प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र को संबोधित किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितम्बर को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 74वें सत्र को संबोधित किया. प्रधानमंत्री मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा में यह दूसरा संबोधन था. पिछली बार 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था. संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री मोदी ने हिंदी में ही अपनी बात रखी.

प्रधानमंत्री का उद्बोधन आतंकवाद, स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन, गरीबी उन्मूलन जैसे मुद्दों पर केंद्रित था.

प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के मुख्य बिंदु

आतंकवाद और शांति

  • आतंकवाद मानवता और दुनिया के लिए चुनौती हैं. इस मुद्दे पर बंटी हुई दुनिया उन सिद्धांतों को चोट पहुंचाती है, जिनके आधार पर यूएन का गठन हुआ है.
  • सवा सौ साल पहले स्वामी विवेकानंद ने विश्व धर्म संसद से दुनिया को एक संदेश दिया था. यह संदेश था, सद्भाव और शांति. भारत की ओर से आज भी दुनिया के लिए यही संदेश है.
  • पूरा विश्व इस साल महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है. सत्य और अहिंसा का उनका संदेश विश्व की शांति और प्रगति के लिए आज भी महत्वपूर्ण है.

जलवायु परिवर्तन

  • हमारा कार्बन उत्सर्जन और ग्लोबल वार्मिंग में सबसे कम योगदान रहा है, लेकिन पर्यावरण के लिए हमारे प्रयास बड़े हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने इंटरनैशनल सोलर अलायंस की स्थापना का भी जिक्र किया.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि आने वाले 5 सालों में हम जल संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ ही 15 करोड़ घरों को पानी की सप्लाई से जोड़ने वाले हैं.

स्वच्छता और स्वास्थ्य

  • भारत में स्वच्छता को लेकर चलाए जा रहे मिशन की बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमने 5 साल में 11 करोड़ शौचालय दिए हैं.
  • दुनिया ने टीबी से मुक्ति के लिए 2030 का समय रखा है, लेकिन हम 2025 तक भारत को इससे मुक्त करने के लिए काम कर रहे हैं.
  • भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम चला रहा है. 50 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये के इलाज की मदद दी जा रही है.

गरीबी उन्मूलन

  • उन्होंने जनधन अकाउंट, बैंकों में सीधी सब्सिडी का जिक्र किया.
  • हम अगले 5 सालों में दूरदराज के गांवों को जोड़ने के लिए सवा लाख किलोमीटर से ज्यादा सड़कें बनाने जा रहे हैं.
  • 2022 तक हम गरीबों के लिए दो करोड़ और घरों का निर्माण करने जा रहे हैं.