8 अक्टूबर 2019: भारतीय वायुसेना ने अपनी स्‍थापना की 87वीं वर्षगांठ मनाई

भारतीय वायुसेना 8 अक्टूबर को अपना स्थापना दिवस (Air Force Day) मनाती है. 8 अक्टूबर 2019 को इसने अपना 87वां स्थापना दिवस मनाया. इस मौके पर गाजियाबाद स्थित हिंडन वायु सेना केन्‍द्र पर भव्‍य परेड और फ्लाईपास का आयोजन किया गया. इस अवसर पर वायुसेना अध्‍यक्ष एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने संबोधित किया और वायुसेना के जांबाजों ने अद्भुत शक्ति और शौर्य का प्रदर्शन किया.


भारतीय वायुसेना: एक दृष्टि

  • 8 अक्टूबर 1932 को भारतीय वायुसेना अस्तित्व में आई थी.
  • आरम्भ में भारतीय वायुसेना का नाम रॉयल इंडियन एयर फोर्स था. 1950 में इसका नाम इंडियन एयर फोर्स (भारतीय वायु सेना) कर दिया गया.
  • आजादी से पहले वायु सेना पर थलसेना का नियंत्रण होता था. वायुसेना को थलसेना से अलग करने में महत्वपूर्ण भूमिका भारतीय वायुसेना के पहले चीफ एयर मार्शल सर थॉमस डब्ल्यू एल्महर्स्ट निभाई थी. वह 15 अगस्त 1947 से 22 फरवरी 1950 तक इस पद पर थे.
  • भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य “नभः स्पर्शं दीप्तम” है. यह वाक्य गीता के 11वें अध्याय से लिया गया है.
  • वायुसेना के वर्तमान अध्‍यक्ष एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया हैं.
  • भारतीय वायु सेना में पाँच कमानें हैं. पश्चिमी कमान, जिसका मुख्यालय दिल्ली में है, इलाहाबाद में केंद्रीय कमान, शिलांग में पूर्वी कमान, जोधपुर में दक्षिण-पश्चिमी कमान और तिरुवनंतपुरम में दक्षिणी कमान है.
  • भारतीय वायु सेना अमरीका, चीन और रूस के बाद दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है.
  • देशभर में वायु सेना के 60 केन्‍द्र हैं. भारतीय वायु सेना का हिंडन केन्‍द्र एशिया में सबसे बड़ा और विश्‍व का आठवां सबसे बड़ा केन्‍द्र है.
  • वायुसेना का नीले रंग का है जिसके पहले एक चौथाई भाग में राष्‍ट्रीय ध्वज बना हुआ है. मध्य भाग में राष्‍ट्रीय ध्वज के तीनों रंगों (केसरिया, श्वेत और हरा) से बना एक वृत्त है. यह ध्वज 1951 में अपनाया गया.