मुहिद्दीन यासीन ने मलेशिया के आठवें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली

मोहिउद्दीन यासीन ने 1 मार्च को मलेशिया के आठवें प्रधानमंत्री के रूप में ली शपथ ली. यासीन ने महातिर मोहम्मद का स्थान लिया है जिन्होंने पिछले हफ्ते इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने महातिर की जगह खुद को पार्टी प्रेसिडेंट घोषित कर दिया था. 72 वर्षीय मुहिद्दीन महातिर सरकार में गृह मंत्री थे. उन्होंने ने 2009 से 2015 तक पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक की सरकार में उप-प्रधानमंत्री के रूप में काम किया था.

मलेशिया के राजा सुल्तान अब्दुल्लाह सुल्तान शाह ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले महातिर मोहम्मद की सत्ता में वापसी की कोशिशों नकारते हुए नए प्रधानमंत्री के तौर पर मोहिउद्दीन यासीन को नियुक्त किया.

महातिर मोहम्मद का इस्तीफा

94 वर्षीय महातिर मोहम्मद ने मलेशिया के प्रधानमंत्री पद से 24 फरवरी को इस्तीफा दे दिया था. उनकी पार्टी (युनाइटेड इंडेजेनियस पार्टी ऑफ मलेशिया या PPBM) गठबंधन से अलग हो गई थी. महातिर ने पार्टी अध्यक्ष के पद से भी इस्तीफा दे दिया था.

महातिर के इस्तीफा देने का कारण

हाल के दिनों में महातिर और अनवर इब्राहिम के बीच टकराव खुलकर सामने आ गया था. दोनों ने 2018 में मिलकर सरकार बनाई थी. उस दौरान महातिर ने अपनी सहयोगी पार्टी को भी सत्ता सौंपने की बात कही थी. अनवर ने महातिर पर धोखेबाजी का आरोप लगाया और सत्ता सौंपने का अपना वादा नहीं निभाने का आरोप लगाया था.

भारत के द्विपक्षीय मामले में दखल देने के कारण महातिर चर्चा में रहे थे

महातिर मोहम्मद भारत के द्विपक्षीय मामले में दखल देने के कारण हाल के दिनों में चर्चा में रहे थे. उन्होंने भारतीय संविधान से अनुच्छेद-370 और 35A में संशोधन मामले में भारत विरोधी बयान दिया था. मोहम्मद ने भारतीय संसद से पारित नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का भी विरोध किया था. भारतीय विदेश मंत्रालय ने मलेशियाई राजदूत को बुलाकर साफ कर दिया था कि भारत इसे आंतरिक मामलों में दखल मानता है.