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1 अप्रैल 2020: भारत-चीन राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे हुए
1 अप्रैल 2020 को भारत और चीन के बीच शुरू किये गये राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे हो गये. दोनों देशों ने विश्व में फैले COVID-19 महामारी के कारण अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मनाने के लिए निर्धारित सभी कार्यक्रमों को स्थगित करने का निर्णय लिया था.
भारत और चीन के नेताओं ने 1 अप्रैल 1950 को दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया था. दोनों देशों ने संयुक्त रूप से ‘शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पाँच सिद्धांतों’ (Five Principles of Peaceful Coexistence) की वकालत की थी. भारत, चीनी गणराज्य (People’s Republic of China- PRC) के साथ संबंध स्थापित करने वाला पहला गैर-समाजवादी देश था.
भारत-चीन राजनयिक संबंध: एक दृष्टि
- 21वीं सदी के प्रारंभ से अब तक भारत और चीन के बीच होने वाला व्यापार 3 बिलियन डॉलर से बढ़कर लगभग 100 बिलियन डॉलर (32 गुना) हो गया है. वर्ष 2019 में भारत तथा चीन के बीच होने वाला व्यापार की मात्रा 92.68 बिलियन डॉलर थी.
- भारत तथा चीन के बीच हैंड-इन-हैंड (Hand-in-Hand) संयुक्त आतंकवाद-रोधी अभ्यास के अब तक 8 संस्करण आयोजित किये जा चुके हैं.
भारत-चीन मुख्य विवाद
- डोकलाम गतिरोध 2017, अरुणाचल प्रदेश में आसफिला क्षेत्र पर विवाद.
- परमाणु आपूर्तिकर्त्ता समूह (Nuclear Suppliers Group- NSG) में भारत का प्रवेश, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थायी सदस्यता पर विरोध.
- चीन के ‘बेल्ट एंड रोड पहल’ (Belt and Road Initiative) के अंतर्गत चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (China Pakistan Economic Corridor- CPEC) विवाद.
जलवायु परिवर्तन पर होने वाला संयुक्त राष्ट्र का सम्मेलन COP-26 स्थगित किया गया
संयुक्त राष्ट्र का जलवायु परिवर्तन पर होने वाला सम्मेलन COP-26 कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए स्थगित कर दिया गया है. COP-26 नवंबर 2020 में स्कॉटलैंड के शहर ग्लासगो में होने वाला था. यह सम्मेलन अब 2021 में होगा और उसकी तारीखों की घोषणा बाद में की जाएगी.
बढ़ते वैश्विक तापमान को रोकने के उपायों पर चर्चा करने के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया जाता है. इस सम्मेलन में दुनिया भर के करीब 200 नेताओं समेत 30,000 लोग शामिल होते हैं.
कोरोना की वजह से विंबलडन चैंपियनशिप रद्द, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ऐसा पहली बार
वर्ष का तीसरा ग्रैंड स्लैम विंबलडन (Wimbledon 2020) टेनिस चैंपियनशिप कोरोना वायरस (कोविड-19) की वजह से रद्द कर दिया गया है. ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब (AELT) ने इसकी घोषणा 1 अप्रैल को की. 133वीं विंबलडन चैंपियनशिप की शुरूआत 29 जून 2020 से होनी थी. अब 134वीं चैंपियनशिप का आयोजन 28 जून से 11 जुलाई 2021 तक किया जाएगा.
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार रद्द हुई
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब इस टूर्नामेंट को रद्द किया गया हो. पहली बार विंबलडन चैंपियनशिप का आयोजन 1877 में किया गया था. तब से यह प्रतियोगिता प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जा रहा है. हालांकि, इसे 1915 और 1918 के बीच पहले विश्व युद्ध के दौरान और 1940 और 1945 के बीच दूसरे विश्व युद्ध के दौरान रद्द कर दिया गया था.
विंबलडन चैंपियनशिप: एक दृष्टि
विंबलडन चैंपियनशिप दुनिया का सबसे पुराना टेनिस टूर्नामेंट है. घास कोर्ट पर खेला जाने वाला यह एकमात्र टूर्नामेंट है. यह चार ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंटों में से एक है. अन्य तीन में फ्रेंच ओपन, यूएस ओपन और ऑस्ट्रेलियन ओपन शामिल हैं.
