पहला कैरीकॉम-भारत शिखर सम्‍मेलन न्यूयॉर्क में आयोजित किया गया

न्यूयॉर्क में भारत-कैरिकॉम नेताओं की पहली बैठक 25 सितम्बर को हुई. इस बैठक में 15 कैरिकॉम देशों के नेताओं ने हिस्सा लिया. बैठक का आयोजन भारत की पहल पर हुआ था. सेंट लूसिया के प्रधानमंत्री ने इस बैठक की अध्यक्षता की थी.

प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मेलन में कैरेबियाई समुदाय के नेताओं से मुलाकता की. उन्होंने कैरिकॉम देशों को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन और आपदाओं से निपटने के लिए प्रस्तावित ढांचे में शामिल होने का न्यौता भी दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि बैठक का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों से निपटने के लिए सहयोग को बढ़ाना था.

कैरिकॉम नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गई पहलों का स्वागत किया और इन प्रयासों को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया. दोनों पक्षों के बीच सहयोग के संभावित क्षेत्रों की पहचान के लिए एक संयुक्त कार्यबल गठित करने का भी निर्णय लिया गया.

प्रधानमंत्री ने कैरिकॉम में सामुदायिक विकास परियोजनाओं के लिए 14 मिलियन अमेरिकी डॉलर के अनुदान और सौर, नवीकरणीय ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन से संबंधित परियोजनाओं के लिए 150 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ऋण व्यवस्था की भी घोषणा की.

कैरीकॉम देश: एक दृष्टि

  • कैरीकॉम (कैरीबियन समुदाय) लगभग 1,77,000 वर्ग मील में फैले हैं और 15 देशों में इनकी जनसंख्या लगभग 1.8 करोड़ है.
  • एंटीगुआ एंड बारबुडा, बहामास, बारबडोस, बेलीज, डोमिनिक, ग्रेनाडा, गुयाना, हैती, जमैका, सैंट किट्स एंड नेविस, सैंट लूसिया, सैंट विंसेंट एंड द ग्रेनाडाइन्स, सूरीनाम, त्रिनिदाद और टोबैगो ने सम्मेलन में भाग लिया.
  • कैरीबियन समुदाय (कैरीकॉम) और भारत ने अपने दशकों पुराने संबंधों को दोबारा मजबूत करते हुए इसी महीने के.जे. श्रीनिवास को कैरीकॉम में अपना नया राजदूत नियुक्त किया.