फिल्‍म अभिनेता अमिताभ बच्‍चन को 2018 का दादासाहेब फाल्‍के पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया गया

फिल्‍म अभिनेता अमिताभ बच्‍चन को फिल्‍म उद्योग में उनके योगदान के लिए 29 दिसम्बर को दादासाहेब फाल्‍के पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया. उन्हें वर्ष 2018 का दादा साहब फाल्के सम्मान दिया गया है.

अमिताभ बच्‍चन

अमिताभ बच्‍चन ने फिल्‍मों में अपने करियर की शुरुआत 1969 में ‘वॉइस नैरेटर’ के रूप में की थी. उन्‍होंने मृणाल सेन की फिल्‍म ‘भुवन शोम’ में अपनी आवाज दी थी. उन्होंने अभिनेता के रूप में पहला फिल्‍म ख्वाज़ा अहमद अब्बास के निर्देशन में बनी फिल्म ‘सात हिन्दुस्तानी’ से किया था.

अमिताभ बच्‍चन को 2015 में देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से भी सम्मनित किया गया था. उन्हें फिल्म अग्निपथ (1990), ब्लैक (2005), पा (2009) और पीकू (2015) के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. साल 2007 में अमिताभ बच्चन को फ्रांस की सरकार ने अपने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया था.

दादा साहब फाल्‍के पुरस्‍कार: एक दृष्टि

  1. दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है.
  2. यह पुरस्‍कार भारतीय सिनेमा के विकास में उत्‍कृष्‍ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है.
  3. यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा के जनक धुंदीराज गोविंद फाल्‍के (दादा साहब फाल्के) के नाम पर दिया जाता है.
  4. इस पुरस्कार का प्रारम्भ दादा साहब फाल्के के जन्म शताब्दि-वर्ष 1969 में हुआ था.
  5. पहली बार यह सम्मान 1969 में 17वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार समारोह में अभिनेत्री देविका रानी को प्रदान किया गया था.
  6. वर्ष 2017 के लिए यह पुरस्‍कार 65वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार समारोह में विनोद खन्ना को दिया गया था.
  7. इस पुरस्कार में 10 लाख रुपये और स्वर्ण कमल दिये जाते हैं.