कोनेरू हम्पी विश्व रैपिड शतरंज चैंपियनशिप की विजेता बनीं, चीन की लेई टिंगजी को हराया
भारतीय ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी ने महिला विश्व रैपिड शतरंज चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत लिया है. रूस के मास्को में 29 दिसम्बर को कोनेरू ने चीन की लेई टिंगजी को टाईब्रेकर में हराकर इस खिताब की विजेता बनीं. 12वें दौर के बाद हम्पी और टिंगजी के नौ-नौ अंक थे, इसलिए आर्मेगेडोन गेम से विजेता का फैसला हुआ. टिंगजी को रजत, जबकि तुर्की की एकेटरिना अटालिक को कांस्य पदक मिला. पुरुष वर्ग में नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन ने तीसरी बार इस खिताब का स्वर्ण पदक जीता.
रैपिड खिताब जीतने वाली दूसरी भारतीय बनीं
- इसके साथ ही हम्पी मौजूदा प्रारूप में रैपिड खिताब जीतने वाली दूसरी भारतीय बन गईं. इससे पहले, विश्वनाथन आनंद ने 2017 में ओपन वर्ग में यह खिताब जीता था.
- भारत की सबसे युवा महिला ग्रैंडमास्टर हंपी ने साल 2016 में शतरंज को विराम देने का फैसला किया था. हंपी ने मां बनने के बाद शतरंज से दो साल का ब्रेक लिया था.
- कोनेरू हंपी साल 2009-2011, 2011-12, 2013-14 और 2015-16 में FIDE (इंटरनेशनल शतरंज फेडरेशन) महिला ग्रैंड प्रिक्स श्रृंखला में उप-विजेता रही थी.