2020 के अन्य तीन ग्रैंड स्लैम
कोविड-19 के कारण विंबलडन से पहले टेनिस के कई और बड़े टूर्नामेंट भी रद्द या स्थगित किए जा चुके हैं.
- वर्ष का दूसरा ग्रैंड स्लैम ‘फ्रेंच ओपन 2020’ भी स्थगित किया गया है. यह टूर्नामेंट अब 24 मई के जगह 20 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच होगा.
- वर्ष का पहला ग्रैंड स्लैम ‘ऑस्ट्रेलियन ओपन 2020’ जनवरी-फरवरी में संपन्न हो चुका है. इस बार सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम को हराकर खिताब जीता था.
- वर्ष का आखिरी और चौथा टूर्नामेंट ‘यूएस ओपन 2020’ 24 अगस्त से 13 सितंबर के बीच आयोजित किया जायेगा.
पीएम-केयर कोष में चंदे पर आयकर में शत प्रतिशत कटौती के लिए अध्यादेश को मंजूरी
सरकार ने कोरोना वायरस संकट से निपटने को पीएम-केयर कोष में चंदे पर आयकर में शत प्रतिशत कटौती की घोषणा को अध्यादेश के जरिए कानूनी रूप दे दिया है. इस अध्यादेश के द्वारा करदाताओं और कारोबारियों को आयकर, जीएसटी, सीमा शुल्क एवं उत्पाद कर रिटर्न भरने, आयकर छूट पाने के लिये विभिन्न निवेश और भुगतानों के मामले में राहत देने जैसे उपाय किये गये हैं.
राष्ट्रपति ने इससे संबधित ‘कराधान और अन्य कानून (विभिन्न प्रावधानों में राहत) अध्यादेश 2020’ को 1 अप्रैल को अपनी संस्तुती दे दी. इस अध्यादेश के जरिये पीएम केयर्स फंड में दिये गये योगदान पर भी उसी तरह 100 प्रतिशत की कर छूट देने का प्रावधान किया गया है जैसी छूट प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय राहत कोष में योगदान देने पर मिलती है.
इस अध्यादेश से पीएम केयर्स फंड में किये गये दान पर आयकर कानून की धारा 80G के तहत 100 प्रतिशत कर कटौती होगी. पीएम केयर्स फंड में दिये गये दान पर सकल आय की 10 प्रतिशत कटौती की सीमा भी लागू नहीं होगी.
डकवर्थ-लुईस पद्धति के सूत्रधार टोनी लुईस का निधन
क्रिकेट के डकवर्थ-लुईस पद्धति के सूत्रधार टोनी लुईस का 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया. टोनी लुईस ने अपने गणितज्ञ साथी फ्रेंक डकवर्थ के साथ मिलकर वर्ष 1997 में डकवर्थ लुईस पद्धति का प्रतिपादन किया था. अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने वर्ष 1999 में इसे आधिकारिक स्वीकृति दी थी. इस विधि को 2014 में डकवर्थ-लुईस-स्टर्न विधि नाम दिया गया.
गणित पर आधारित इस पद्धति का इस्तेमाल वर्षा से खेल बाधित होने पर सीमित ओवरों के अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में किया जाता है. लुईस क्रिकेटर नहीं थे लेकिन उन्हें क्रिकेट और गणित में अपने योगदान के लिये 2010 में ब्रिटिश साम्राज्य के विशिष्ट सम्मान MBE से सम्मानित किया गया था.
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के आयोजन की तारीख में बदलाव
एथलेटिक्स महासंघ ने ‘वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप’ के आयोजन की तारीख में बदलाव किया है. 2021 में होने वाली यह चैंपियनशिप अब 2022 में होगी. वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 6 से 15 अगस्त 2021 तक अमेरिका के यूजीन में होनी थी.
इससे पहले इस वर्ष टोक्यो में होने ओलिंपिक खेलों को 1 वर्ष के लिए स्थगित किया गया था. अब ये ओलिंपिक खेल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होना है. दोनों टूर्नामेंट की तारीख टकराने के कारण ‘वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप’ 2022 में कराने का फैसला किया गया.
