भारतीय वन सेवा के अधिकारी रमेश पांडे को ‘एशिया पर्यावरण प्रवर्तन पुरस्कार’ के लिए चुना गया


भारतीय वन सेवा के वरिष्ठ अधिकारी रमेश पांडे को संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के प्रतिष्ठित ‘एशिया पर्यावरण प्रवर्तन पुरस्कार’ के लिए चुना गया है. पांडे को बैंकॉक में संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन केंद्र में 13 नवंबर को पुरस्कृत किया जाएगा.

पुरस्कार चयन समिति ने पर्यावरण संबंधी सीमा पार अपराध से निपटने में आपके उत्कृष्ट कार्य को पहचाना है. एशिया पर्यावरण प्रवर्तन पुरस्कार का मकसद पर्यावरण संबंधी सीमा पार अपराध को रोकने में उल्लेखनीय योगदान देने वाले संगठनों और लोगों को सार्वजनिक तौर पर मान्यता देना है.

दुधवा बाघ अभयारण्य (कतर्नियाघाट) में शिकार को रोकने में पांडे के काम से प्रभावित होकर केंद्र सरकार ने वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के गठन के समय उसके अधिकारी के रूप में उनका चयन किया था. अपने कार्यकाल में पांडे ने बाघों का शिकार करने वाले कई गिरोहों का भंडाफोड़ किया था और वन्यजीव तस्करी पर रोक लगायी थी.

हाल में दुधवा बाघ अभयारण्य के फील्ड निदेशक के तौर पर पांडे कतर्नियाघाट के संरक्षित क्षेत्र में कथित शिकार के लिए जाने माने गोल्फर ज्योति रंधावा की गिरफ्तारी को लेकर सुर्खियों में थे.