समिति को देंगे.
भारतीय नौसेना ने महासागर में कर्मियों का स्थानांतरण करने की नई क्षमता हासिल की
भारतीय नौसेना ने महासागर की गहराई में सैन्य कर्मियों का स्थानांतरण करने के परीक्षण किया है. इससे पनडुब्बी संबंधित आपातकाल से निपटने में सहायता मिलेगी. यह परीक्षण 2 जून को पूर्वी तट पर पूरा किया. इस परीक्षण में भारतीय नौसेना ने डीप सबमरीन सेस्क्यू व्हीकल (DSRV) का परीक्षण किया और पानी के अंदर ही सैन्य कर्मियों को पनडुब्बी से स्थानांतरित कर दिया. इस दौरान संकटग्रस्त जहाज INS सिंधुराज से सैन्य कर्मियों का DSRV में स्थानांतरण किया गया और उन्हें सुरक्षित जमीन पर लाया गया.
चीन ने समुद्र से पहली बार अपने उपग्रहों का प्रक्षेपण किया
चीन ने 5 जून को पहली बार बीच समुद्र से एक रॉकेट के जरिए दो प्रौद्योगिकी प्रायोगिक उपग्रह और पांच वाणिज्यिक उपग्रहों को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया. यह प्रक्षेपण लॉंग मार्च 11 रॉकेट के माध्यम से, शांडोंग प्रांत के तट से लगे पीला सागर में किया गया. यह समुद्र में स्थित किसी प्लेटफॉर्म से चीन का प्रथम अंतरिक्ष अभियान है.
इसके साथ ही चीन इस उपलब्धि को हासिल करने वाला विश्व का तीसरा देश बन गया है. इससे पहले रूस और अमेरिका भी समुद्र में तैरते हुए प्लेटफार्म से पृथ्वी के कक्षा में उपग्रह लांच कर चुके हैं.
नाइजीरिया के मुहम्मद बंदे संयुक्त राष्ट्र महासभा के नए अध्यक्ष निर्वाचित हुए
संयुक्त राष्ट्र में नाइजीरिया के दूत तिजानी मुहम्मद बंदे 193 सदस्यीय महासभा के अगले अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं. मुहम्मद बंदे, मारिया फर्नांडा एसपिनोसा की जगह लेंगे. सितम्बर से शुरू हो रही महासभा के 74वें सत्र के अध्यक्ष के तौर पर मुहम्मद बंदे का चुनाव हुआ है.
चुने जाने के बाद मुहम्मद ने सुरक्षा परिषद की सुधार प्रक्रिया का समर्थन किया है और इसे ज्यादा लोकतांत्रिक तथा प्रभावी बनाए जाने की बात कही है. भारत ने मुहम्मद बंदे की उम्मीदवारी का समर्थन करते हुए उन्हें अपना विशिष्ट मित्र बताया था.
सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य है. इसमें पांच स्थायी और दस अल्पकालिक सदस्य हैं. भारत के साथ ब्राजील, जर्मनी और जापान लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सुधार का आह्वान कर रहे हैं. इन देशों का कहना है कि स्थायी सदस्य के तौर पर संयुक्त राष्ट्र की इस महत्वपूर्ण संस्था में आने के वे हकदार हैं.
प्रमिला जयपाल अमेरिकी सदन की अध्यक्षता करने वाली पहली दक्षिण-एशियाई महिला बनीं
कांग्रेस की भारतीय-अमेरिकी सदस्य प्रमिला जयपाल प्रतिनिधिसभा की अध्यक्षता करने वाली पहली दक्षिण-एशियाई अमेरिकी महिला बन गई. हैं. जयपाल ने 4 जून को प्रतिनिधिसभा के अस्थाई अध्यक्ष के तौर पर सदन की अध्यक्षता की.
जियानी इन्फेंटिनो को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष चुने गए
जियानी इन्फेंटिनो को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (FIFA) के अध्यक्ष चुने गए हैं. 5 जून को पेरिस में आयोजित FIFA की 69वीं कांग्रेस में 211 सदस्य संघों ने उन्हें निर्विरोध FIFA अध्यक्ष चुना. 49 वर्षीय इन्फेंटिनो 2019-2023 के कार्यकाल के लिए अध्यक्ष पद के एकमात्र उम्मीदवार थे. उन्होंने फरवरी 2016 में सैप ब्लेटर की जगह FIFA अध्यक्ष का पद संभाला था.
ODF घोषित किए गए गांवों में भूजल, मिट्टी और भोजन की गुणवत्ता बेहतर हुई
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर 5 जून को एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में खुले में शौच की समस्या से मुक्त (Open Defecation Free- ODF) गांवों में भूजल, मिट्टी और भोजन की गुणवत्ता का अध्ययन किया गया है. रिपोर्ट में बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के अध्ययन के आधार पर ODF गांवों में भूजल, मिट्टी और भोजन की गुणवत्ता, गैर ODF गांवों की तुलना में बेहतर पाई गई है. उल्लेखनीय है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश के 93.55 प्रतिशत गांवों (5,61,940) को ODF घोषित किया जा चुका है.
ODF पर यूनीसेफ रिपोर्ट: एक दृष्टि
- अध्ययन में शामिल तीनों राज्यों के ODF गांवों की तुलना में गैर ODF गांवों का भूजल 12.7 गुना अधिक दूषित पाया गया है.
- इन गांवों में मिट्टी की गुणवत्ता ODF गांव की तुलना में 1.1 गुना और भोजन की गुणवत्ता 2.16 गुना दूषित पायी गयी है.
- ODF गांवों की तुलना में गैर ODF गांवों में पाइपलाइन से मुहैया कराए जा रहे पेयजल की गुणवत्ता भी 2.4 गुना अधिक दूषित पाई गई.