सरकार ने HCQ के निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटाया, जानिए क्यों HCQ है चर्चा में

भारत सरकार ने Hydroxychloroquine (HCQ) सहित कई दवाओं के निर्यात पर लगा प्रतिबंध 7 अप्रैल को हटा लिया. जिन दवाओं से प्रतिबंध हटाया गया है उनमें विटामिन B1, विटामिन B12, टिनिडाजोल, मेट्रानिडाजोल, एसिक्लोविर, विटामिन B6, क्लोरमफेनिकॉल जैसी 14 दवाएं शामिल हैं.

इसमें से Hydroxychloroquine से आंशिक प्रतिबंध हटाया गया है. सरकार ने मानवीय आधार पर अमेरिका सहित कुछ चुनिंदा देशों को इसकी आर्पूति करने के आदेश दिए हैं. ये दवाएं उन देशों को भेजी जाएंगी जिन्हें भारत से मदद की आस है. हालांकि घरेलू जरुरतें पूरी होने के बाद स्टॉक की उपलब्धता के आधार पर निर्यात किया जाएगा.

Hydroxychloroquine की मांग क्यों

वैसे कोरोना वायरस सक्रमण को रोकने के लिए कोई दावा या वैक्सीन अभी तक उपलब्ध नहीं है. लेकिन फिर भी कुछ दवाएं ऐसी है जो इसके प्रभाव को कम करने में मददगार साबित हुई हैं. Hydroxychloroquine उन दवाओं में से एक है, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी पुष्टि की है. इस कारण पूरी दुनिया में Hydroxychloroquine की मांग बढ़ गई है.

अमेरिका सहित कई देशों ने भारत से मांग की थी

कोरोना वायरस के इलाज में प्रभावी Hydroxychloroquine की मांग दुनियाभर में तेजी से बढ़ रही है. भारत सरकार ने भविष्य में पड़ने वाले घरेलू जरूरतों को देखते हुए Hydroxychloroquine सहित कई दवाओं के निर्यात पर प्रतिवंध लगा दिया था. इस कारण अमेरिका सहित कई देशों ने भारत से इस दवा के निर्यात से प्रतिबंध को हटाने मांग की थी.

भारत में Hydroxychloroquine का इस्तेमाल

भारत में Hydroxychloroquine का इस्तेमाल मलेरिया, आर्थेराइटिस (गठिया) और ल्यूपस (LUPUS) नाम की बीमारी के उपचार में किया जाता है. हाल के दिनों में इस दावा को कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल किया जा रहा है.

भारत Hydroxychloroquine का सबसे बड़ा उत्पादक

Hydroxychloroquine एक ऐंटी मलेरिया टैबलेट है. भारत में मलेरिया के मामले हर साल बड़ी संख्या में आते हैं और यही वजह है कि भारत इसका सबसे बड़ा उत्पादक है. इंडियन फार्मास्‍यूटिकल अलायंस (IPA) के अनुसार, दुनिया को hydroxychloroquine की 70 फीसदी सप्‍लाई भारत करता है.

देश के पास इस दवा को बनाने की कैपासिटी इतनी है कि वह 30 दिन में 40 टन hydroxychloroquine का उत्पादन कर सकता है. यानी इससे 20 मिलीग्राम की 20 करोड़ टैबलेट्स बनाई जा सकती हैं. भारत में इस दवा को बनाने वाली कंपनी में Ipca Laboratories, Zydus Cadila औार Wallace Pharmaceuticals का नाम शामिल है.

Hydroxychloroquine बनाने के लिए API

Hydroxychloroquine बनाने के लिए जिन एक्टिव फार्मास्‍यूटिकल्‍स इंग्रीडिएंट्स (API) की जरूरत पड़ती है उसका 70 प्रतिशत सप्‍लाई चीन करता है.