पर्यावरणविद् जाधव पयेंग को स्वामी विवेकानंद स्मृति कर्मयोगी पुरस्कार से सम्मानित किया गया

राजधानी दिल्ली में आयोजित एक समारोह में ‘स्वामी विवेकानंद स्मृति कर्मयोगी पुरस्कार 2020’ प्रदान किए गए. पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए असम के पर्यावरणविद् जाधव पयेंग को यह पुरस्कार दिया गया. केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया. बड़े पैमाने पर वनीकरण और वास्तविक मानव निर्मित जंगल बनाने में उनके निरंतर प्रयासों के लिए उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

जाधव पयेंग जोरहाट, असम के पर्यावरण और वन कार्यकर्ता हैं. उन्हें ‘फॉरेस्ट मैन ऑफ इंडिया’ उप-नाम से भी जाना जाता है. जाधव को इससे पहले पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है.

जाधव पयेंग ने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर ब्रह्मपुत्र नदी किनारे मिट्टी और कीचड़ से भरी जमीन को हरा-भरा कर जंगल में बदल दिया. यह जंगल असम के माजुली द्वीप पर स्थित है. जंगल का नामकरण भी अब उनके नाम पर ‘मोलाई जंगल’ रखा गया है जो 1360 एकड़ में है.

स्वामी विवेकानंद स्मृति कर्मयोगी पुरस्कार ‘माय होम इंडिया’ संस्था द्वारा पूर्वोत्तर भारत के महान हस्तियों को प्रदान किया जाता है. इस पुरस्कार में 1 लाख रुपये राशि और ट्रॉफी दी जाती है.