लद्दाख के अग्रिम क्षेत्र में कर्नल चिवांग रिन्चेन सेतु का लोकार्पण
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 21 अक्टूबर को लद्दाख के अग्रिम क्षेत्र में कर्नल चिवांग रिन्चेन सेतु का लोकार्पण किया. इस पुल का नाम कर्नल चेवांग रिनचेन के नाम पर रखा गया है. उन्हें 1952 में महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था.
यह पुल श्योक नदी पर 14650 फुट की उंचाई पर है. इसका निर्माण सीमा सड़क संगठन (BRO) ने मात्र 15 महीनों में किया है. यह पुल पूर्वी लद्दाख के उप सेक्टर में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण दुरबुक श्योक दौलत बेग ओल्डी मार्ग पर निर्मित है. इस पुल के माध्यम से वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास दौलत बेग ओल्डी तक सेना तेजी से पहुंच सकेगी.
रक्षा मंत्री ने सियाचिन बेस कैम्प को पर्यटकों के लिए खोलने की घोषणा की. सिचाचिन बेस कैम्प से कुमार पोस्ट तक टूरिस्ट के लिए खोलने का निर्णय लिया गया है.
कुहू गर्ग और ध्रुव रावत ने इजिप्ट इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट का मिक्स्ड डबल्स खिताब जीता
भारत के कुहू गर्ग और ध्रुव रावत ने 20 अक्टूबर को इजिप्ट इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट का मिक्स्ड डबल्स खिताब जीत लिया. काहिरा में खेले गये इस प्रतियोगिता के फाईनल में हमवतन उत्कर्ष अरोड़ा और करिश्मा वाडकर को हरा कर यह खिताब अपने नाम किया.
एशियन ट्रैक साइक्लिंग चैंपियनशिप 2019: भारत ने कुल 4 पदक जीते, रोनाल्डो सिंह ने स्वर्ण पदक जीता
भारतीय साइक्लिस्ट रोनाल्डो सिंह ने 18 अक्टूबर को एशियन ट्रैक साइक्लिंग चैंपियनशिप में पुरुष जूनियर केरिन स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता. रोनाल्डो के अलावा जेम्स सिंह ने इस इवेंट का कांस्य पदक जीता. चैंपियनशिप में भारत की पुरुष और महिला जूनियर स्प्रिंट टीम ने 2 कांस्य पदक भी जीते.
एशियन ट्रैक साइक्लिंग चैंपियनशिप 2019 साउथ कोरिया के इंचियोन में 17 से 21 अक्टूबर तक खेला गया था.
पूर्व अटॉर्नी जनरल के पारासरन को ‘सबसे प्रतिष्ठित वरिष्ठ नागरिक पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया
उपराष्ट्रपति, एम वेंकैया नायडू ने 20 अक्टूबर को पूर्व अटॉर्नी जनरल के पारासरन को ‘सबसे प्रतिष्ठित वरिष्ठ नागरिक पुरस्कार’ प्रदान किया. उन्हें यह पुरस्कार एज केयर इंडिया के बुजुर्ग दिवस समारोह के अवसर पर प्रदान किया गया. यह संगठन बुजुर्गों के कल्याण के लिए कार्य करता है. 92 वर्षीय पारासरन को 2003 में पद्म भूषण और 2011 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है.
21 अक्टूबर: पुलिस स्मृति दिवस
प्रत्येक वर्ष 21 अक्तूबर को भारत में पुलिस स्मृति दिवस (Police Commemoration Day) मनाया जाता है. 1959 में चीनी सैनिकों द्वारा लद्धाख में हॉट स्प्रिंग्स में शहीद हुए पुलिस जवानों की याद में यह दिवस मनाया जाता है.
पुलिस स्मृति दिवस: एक दृष्टि
- 21 अक्तूबर 1959 को चीन के सैन्यकर्मियों ने लद्दाख में भारत के 20 जवानों के पुलिस दल पर फायरिंग की थी और ग्रेनेड से हमला किया था. इस घटना में 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, सात घायलों को चीनी फौज ने कैद कर लिया था.
- जनवरी 1960 में हुए राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों के पुलिस महानिरीक्षकों के वार्षिक सम्मेलन में फैसला किया गया था कि 21 अक्तूबर पूरे भारत की पुलिस लाईन में बहादुर पुलिसकर्मियों की याद में स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
- इस अवसर पर 34 हजार 408 अन्य पुलिसकर्मियों को भी याद किया जाता है जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र की एकता और अखंडता को सुरक्षित रखने के लिए बलिदान दिया.
राष्ट्रीय पुलिस स्मारक
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 अक्तूबर 2018 को नई दिल्ली में निर्मित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक (NPM) का उद्घाटन किया था.
- 30 फीट ऊंचा यह एकल पाषाण-स्तंभ देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल और केंद्रीय पुलिस संगठनों का प्रतिनिधित्व करता है.
- इस पुलिस स्मारक का निर्माण स्वतंत्रता के बाद से पुलिस जवानों द्वारा दिये गए सर्वोच्च बलिदान के सम्मान में किया गया है.
- स्वतंत्रता के बाद से अब तक कुल 34,844 पुलिस जवानों ने अपना जीवन देश की रक्षा में बलिदान किया है.
एन चन्द्रशेखरन और रूपा पुरूषोत्तमन द्वारा लिखित पुस्तक ब्रिजिटल नेशन का लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 अक्टूबर को नई दिल्ली में ब्रिजिटल नेशन (Bridgital Nation) पुस्तक का लोकार्पण किया. इस पुस्तक के लेखक टाटा सन्स के अध्यक्ष एन चन्द्रशेखरन और रूपा पुरूषोत्तमन हैं.
यह पुस्तक भविष्य के लिए पारिस्थितिकी तंत्र में तकनीक के उपयोग पर दृष्टिकोण प्रदान करती है. अत्याधुनिक डिजिटल उपकरण आकांक्षाओं और उपलब्धियों के बीच एक सेतु (ब्रिज) का काम कर सकते हैं इसीलिए इसका नाम ‘ब्रिजिटल’ रखा गया है.
21 अक्टूबर 2019: आजाद हिंद सरकार की 76वीं वर्षगांठ
21 अक्टूबर 2019 को ‘आजाद हिंद सरकार’ की 76वीं वर्षगांठ थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 अक्टूबर 2018 को 75वीं वर्षगांठ पर दिल्ली के लालकिले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया था. इससे पहले स्वतंत्रता दिवस के दिन 15 अगस्त को ही प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण की परंपरा रही थी. ऐसा पहली बार हुआ था जब 21 अक्टूबर को भी लालकिले से तिरंगा फहराया गया.
आजाद हिंद सरकार क्या है?
सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद सरकार का गठन 21 अक्तूबर 1943 को किया गया था. यह भारत की पहली आज़ाद सरकार थी. आज़ाद हिंद सरकार के राज्याध्यक्ष (प्रधानमंत्री) नेता जी सुभाष चंद्र बोस थे. उन्होंने ब्रिटेन और अमेरिका के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया था.