थाइलैंड के सहयोग से ‘खोन रामलीला’ के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का लखनऊ में आयोजन

उत्तर प्रदेश सरकार का संस्कृति विभाग ‘खोन रामलीला’ के लिए पहला प्रशिक्षण और प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. यह थाइलैंड की विश्व प्रसिद्ध रामलीला है जिसे मुखौटे लगाकर किया जाता है. यह कार्यक्रम थाइलैंड सरकार के सहयोग से चल रहा है.

थाइलैंड सरकार के संस्कृति विभाग के अधिकारियों और रामलीला के विशेषज्ञों का एक दल 15 कलाकारों को लखनऊ में एक हफ्ते तक प्रशिक्षित करेगा. ये कलाकार दीपोत्सव के अवसर पर अयोध्या में अपनी प्रस्तुति देंगे.

खोन रामलीला यूनेस्को की सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल

थाईलैंड की खोन रामलीला को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल किया जा चुका है. खोन रामलीला में पात्र मंच पर कोई संवाद नहीं बोलते हैं और रामायण की पूरी कथा को परदे के पीछ से सुनाया जाता है. खोन रामलीला की प्रस्तुति बेहद मनमोहक होती है जिसकी वजह इसके पात्रों के खूबसूरत वस्त्र और सोने के मुखौटे होते हैं.