महावीर चक्र से सम्मानित भारतीय वायुसेना के पूर्व सैनिक चंदन सिंह राठौड़ का निधन

भारतीय वायुसेना के पूर्व सैनिक चंदन सिंह राठौड़ का 29 मार्च को 95 साल की आयु में निधन हो गया. वे 1980 में सेवानिवृत हुए थे. चंदन सिंह को अति विशिष्ट सेवा मेडल, 1965 की जंग में उल्लेखनीय योगदान के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया था. उन्हें 1971 में बांग्लादेश बनाने में अहम भूमिका निभाने पर महावीर चक्र प्रदान किया गया था. यह परमवीर चक्र के बाद दूसरा सबसे बड़ा सैन्य पुरस्कार है.

एयर मार्शल सिंह उन योद्धाओं में शामिल थे, जिन्होंने दूसरे विश्व युद्ध से लेकर देश की आजादी के बाद 1948 के कबायली आक्रमण, 1962 में भारत-चीन तथा 1965 व 1971 की भारत-पाक लड़ाइयों में बहादुरी के साथ हिस्सा लिया था.

असम के जोरहट एयरफोर्स स्टेशन के एओसी रहते हुए ग्रुप केप्टन चंदन सिंह ने 1971 के भारतीय-पाकिस्तान युद्ध में मुश्किल माने जाने वाली ढाका पोस्ट पर रात को अपने हेलीकॉप्टर्स से 3 हजार से अधिक सैनिकों और 40 टन से अधिक हथियार व अन्य उपकरण पहुंचाकर पाकिस्तान की जीती हुई बाजी को पलट दिया था.