बेल्जियम की पैरालंपियन मरीकी वरवूर्ट ने इच्छा मृत्यु से अपने जीवन का अंत किया

बेल्जियम की पैरालंपियन मरीकी वरवूर्ट ने 22 अक्टूबर को 40 साल की उम्र में इच्छा मृत्यु के जरिए अपने जीवन का अंत कर लिया. बेल्जियम में इच्छामृत्यु वैध है. मरीकी ने 2016 रियो खेलों के बाद इच्छामृत्यु घोषणा की थी.

मरीकी मांसपेशियों की बीमारी से पीड़ित थीं, जिससे उन्हें लगातार दर्द होता था, उनके पैरों में लकवा हो गया था. मरीकी को 14 साल की उम्र में इस बीमारी का पता चला था जिसके बाद उन्होंने खेल को अपना जीवन बनाया और व्हीलचेर पर बास्केटबॉल, तैराकी और ट्रायथलन में हिस्सा लिया.

उन्होंने 2012 लंदन खेलों में 100 मीटर में स्वर्ण और 200 मीटर में रजत पदक जीता, जबकि चार साल बाद रियो खेलों में वह 400 मीटर में रजत और 100 मीटर में कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं. इस समय तक उनकी आंखों की रोशनी काफी कम हो गई थी और उन्हें मिर्गी के दौरे पड़ते थे.