विश्व तीरंदाजी ने शर्तों के साथ भारत पर लगा निलंबन हटाया

तीरंदाजी की वैश्विक संस्था विश्व तीरंदाजी (World Archery) ने भारत पर लगा निलंबन सशर्त हटा दिया है. यह निर्णय भारतीय तीरंदाजी संघ के 18 जनवरी को नयी दिल्ली में हुए चुनाव के बाद लिया गया. विश्व तीरंदाजी के अनुसार 23 जनवरी 2020 से भारतीय तीरंदाजों को विश्व तीरंदाजी की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने की स्वीकृति होगी.

प्रतिबंध हटाते हुए विश्व तीरंदाजी ने भारतीय संघ (AAI) को निर्देश दिया कि वह खिलाड़ियों की सदस्यता पर स्थिति स्पष्ट करे, रणनीतिक योजना बनाए और संचालन के जुड़े अन्य मुद्दों को हल करे.

भारतीय तीरंदाजों को निलंबन के कारण तटस्थ खिलाड़ियों के तौर पर खेलना पड़ा जिससे ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ करने की उनकी संभावना पर सीधा असर पड़ा. प्रतिबंध हटने के बाद अब भारतीय तीरंदाज तिरंगे तले प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए स्वतंत्र होंगे.

गुटबाजी के कारण AAI को निलंबित किया गया था

विश्व तीरंदाजी ने उसके दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए AAI को 5 अगस्त को निलंबित कर दिया था. AAI के दो गुटों ने 9 जून 2019 को नयी दिल्ली और चंडीगढ़ में अलग-अलग चुना कराके केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और बीवीपी राव को अध्यक्ष चुना था. दो अध्यक्ष चुनने के बाद AAI को निलंबित कर दिया गया था.

अर्जुन मुंडा AAI के अध्यक्ष चुने गये थे

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को 18 जनवरी को हुए चुनाव में भारतीय तीरंदाजी संघ का नया अध्यक्ष चुना गया था. AAI के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा का समर्थन प्राप्त मुंडा ने बीवीपी राव को 34-18 से हराया था. यह चुनाव दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश पर कराए गए थे. इन चुनावों के लिए विश्व तीरंदाजी और भारतीय ओलिंपिक संघ ने पर्यवेक्षक भेजे थे.