बहुराष्ट्रीय युद्धाभ्यास ‘TSENTR 2019’ रूस के ऑरेनबर्ग में आयोजित किया जायेगा
बहुराष्ट्रीय युद्धाभ्यास ‘TSENTR 2019’ का आयोजन 9 से 23 सितम्बर तक रूस के ऑरेनबर्ग स्थित डोंगुज प्रशिक्षण रेंज में किया जायेगा. इस आयोजन की जिम्मेदारी रूस के केंद्रीय सैन्य आयोग को सौंपी गई है.
‘TSENTR 2019’ अभ्यास में मेजबान रूस के अलावा चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और पाकिस्तान के सैन्य प्रतियोगी हिस्सा लेंगे.
‘TSENTR’ के इस संस्करण में दो मॉड्यूल शामिल होंगे. पहले मॉड्यूल में काउंटर-टेरर ऑपरेशन, एयरस्ट्राइक, टोही ऑपरेशन और डिफेंसिव उपाय शामिल होंगे. जबकि दूसरा आक्रामक सैन्य कार्रवाईयों पर केंद्रित होगा.
‘TSENTR 2019’ के उद्देश्य
‘TSENTR 2019’ का उद्देश्य भाग लेने वाली सेनाओं के बीच आपसी तालमेल पैदा करना है. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ भी साझा सैन्य अभ्यास किया जाएगा. जिससे मध्य एशियाई देशों के बीच आपसी समन्वय बेहतर हो सके.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इंडोनेशिया की यात्रा की
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 4 से 6 सितम्बर तक इंडोनेशिया की यात्रा पर थे. इस यात्रा के दुरन उन्होंने इंडोनेशिया की विदेश मंत्री रेत्नो मार्सुदी के साथ दि्वपक्षीय संबंधों तथा क्षेत्रीय, वैश्विक, आर्थिक, राजनीतिक और सुरक्षा मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. भारत और इंडोनेशिया ने आतंकवाद से निपटने के दोहरे मानदंडों की एक स्वर से निंदा की है.
जि़म्बाब्वे के पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे का निधन
जि़म्बाब्वे के पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे का 6 सितम्बर को निधन हो गया. वे 95 वर्ष के थे. रॉबर्ट मुगाबे तीन दशक तक जि़म्बाब्वे के राष्ट्रपति रहे थे. मुगाबे को सैन्य तख्तापलट के बाद नवंबर, 2017 में सत्ता से बाहर होना पड़ा था. वे देश के पूर्व-स्वतंत्रता नेता थे और उन्हें जिम्बाब्वे का संस्थापक पिता भी माना जाता है.
2023 तक चेचक और खसरा को खत्म करने के लक्ष्य पर एक साथ काम करने का फैसला
दक्षिण-पूर्व एशिया की WHO क्षेत्रीय समिति के 72वें सत्र का सम्मेलन 5 सितम्बर को नई दिल्ली में आयोजित किया गया. WHO की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने इस सम्मेलन का प्रतिनिधित्व किया.
इस सम्मेलन में दक्षिणी-पूर्वी एशियाई देशों ने वर्ष 2023 तक चेचक (Measles) और खसरा (Rubella) को खत्म करने के लक्ष्य लेकर एक साथ काम करने का फैसला लिया है. चेचक के खत्म होने से इन देशों में प्रतिवर्ष पांच लाख लोगों की जान बचेगी. वहीं खसरा के अंत से लगभग 55 हजार मामलों में राहत मिलेगी.
चेचक खासतौर पर गरीबों के लिए खतरनाक माना जाता है, क्योंकि यह कुपोषित और कम प्रतिरोधकता वाले बच्चों पर हमला करता है. इससे पीड़ित को गंभीर जटिलताएं जैसे दृष्टिहीनता, एंसेफलाइटिस, तीव्र डायरिया, कान में संक्रमण और निमोनिया आदि हो सकती हैं.
साल 2014 से 2017 के बीच चेचक से होने वाली मौतों में करीब 23 फीसदी की कमी आई है. इसके लिए टीकाकरण को अहम माना जा रहा है. इस क्षेत्र में जनवरी 2017 से मीजल्स-रूबेला (MR) टीके करीब 366 मिलियन बच्चों तक पहुंच चुके हैं.
स्वच्छ प्रतिष्ठित स्थानों की रैंकिंग में माता वैष्णो देवी को सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ स्थल का पुरस्कार दिया गया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 6 सितम्बर को स्वच्छ भारत मिशन में असाधारण योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किये. उन्होंने जम्मू कश्मीर के वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) को सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ आइकोनिक स्थान का पुरस्कार दिया गया. रेल मंत्रालय को स्वच्छ महोत्सव पुरस्कार प्रदान किया गया.
भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय ने ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत देश के स्वच्छ प्रतिष्ठित स्थानों की रैंकिंग 3 सितम्बर को जारी की थी. इस रैंकिंग में जम्मू कश्मीर के माता वैष्णो देवी को देश का ‘सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ स्थल’ घोषित किया गया था.
भारत-श्रीलंका वार्षिक समुद्री अभ्यास ‘स्लीनैक्स 2019’ शुरू हुआ
भारत-श्रीलंका वार्षिक समुद्री नौसेना अभ्यास ‘स्लीनैक्स (SLINEX) 2019’ 7 सितम्बर को विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) में शुरू हुआ. एक सप्ताह तक चलने वाले इस अभ्यास में नौसेना बेड़े के कमांडिंग फ्लैग आफिसर सहित श्रीलंका की नौसेना के 323 कर्मचारी शामिल ले रहे है.