डेली कर्रेंट अफेयर्स
सौराष्ट्र ने बंगाल को पराजित कर पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब विजेता बना
रणजी ट्रॉफी 2019-20 का खिताब सौराष्ट्र ने जीत लिया है. सौराष्ट्र पहली बार इस खिताब का विजेता बना है. इस टूर्नामेंट का फाइनल मैच 13 मार्च को सौराष्ट्र और बंगाल की टीम के बीच खेला गया था. यह मैच ड्रॉ रहा, लेकिन विजेता का फैसला पहली पारी में बनाये गये रन के आधार पर किया गया.
सौराष्ट्र ने पहली पारी में 425 रन बनाए थे जबकि बंगाल की टीम पहली पारी में 381 रन पर ही सिमट गई थी. दूसरी पारी में मैच के पांचवें दिन सौराष्ट्र ने 4 विकेट खोकर 105 रन बना लिए थे और पहली पारी में बढ़त के आधार पर उसे जीत मिली.
रणजी ट्रॉफी: एक दृष्टि
- रणजी ट्रॉफी भारत की प्रथम श्रेणी घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता है. यह प्रतियोगिता भारत के क्षेत्रीय (राज्य) क्रिकेट टीमों के बीच खेला जाता है.
- इस प्रतियोगिता का नाम भारतीय क्रिकेटर रंजित सिंह के नाम पर रखा गया है जिन्हें रणजी के नाम से भी जाना जाता था.
- भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की निगरानी में यह प्रतियोगिता पहली बार 1934 में शुरू किया गया था.
- प्रतियोगिता का पहला मैच चेपक स्टेडियम पर मद्रास और मैसूर के बीच आयोजित किया गया था. पहला रणजी ट्रॉफी मुंबई (बॉम्बे) ने जीता था.
- मुंबई सर्वाधिक 41 बार इस खिताब का विजेता बना है. मुंबई ने 1958-59 से 1972-73 तक लगातार 15 बार खिताब जीता है.
भारतीय डाक बिभाग देश में पहली बार फ्री डिजिटल लॉकर सर्विस शुरू किया
भारतीय डाक बिभाग (इंडिया पोस्ट) देश में पहली बार फ्री डिजिटल लॉकर सर्विस शुरू करने जा रहा है. इसकी शुरुआत 12 मार्च को कोलकाता में दो पोस्ट ऑफिस सॉल्ट लेक सिटी और न्यू टाउन में किया गया. इस सर्विस के तहत कस्टमर्स पोस्ट ऑफिसेज से अपना पार्सल अपनी सुविधा के हिसाब से प्राप्त कर सकेंगे.
डिजिटल लॉकर सर्विस यूरोपीय देशों में काफी चर्चित है लेकिन भारत में पहली बार शुरू हो रही है. यह सर्विस वर्किंग क्लास के ऐसे लोगों के लिए की गई है, जिनके घर पर कोई पार्सल रिसीव करने वाला नहीं होता है. ऐसे लोग ऑफिस के बाद पोस्ट ऑफिस में अपने लॉकर से अपनी सुविधा के हिसाब से अपना पार्सल ले सकते हैं.
कैसे काम करेगा?
यह सुविधा अपनाने वाले कस्टमर्स को इंडिया पोस्ट की ओर से जहां भी पार्सल ड्रॉप किया जाएगा, उसके एड्रेस के लिए एक खास लॉकर नंबर दिया जाएगा. इस डिजिटल पार्सल लॉकर में पार्सल ड्रॉप कर दिया जाएगा और कस्टमर के पास OTP का एक मैसेज आ जाएगा. कस्टमर्स पार्सल ड्रॉप होने के अगले सात दिनों तक अपना पार्सल लॉकर से निकाल सकेंगे.
उत्तर प्रदेश में राजनीतिक रैलियों के दौरान क्षति की भरपाई के लिए अध्यादेश
उत्तर प्रदेश सरकार ने राजनीतिक रैलियों के दौरान सार्वजनिक और निजी सम्पत्तियों को नुकसान पहुंचाने से हुई क्षति की भरपाई के लिए अध्यादेश लागू करने का फैसला किया है. यह फैसला 13 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंत्रिमण्डल बैठक में लिया गया.
राज्य सरकार ने यह फैसला इलाहाबाद उच्च न्यायालय के 9 मार्च के आदेश को देखते हुए लिया है. इस आदेश में उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को CAA (नागरिकता संशोधन कानून) के विरोध में लखनऊ में प्रदर्शनों के दौरान सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के सड़क पर लगाये गए पोस्टर हटाने का निर्देश दिया गया था.
बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स से इस्तीफा दिया
माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने 14 मार्च को कंपनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स से इस्तीफा दे दिया. गेट्स के इस्तीफा के बाद अब कंपनी में केवल 12 बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स होंगे. उन्होंने कंपनी के लिए मौजूदा CEO सत्या नडेला और अन्य अधिकारी के सलाहकार के रूप में काम करते रहने की बात कही है.
बिल गेट्स ने अपना इस्तीफा सामाजिक कार्यों की तरफ़ अधिक ध्यान के उद्देश्य से दिया है. गेट्स का कहना है कि वो वैश्विक स्वास्थ्य, शिक्षा और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर अधिक काम करना चाहते हैं.
संक्षिप्त घटनाक्रम
गेट्स ने साल 2000 में अपनी पत्नी के साथ मिल कर ‘बिल एंड मिलिंडा गेट्स’ फाउंडेशन बनाया था. 2008 में उन्होंने कंपनी के CEO को पद से इस्तीफ़ा दे दिया और ख़ुद को कंपनी के रोज़ाना के काम से दूर कर लिया था. हालांकि वो 2014 तक कंपनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स के चैयरमैन बने रहे.
बिल गेट्स: एक दृष्टि
- 1955 में जन्मे बिल गेट्स ने सिएटल के एक स्कूल में पढ़ाई की थी. 1973 में गेट्स हार्वड युनिवर्सिटी पहुंचे लेकिन वो अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सके.
- 1977 में अपने दोस्त पॉल एलन के साथ मिल कर उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट कंपनी बनाई. 2018 में पॉल एलन की मौत हो गई थी.
- 1995 में 39 साल की उम्र में 12.9 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने थे.
- 2020 की फ़ोर्ब्स की अरबपतियों की लिस्ट के अनुसार 103 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ बिल गेट्स दुनिया के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति हैं. इस लिस्ट में पहले नंबर पर हैं अमेज़न कंपनी के CEO जेफ़ बेज़ोस हैं. इनकी संपत्ति 110 अरब डॉलर से भी अधिक है.
देश-दुनिया: एक दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र डेलीडोज
13वां IPL स्थगित: BCCI ने कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए ऐहतियाती उपाय के तौर पर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 13वां संस्करण 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया है. इसकी शुरुआत 29 मार्च से होने वाली थी.
780 किलोमीटर हरित राजमार्ग के निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी: केन्द्रीय मंत्रिमण्डल ने 780 किलोमीटर हरित राजमार्ग के निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. इस पर 7660 करोड़ रुपये की लागत आयेगी. यह परियोजना चार राज्यों- हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और आंध्रप्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्गों के पुनर्वास औरउन्नयन से संबंधित है.
येस बैंक के पुनर्गठन को भी मंजूरी: मंत्रिमण्डल ने येस बैंक के पुनर्गठन को मंजूरी दी है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने बताया कि भारतीय स्टेट बैंक, येस बैंक में 49 प्रतिशत इक्विटी निवेश करेगा. उन्होंने कहा कि पुनर्गठन योजना की अधिसूचना जारी होने के तीन दिन के भीतर येस बैंक से निकासी पर लगी सीमा हटा ली जाएगी.
विवाद से विश्वास विधेयक-2020 पारित: राज्यसभा ने विवाद से विश्वास विधेयक-2020 पारित कर दिया. लोकसभा इसे पहले ही पारित कर चुकी है. इसमें प्रत्यक्ष कर विवाद से संबंधित मामलों के समाधान के लिए कई तरह की छूट का प्रावधान है. देश में नौ लाख करोड़ रुपये के कर संबंधी चार लाख मामले विभिन्न अदालतों में लंबित हैं. इस विधेयक के तहत मामला सुलझा लिए जाने के बाद संबंधित व्यक्ति के खिलाफ आयकर अधिनियम के तहत कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.
यूरोप कोरोना वायरस का वैश्विक केन्द्र: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि यूरोप कोरोना वायरस का वैश्विक केन्द्र बन गया है. संगठन के प्रमुख टेड्रॉसएधेनोम ने कहा कि इस वायरस से चीन के अलावा, दुनिया में सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले यूरोप में देखे जा रहे हैं.
सार्क देशों ने प्रधानमंत्री मोदी की सलाह का समर्थन किया: सार्क देशों भूटान, श्रीलंका, मालदीव, बांग्लादेश और नेपाल के नेताओं ने कोरोना वायरस का एकजुट होकर मुकाबला करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह का समर्थन किया है. भूटान के प्रधानमंत्री लोते शेरिंग, श्रीलंका के राष्ट्रपति गोथबाया राजपक्ष, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और मॉलद्वीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद स्वालेह ने प्रधानमंत्री मोदी की सलाह का समर्थन किया.