दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेवल कंपनियों में एक थॉमस कुक को बंद करने का फैसला

दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेवल कंपनियों में एक थॉमस कुक बंद हो गई है. 178 साल पुरानी ब्रिटिश टूर ऑपरेटर लंबे समय से फंड की कमी से जूझ रही थी और स्वयं को दिवालिया घोषित कर दिया था. थॉमस कुक के चीफ एक्जिक्यूटिव पीटर फैंकहॉजर ने ग्राहकों, सप्लायर्स, कर्मचारी और पार्टनर्स से माफी मांगी है.

वर्ष 1841 में स्थापना

थॉमस कुक विश्व की सबसे पुरानी ट्रेवल कम्पनियों में से एक थी. इसकी स्थापना वर्ष 1841 में लीसेस्टरशायर, इंग्लैंड में थॉमस कुक द्वारा की गई थी.

पहली बार कंपलीट हॉलिडे पैकेज का ऐलान

1955 में थॉमस कुक कंपलीट हॉलिडे पैकेज का ऐलान करने वाली पहली कंपनी थी. उसने लंदन से पैरिस के लिए ट्रिप का ऐलान किया. पहली बार किसी कंपनी ने कंपनी हॉलिडे ‘पैकेज’ की पेशकश की, जिसमें यात्रा के साथ-साथ रहने और खाने का भी इंतजाम था.

कंपनी का राष्ट्रीयकरण

द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद 1948 में ब्रिटेन में रेलवे का राष्ट्रीयकरण हुआ. इस दौरान थॉमस कुक भी बिकने के कगार पर थी तो सरकार ने इसका अधिग्रहण कर लिया था.

फिर निजी हाथों में पहुंची

1972 में सरकार ने थॉमस कुक को फिर से निजी हाथों बेच दिया. कंपनी को मिडलैंड बैंक, होटलियर ट्रंस्ट हाउस फोर्ट और ऑटोमोबाइल असोसिएशन ने खरीद लिया.