भारतीय सेना दुनिया में पहला बुलेट-प्रूफ बैलिस्टिक हेलमेट का निर्माण किया

सेना की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना के मेजर अनूप मिश्रा ने एक बुलेट-प्रूफ बैलिस्टिक हेलमेट का निर्माण किया है. यह दुनिया में पहला ऐसा बुलेटप्रूफ हेलमेट है जो 10 मीटर की दूरी से AK-47 से चलाई गई गोली को रोक सकता है. इससे पहले अनूप मिश्रा ने बुलेट-प्रूफ जैकेट का निर्माण किया था जो स्नाइपर राइफल की गोलियों से सुरक्षा प्रदान कर सकती है.

अनूप मिश्रा द्वारा ‘अभेद प्रोजेक्ट’ के अंतर्गत बनाया गया

बैलिस्टिक हेलमेट को मेजर अनूप मिश्रा द्वारा ‘अभेद प्रोजेक्ट’ के अंतर्गत बनाया गया है. इसी के तहत फुल बॉडी प्रोटेक्शन बुलेटप्रूफ जैकेट भी विकसित किया गया था. अनूप मिश्रा भारतीय सेना के कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग (CME) के लिए काम करते हैं. स्वदेशी सर्वत्र बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने पर तत्कालीन सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने मेजर मिश्रा को आर्मी डिजाइन ब्यूरो एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया था.

पुणे की कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग (CME), एक प्रमुख सामरिक और तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान कोर ऑफ इंजीनियर्स की मातृ संस्था है. CME कॉम्बैट इंजीनियरिंग, CBRN प्रोटेक्शन, वर्क्स सर्विसेज और GIS मामलों में सभी शस्त्र और सेवाओं के कर्मियों को निर्देश देने के अलावा इंजीनियरों के कोर कर्मियों के प्रशिक्षण के लिए भी जिम्मेदार है.