वर्ष 2019-20 में वस्तु एवं सेवा कर संग्रह में 26,519 करोड़ रुपए की बढोतरी
चालू वित्त-वर्ष (2019-20) में वस्तु एवं सेवा कर (GST) संग्रह में पिछले वित्त के अपेक्षा 26519 करोड़ रुपये की बढोतरी दर्ज की गयी. इस दौरान घरेलू कारोबार के जरिए होने वाले GST संग्रह में 8 फीसदी की बढोत्तरी जबकि आयात से होने वाले GST संग्रह में 8 फीसदी की कमी आई. इस कारण कुल GST संग्रह बीते साल के मुकाबले केवल 4 फीसदी की वृद्धि हुई.
सरकार ने वित्त-वर्ष (2019-20) में औसतन हर महीने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का GST राजस्व संग्रह का लक्ष्य रखा था लेकिन मात्र छह महीने ही इस लक्ष्य को हासिल किया जा सका. लक्ष्य हासिल नहीं होने के मद्देनजर सरकार ने जनवरी मार्च तिमाही में हर महीने 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये के राजस्व संग्रह का लक्ष्य दोबारा निर्धारित किया जिसे जनवरी माह 2020 में हासिल कर लिया गया.
इस वर्ष मार्च में कुल GST राजस्व संग्रह 97,597 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले वर्ष मार्च में यह राशि 1,06,577 करोड़ रुपए रही थी.
सौर कण तूफानों के अध्ययन के लिए नासा ने SunRISE मिशन शुरू किया
अमेरिकी अन्तरिक्ष एजेंसी नासा ने हाल ही में SunRISE (Sun Radio Interferometer Space Experiment) मिशन शुरू किया है. इस मिशन में सौर कण तूफानों (solar particle storms) का अध्ययन किया जायेगा. नासा ने SunRISE मिशन को निर्धारित लक्ष्य से पहले करने के लिए 62.6 मिलियन अमरीकी डॉलर की राशि दी है.
2 अप्रैल: विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस
प्रत्येक वर्ष 2 अप्रैल को विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस (World Autism Awareness Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य ऑटिज्म से ग्रस्त लोगों को इससे लड़ने तथा इसका निदान करने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि वे समाज में अन्य लोगो की तरह पूर्ण और सार्थक जीवन जी सकें.
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2007 में 2 अप्रैल के दिन को विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस के रूप में घोषित किया था. पहला विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस 2 अप्रैल 2008 को मनाया गया था. नीले रंग को ऑटिज्म का प्रतीक माना गया है.
इस वर्ष यानी 2020 में विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस का विषय (थीम) ‘The Transition to Adulthood’ है.
ऑटिज्म (Autism): एक दृष्टि
- ऑटिज्म एक आजीवन न्यूरोलॉजिकल विकार (disorder) है. इसके लक्षण जन्म से प्रथम तीन वर्षों में ही नज़र आने लगते. जिन बच्चों में यह रोग होता है उनका मानसिक विकास अन्य बच्चों से असामान्य होता है. यह जीवन-पर्यंत बना रहने वाला विकार है.
- ऑटिज्म से ग्रसित व्यक्ति दूसरों से अलग स्वयं में खोया रहता है. ऑटिज्म के रोगी को मिर्गी के दौरे भी पड़ सकते हैं. यह बीमारी पूरी दुनिया में फैला हुआ है.
देश-दुनिया: एक दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र डेलीडोज
ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने ‘कोविड-19’ के टीके का परीक्षण शुरू किया: ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने ‘कोविड-19’ के संभावित टीके का परीक्षण शुरू कर दिया है. अनुसंधान-कर्ताओं ने कहा है कि परीक्षण पूरा होने में तीन महीने का वक्त लग सकता है. कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (CSIRO) के वैज्ञानिकों ने कहा कि वे यह परीक्षण कर रहे हैं कि कोविड-19 का टीका कितना प्रभावशाली है.
वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप की तारीख में बदलाव: बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने कहा है कि अगले साल स्पेन में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप की तारीख बदल सकती है क्योंकि उसी समय टोक्यो ओलिंपिक होना है.