3 दिसंबर: अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 3 दिसंबर को अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस (International Day of Persons With Disabilities) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्‍य दिव्‍यांगों के हितों की रक्षा करना और समाज में हर वर्ग के दिव्‍यांगों की बेहतरी के लिए जागरूकता पैदा करना है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1992 के बाद 3 दिसंबर को अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस मनाने का निर्णय लिया था.

इस वर्ष यानी 2019 के ‘अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस’ के विषय ‘विकास एजेंडा 2030 से सम्बंधित कार्यवाही में दिव्‍यांगजनों की सहभागिता और उनके नेतृत्‍व को बढ़ावा देना’ है.

उपराष्‍ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने अंतरराष्‍ट्रीय दिव्‍यांगजन दिवस के अवसर पर उनके सशक्‍तिकरण के लिए कार्य करने वाले संगठनों और उल्‍लेखनीय योगदान करने वाले 65 दिव्‍यांगजनों को राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार प्रदान किये.

सुगम्य भारत अभियान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिसंबर 2015 में सुगम्य भारत अभियान की शुरूआत की थी. इस अभियान का उद्देश्य दिव्यांग जनों के लिए सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करना है. दिव्यांगों के लिए सुगम और बाधामुक्त वातावरण तैयार करने के अलावा सार्वजनिक परिवहन और भवनों को उनके अनुकूल बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.

दिव्यांग से तात्पर्य
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिसम्बर 2015 में विकलांगों को दिव्यांग कहने की अपील की थी. जो विशेष रूप से सक्षम लोगों की विशेष क्षमताओं की ओर इशारा करता है साथ ही समाज के हर वर्ग से अपील करता है कि वो अपने नज़रिए को सकारात्मक की ओर ले जाएं.