सरकार ने आर्थिक वृद्धि दर को गति देने के लिये कई घोषणाएं की
सरकार ने आर्थिक वृद्धि दर को गति देने के लिये 20 सितम्बर को कई घोषणाएं की. इन घोषणाओं के तहत वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने निगमित कर (कॉरपोरेट टैक्स) दरों को घटाने का प्रस्ताव किया है.
वित्तमंत्री की घोषणाओं के मुख्य बिंदु
- अब घरेलू कंपनियों को 22 फीसदी कॉर्पोरेट टैक्स देना होगा. सरचार्ज के साथ टैक्स की प्रभावी दर 25.17 फीसदी होगी. पहले यह दर 35 प्रतिशत थी. नयी दर इस वित्त वर्ष के 1 अप्रैल से प्रभावी होगी. दर कम करने तथा अन्य घोषणाओं से राजस्व में सालाना 1.45 लाख करोड़ रुपये की कमी का अनुमान है.
- वित्त वर्ष 2019-20 से आयकर अधिनियम में नये प्रावधान जोड़े गए हैं. जिनके तहत छूट या प्रोत्साहन का लाभ न लेने वाली स्वदेशी कम्पनियां 22 प्रतिशत की दर से आयकर (इनकम टैक्स) देने का विकल्प अपना सकती है.
- इस वर्ष 1 अक्तूबर या उसके बाद बनने वाली उन नई स्वदेशी कम्पनियों को केवल 15 प्रतिशत की दर से आयकर देना होगा जो विनिर्माण में नया निवेश करेंगी.
कर्मचारी भविष्य निधि में जमा राशि पर 8.65 प्रतिशत के ब्याज दर को मंजूरी
सरकार ने वर्ष 2018-19 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) में जमा राशि पर 8.65 प्रतिशत के ब्याज दर को मंजूरी दी है. अभी तक इसपर 8.55 प्रतिशत की ब्याज मिल रहा था.
ग्रेटर नोएडा में देश के पहले केंद्रीय पुलिस विश्वविद्यालय की स्थापना को सैद्धांतिक मंजूरी दी गयी
केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में देश के पहले केंद्रीय पुलिस विश्वविद्यालय (Central Police University) की स्थापना की सैद्धांतिक मंजूरी दी है.
केंद्रीय पुलिस विश्वविद्यालय देश के पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण, कौशल, अनुसंधान और नीति निर्धारण में सुधार करने में मदद करेगा.
संयुक्त राष्ट्र रिपोर्ट: दूसरे देशों में रहने वालों भारतीयों की आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा
वैश्विक प्रवासी आबादी पर संयुक्त राष्ट्र ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट ‘द इंटरनेशनल माइग्रेंट स्टॉक 2019’ जारी की है. इस रिपोर्ट के अनुसार 2019 में दूसरे देशों में रहने वालों भारतीयों की आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में जन्मे 1.75 करोड़ लोग अलग-अलग देशों में रहते हैं.
रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में प्रवासियों की संख्या करीब 27.2 करोड़ पर पहुंच गई है. कुल प्रवासियों की संख्या दुनिया की आज की आबादी का 3.5% है, जबकि 2000 में यह 2.8 % थी. संयुक्त राष्ट्र के इस रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के आधे प्रवासी सिर्फ 10 देशों में रहते हैं.
इस रिपोर्ट के अनुसार 1.18 करोड़ प्रवासी आबादी के साथ मैक्सिको दूसरे और 1.07 करोड़ प्रवासी आबादी के साथ चीन तीसरे स्थान पर है.
बीजिंग में 2022 में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक के शुभंकर को सार्वजनिक किया गया
मुस्कुराता पांडा और लाल रंग की लालटेन की शक्ल वाला बच्चा बीजिंग में 2022 में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक का शुभंकर होगा. बीजिंग में एक समारोह में इन दोनों शुभंकर को सार्वजनिक किया गया.
पांडा का नाम ‘बिंग ड्वेन ड्वेन’ है और वह शीतकालीन ओलंपिक का शुभंकर है. उसके चेहरे पर रंगीन वृत हैं जो कि स्केटिंग ट्रैक और 5G टेक्नोलोजी के प्रतीक है. चीनी भाषा में बिंग का मतलब बर्फ होता है जबकि ड्वेन-ड्वेन का मतलब ईमानदारी, जीवंतता और स्वास्थ्य है.
पैरालंपिक का शुभंकर पारंपरिक लाल लालटेन पर आधारित है जिसका नाम ‘शुए रोन रोन’ है.
18 सितम्बर: विश्व बांस दिवस
प्रत्येक वर्ष 18 सितम्बर को विश्व बांस दिवस (World Bamboo Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस का उद्देश्य बांस उद्योग के संरक्षण और संवर्धन के लिए जागरूकता बढ़ाना है. 18 सितम्बर को विश्व बांस दिवस के रूप में मनाने का निर्णय 2009 में बैंकाक में हुए वर्ल्ड बम्बू कांग्रेस (World Bamboo Congress) में लिया गया था.
दुमका में राष्ट्रीय बांस मेला
विश्व बांस दिवस के मौके पर झारखंड की उप-राजधानी दुमका में 18 और 19 सितंबर को राष्ट्रीय बांस कारीगर मेला का आयोजन किया गया. इसका आयोजन लघु एवं कुटीर उद्योग विकास बोर्ड एवं उद्योग विभाग द्वारा किया गया. इस मेले का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने किया. मेले में बांगलादेश, भूटान, नेपाल, नार्वे, अफगानिस्तान एवं यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया.
सरकार की योजना बांस के उत्पादों का निर्यात करना
भारत में अगरबत्ती स्टिक, आइसक्रीम स्पून, कुल्फी स्टिक्स आयात किए जाते हैं. वहीं भारत में केवल दीपावली में दो करोड़ का बंबू गिफ्ट पैकेट का आयात किया जाता है. यह चीन व वियतनाम से आता है. सरकार की योजना है कि बांस के बने उत्पादों का आयात नहीं हो, बल्कि भारत से इसका निर्यात किया जाय.