वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स में भारत 112वें स्थान पर, आईसलैंड शीर्ष पर

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) ने 17 दिसम्बर को ‘ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स’ (Global Gender Gap Index) 2020 पर एक रिपोर्ट जारी किया. इस रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर के 153 देशों के बीच भारत को 112वां स्थान मिला है. पिछले वर्ष के रिपोर्ट में भारत 108वें स्थान पर था.

इस रिपोर्ट के अनुसार आईसलैंड सबसे बेहतर देश है, जहां कोई लिंग आधारित भेदभाव नहीं है. इसके बाद नार्वे, फिनलैंड, स्वीडेन व निकारगुआ हैं. वहीँ यमन सबसे अंतिम 153वें स्थान पर, ईराक 152वें स्थान पर और पाकिस्तान 151वें स्थान पर है. आइसलैंड 11वीं बार पहले स्थान पर बना हुआ है. इस रिपोर्ट में बांग्लादेश को 50वां स्थान मिला है और दक्षिण एशिया क्षेत्र में सबसे आगे है.

रिपोर्ट के इस वर्ष के संस्करण में 153 देश को शामिल किया गया था. रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण एशिया क्षेत्र अपने लिंग अंतर में दो-तिहाई के करीब है. अगर बीते 15 सालों की प्रगति की दर जारी रही तो लिंग अंतर को भरने में 71 साल लगेंगे.

ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स रिपोर्ट: एक दृष्टि

  • ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स रिपोर्ट वर्ष 2006 से जारी किया जा रहा है.
  • इस रिपोर्ट में चार प्रमुख आयामों- आर्थिक भागीदारी और अवसर, शैक्षिक उपलब्धि, स्वास्थ्य और जीवन रक्षा, और राजनीतिक सशक्तीकरण को लेकर लिंग आधारित अंतर की सीमा को मापा जाता है.