भारत ने सबमरीन फोर्स के लिए परमाणु ताकत से लैस मिसाइल K-4 का सफल परीक्षण किया

भारत ने 19 जनवरी को परमाणु ताकत से लैस बलिस्टिक मिसाइल K-4 का सफल परीक्षण किया. यह परीक्षण आंध्र प्रदेश में विशाखापत्‍तनम के तट से किया गया. यह मिसाइल पनड़ुब्‍बी से छोडी जा सकती है. इस परीक्षण को समुद्र में पानी के अन्दर पनडुब्बी (सबमरीन) पर बने प्लेटफॉर्म से किया गया. इसकी मारक क्षमता चीन की बैलि‍स्टिक मिसाइल से ज्‍यादा सटीक है. अभी केवल अमरीका, रूस और चीन के पास ही ऐसी मिसाइल है.

बलिस्टिक मिसाइल K-4: एक दृष्टि

  • परमाणु ताकत से लैस इस मिसाइल को DRDO (Defence Research and Development Organisation) ने विकसित किया है.
  • बलिस्टिक मिसाइल K-4 की मारक क्षमता 3,500 किलोमीटर है. इसे अरिहंत क्लास न्यूक्लियर सबमरीन पर तैनात किया जाना है.
  • फिलहाल भारतीय नौसेना के पास ‘INS अरिहंत’ ही ऐसा इकलौता पोत (सबमरीन) है, जो परमाणु क्षमता से लैस है.
  • ‘K-4’ भारत द्वारा अपने सबमरीन फोर्स के लिए विकसित की जा रहीं 2 अंडरवॉटर मिसाइलों में से एक है. दूसरी ऐसी मिसाइल ‘BO-5’ है, जिसकी मारक क्षमता 700 किलोमीटर से ज्यादा है.