केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री ने ‘विश्वकर्मा पुरस्कार’ 2019 प्रदान किए

केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने 24 फरवरी को ‘विश्वकर्मा पुरस्कार’ 2019 प्रदान किए. पुरस्कार समारोह का आयोजन अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) में किया गया था. यह विश्वकर्मा पुरस्कार का तीसरा संस्करण था.

विभिन्न उप-श्रेणियों के तहत कुल 23 टीमों को छात्र विश्वकर्मा पुरस्कार (CVA) ये पुरस्कार प्रदान किए गए. केंद्रीय मंत्री निशंक ने उत्कृष्ट संस्थान विश्वकर्मा पुरस्कार (USVA) के तहत छह संस्थानों को सम्मानित किया.

विश्वकर्मा पुरस्कार: एक दृष्टि

AICTE (All India Council for Technical Education) वर्ष 2017 से विश्वकर्मा पुरस्कारों का आयोजन कर रहा है. AICTE ने इस पुरस्कार का गठन अपने मातहत संस्थानों के हितधारकों के जरिए समाज के समग्र विकास के लिए अभिनव और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए किया है. AICTE भारत में तकनीकी शिक्षा व तकनीकी शिक्षण संस्थानों का नियामक संसथान है.

इस पुरस्कार का उद्देश्य राष्ट्र के संपूर्ण विकास में महत्वपूर्ण योगदान के लिए अपने क्षेत्र विशेष में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए युवाओं, मार्गदर्शकों और संस्थानों / संगठनों को प्रेरित करना है.

तीसरा विश्वकर्मा पुरस्कार 2019

वर्ष 2019 के विश्वकर्मा पुरस्कार के तीसरे संस्करण के लिए प्रविष्टियों के लिए प्रतियोगिता की घोषणा मानव संसाधन (HRD) मंत्री ने सितंबर, 2019 में की थी. यह प्रतियोगिता “गांव की आय कैसे बढ़ाएं” विषय पर आधारित थे. आवेदन दो श्रेणियों में मंगाए गए थे:

श्रेणी I: छात्र विश्वकर्मा पुरस्कार (CVA) उत्कृष्ट नवाचार टीम के लिए (छात्रों और परामर्शदाता के लिए)
श्रेणी II: उत्कर्ष संस्थान विश्वकर्मा पुरस्कार (USVA) आदर्श संस्थागत हस्तक्षेप के लिए.