भारत-चीन छठी आर्थिक वार्ता नई दिल्‍ली में आयोजित की गयी

भारत-चीन छठी महत्वपूर्ण आर्थिक वार्ता 7 से 9 सितम्बर तक नई दिल्‍ली में आयोजित की गयी. वार्ता का उद्देश्‍य आर्थिक विकास के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग की संभावनाओं का पता लगाना था.

इस वार्ता बैठक में संयुक्‍त कार्य समूहों के बीच बुनियादी संरचना, ऊर्जा, उच्‍च तकनीकी संरक्षण के संसाधन, फार्मास्यूटिकल और समन्‍वय नीति पर चर्चा की गयी. भारत की ओर से नीति आयोग के उपाध्‍यक्ष राजीव कुमार और चीन की ओर से राष्‍ट्रीय विकास और सुधार आयोग के अध्‍यक्ष ने इस वार्ता का नेतृत्‍व किया.

इस वार्ता बैठक में भारत ने अपने यहां निवेश के लिए चीन की कम्‍पनियों को आमंत्रित किया है. वार्ता को सम्‍बोधित करते हुए नीति आयोग के उपाध्‍यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि भारत चाहता है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्‍यापार वर्तमान 95 अरब डॉलर से बढ़कर सौ अरब डॉलर पर पहुंच जाये.

वार्ता के बारे में नीति आयोग के उपाध्‍यक्ष ने कहा कि 66 अरब डॉलर के भारत के व्‍यापार घाटे और कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ी सेवाओं और औ‍षधि जैसे विभिन्‍न क्षेत्रों के लिए चीन के बाजार में पहुंच सुनिश्चित करने जैसे बिन्‍दुओं पर विस्‍तृत चर्चा हुई.