भारत ने संयुक्त राष्ट्र फलस्तीन शरणार्थी एजेंसी को 50 लाख डॉलर का योगदान दिया
भारत ने संयुक्त राष्ट्र फलस्तीन शरणार्थी एजेंसी को 6 अगस्त को 50 लाख डॉलर का योगदान दिया. फलस्तीन में भारत के प्रतिनिधि सुनील कुमार ने यरुशलम में फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (UNRWA) को यह राशि सौंपा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फलस्तीन की यात्रा के बाद से भारत ने UNRWA को दी जाने वाली आर्थिक मदद फरवरी 2018 में 12.50 हजार डॉलर से चार गुणा बढ़ाकर 50 लाख डॉलर कर दी है. भारत ने योगदान नहीं देने वालों से भी फलस्तीनी शरणार्थियों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए UNRWA को योगदान देने पर विचार करने की अपील की है.
चालू वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक 5 अगस्त से 7 अगस्त तक मुंबई में हुई. यह चालू वित्त वर्ष (2019-20) की तीसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक थी.
RBI ने नेशनल इलेक्ट्रोनिक फंड्स ट्रांसफर (NEFT) की सुविधा चौबीसों घंटे जारी करने की घोषणा की है. यह सुविधा दिसम्बर 2019 से शुरू हो जायेगी.
रेपो रेट में 35 बेसिस पॉइंट की कटौती
RBI ने इस समीक्षा बैठक में रेपो रेट में 35 बेसिस पॉइंट की कटौती की है. इस कटौती के बाद अब रेपो रेट 5.75% से घटकर 5.40% हो गया है. RBI की इस समीक्षा बैठक में सभी 6 सदस्यों ने रेपो रेट में कटौती का पक्ष लिया. RBI ने लगातार चौथी बार रीपो रेट में कटौती की है. रेपो रेट वह रेट होता है, जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है.
रिवर्स रेपो और बैंक दर में भी कमी
इस बैठक में RBI ने रिवर्स रेपो रेट को 5.50 से घटाकर 5.15% कर दिया है. यह वह रेट है जिस पर बैंकों को RBI में जमा किए गए धन पर ब्याज मिलता है. इस बैठक में RBI ने बैंक रेट को 6 से घटा कर 5.65 प्रतिशत किया है.
रेपो रेट कम होने से कैसे लोगों को होता है फायदा?
रेपो रेट के कम होने से बैंकों को RBI से कम व्याज पर कर्ज मिलता है. इस सस्ती लागत का लाभ कर्ज लेने वाले ग्राहकों को मिलता है. इससे बैंकों को घर, दुकान, पर्सनल और कार के लिये लोन कम दरों पर देने का मौका मिलता है. ग्राहकों के चल रहे लोन पर EMI का भी कम होता है.
जीडीपी वृद्धि का पूर्वानुमान
रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिये GDP वृद्धि का पूर्वानुमान 7 प्रतिशत से घटाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया है.
मुद्रास्फीति का अनुमान
रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितम्बर) के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 3.1% अनुमानित की है.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI): एक दृष्टि
- भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) भारत का केन्द्रीय बैंक है. यह भारत के सभी बैंकों का संचालक है.
- RBI की स्थापना 1 अप्रैल 1935 को RBI ऐक्ट 1934 के अनुसार हुई. प्रारम्भ में इसका केन्द्रीय कार्यालय कोलकाता में था जो सन 1937 में मुम्बई आ गया.
- पहले यह एक निजी बैंक था किन्तु सन 1949 से यह भारत सरकार का उपक्रम बन गया है.
वर्तमान दरें: एक दृष्टि
नीति रिपो दर | 5.40% |
प्रत्यावर्तनीय रिपो दर | 5.15% |
सीमांत स्थायी सुविधा दर | 5.65% |
बैंक दर | 5.65% |
CRR | 4% |
SLR | 18.75% |
भारत ने वेस्टइंडीज से T-20 क्रिकेट मैच की सीरीज 3-0 से जीती
भारत ने वेस्टइंडीज से तीन मैचों की T-20 क्रिकेट मैच की सीरीज 3-0 से जीत ली है. 6 अगस्त को गयाना में खेले गए तीसरे और अंतिम T-20 मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को 7 विकेट से हराकर सीरीज 3-0 से जीत ली.
इस सीरीज के दूसरे मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को डकवर्थ लुईस नियम के तहत 22 रन से हराया था, जबकि पहले मैच में 3 4 विकेट से जीत दर्ज की थी.
इस सीरीज के पहले दो मैच अमेरिका में आयोजित किए गए थे, जबकि तीसरा और अंतिम मैच वेस्टइंडीज (प्रोविडेंस स्टेडियम) में खेला गया था.
वैज्ञानिकों ने शुद्ध सोने का दुनिया का सबसे पतला रूप तैयार किया
इंग्लैंंड की यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स के वैज्ञानिकों ने शुद्ध सोने का दुनिया का सबसे पतला रूप (पर्त) तैयार किया है. सोने यह रूप केवल दो परमाणु से मिलकर बना है. सोने की इस पर्त की मोटाई 0.47 नैनोमीटर है. यह मानव नाखून से 10 लाख गुना पतला है. इसका प्रयोग चिकित्सीय उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री में बड़े पैमाने पर किया जा सकता है. इसे 2-D सोना भी कहा जा रहा है.
नोबेल पुरस्कार विजेता लेखिका टोनी मॉरिसन का निधन
नोबेल पुरस्कार विजेता लेखिका टोनी मॉरिसन का 6 अगस्त को निधन हो गया. वह 88 वर्ष की थीं. मॉरिसन का पहला उपन्यास “द ब्लूएस्ट आई” था. वह वर्ष 1993 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार पाने वाली पहली अश्वेत महिला बन गईं. “बिलव्ड” और “सांग आफ सोलोमन” उनके द्वार लिखी गयी मुख्य उपन्यास हैं. “बिलव्ड” के लिए उन्हें वर्ष 1988 में पुलित्जर पुरस्कार भी मिला.
7 अगस्त: राष्ट्रीय हथकरघा दिवस
प्रत्येक वर्ष 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस (National Handloom Day) मनाया जाता है. 7 अगस्त 2019 को 5वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस है. इस दिवस का उद्देश्य हथकरघा उद्योग के महत्व एवं आमतौर पर देश के सामाजिक आर्थिक योगदान में इसके महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना और हथकरघा को बढ़ावा देना, बुनकरों की आय को बढ़ाना और उनके गौरव में वृद्धि करना है.
5वें राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के मुख्य कार्यक्रम का आयोजन ओडिशा के भुवनेश्वर में किया गया. भुवनेश्वर को वहां की हथकरघा की समृद्धि संस्कृति के कारण मुख्य कार्यक्रम स्थल के रूप में चुना गया था.
हथकरघा दिवस मनाने के लिए 7 अगस्त का दिन भारतीय इतिहास में विशेष महत्व का होने के कारण चुना गया है. इसी दिन 1905 में स्वदेशी आंदोलन शुरू हुआ था. इसी दिन कोलकाता के टाउनहॉल में एक महा जनसभा में स्वदेशी आंदोलन की औपचारिक रूप से शुरुआत की गई थी. भारत सरकार ने इसी की याद में हर वर्ष 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रूप में घोषित किया था. पहला राष्ट्रीय हथकरघा दिवस 2015 में मनाया गया था.