अमेरिका ने अंतरिक्ष बल का गठन किया, अमेरिकी सेना का छठा आधिकारिक बल होगा

अमेरिका ने हाल ही में ‘अंतरिक्ष बल’ (Space Force) के गठन की घोषणा की है. यह अंतरिक्ष बल अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के तहत कार्य करेगा. इसके गठन के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण कानून 2020’ पर हस्ताक्षर किया है.

अंतरिक्ष बल अमेरिकी सेना का छठा आधिकारिक बल होगा. अन्य बलों में थलसेना, वायुसेना, नौसेना, मरीन और तटरक्षक बल शामिल हैं. यह कानून पेंटागन बल के लिए शुरुआती बजट तय करेगा जो सेना की पांच अन्य शाखाओं के लिए बराबर होगी.

अंतरिक्ष बल के गठन के उद्देश्य

  • अमेरिका ने चीन और रूस से लगातार मिल रही 21वीं सदी की सामरिक चुनौतियों के काट के लिए ‘अंतरिक्ष बल’ का गठन किया है. अंतरिक्ष विश्व का नया युद्ध क्षेत्र है. अमेरिकी अंतरिक्ष बल स्टार वार में यानि उपग्रह रोधी हथियार और उपग्रहों को मार गिराने वाले हथियारों के लिहाज से अपने वर्चस्व को कायम रखेगा.
  • अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा है कि अंतरिक्षीय क्षमताओं पर हमारी निर्भरता बहुत तेजी से बढ़ी है और आज बाहरी अंतरिक्ष अपने आप में किसी युद्ध क्षेत्र में तब्दील हो गया है. उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में अमेरिकी वर्चस्व को बरकरार रखना अब अमेरिकी अंतरिक्ष बल का मिशन है.
  • वर्ष 2003 के बाद से चीन का अंतरिक्ष कार्यक्रम तेजी से आगे बढ़ा है. फरवरी 2019 में पेंटागन ने एक रिपोर्ट में कहा था कि चीन और रूस ने ऐसी प्रौद्योगिकी विकसित करने के लिए बड़े प्रयास शुरू कर दिए हैं जिनकी मदद से वे संघर्ष के हालात में अमेरिका और उसके सहयोगियों के उपग्रहों को नष्ट कर सकते हैं या उनमें गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं.

चीन की प्रतिक्रिया

अंतरिक्ष में एक ताकत के रूप में उभर रहे चीन ने अमेरिकी अंतरिक्ष बल के गठन को अंतरिक्ष में शांति और सुरक्षा के लिए सीधा खतरा बताया है. चीन ने इसे अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण इस्तेमाल पर अन्तर्राष्ट्रीय आम सहमति का गंभीर उल्लंघन और अंतरिक्ष में शांति तथा सुरक्षा के लिए सीधा खतरा बताया है.