डेली कर्रेंट अफेयर्स
सर्वाधिक कमाई करने वाले 100 खिलाड़ियों की फोर्ब्स की सूची जारी, कोहली इकलौते भारतीय, फेडरर शीर्ष पर
अमेरिकी पत्रिका फोर्ब्स ने विश्व में सर्वाधिक कमाई करने वाले 100 खिलाड़ियों की वर्ष 2020 की सूची 30 मई को जारी की.
स्विट्जरलैंड के टेनिस खिलाड़ी और 20 ग्रैंडस्लैम के विजेता रोजर फेडरर इस सूची में पहले स्थान पर हैं. फेडररकी कुल वार्षिक कमाई लगभग 106.3 मिलियन डॉलर (800 करोड़ रुपये) है. 1990 के बाद इस सूची में शीर्ष पर पहुंचने वाला टेनिस का पहला खिलाड़ी है.
इस सूची में फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनॉल्डो (105 मिलियन डॉलर), लियोनेल मेस्सी (104 मिलियन डॉलर), नेमार (95.5 मिलियन डॉलर) और अमेरिकी बास्केटबॉल खिलाड़ी लेब्रॉन जेम्स (88.2 मिलियन डॉलर) शीर्ष पांच में शामिल हैं.
विराट कोहली एकमात्र भारतीय
इस सूची में शामिल होने वालों में क्रिकेटर विराट कोहली एकमात्र भारतीय है. फोर्ब्स ने उन्हें 66वें स्थान पर रखा है. उनकी कुल वार्षिक कमाई 26 मिलियन डॉलर (196 करोड़ रुपये) है. कोहली 2019 के इस सूची में 100वें और 2018 में 83वें स्थान पर थे.
कोहली ने 24 मिलियन डॉलर की कमाई प्रचार और ‘ब्रांड एंडोर्समेंट’ से की है, जबकि उन्होंने 2 मिलियन डॉलर की कमाई वेतन और पुरस्कार राशि से की है.
31 मई: विश्व तंबाकू निषेध दिवस
प्रत्येक वर्ष 31 मई को ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ (World No-Tobacco Day) मनाया जाता है. इस दिवस के मानाने का उद्देश्य देश और दुनिया भर में तंबाकू से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दे कर लोगों को जागरूक करना है.
विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम
WHO ने इस वर्ष यानी 2020 में इस दिवस का मुख्य विषय (थीम)- ‘युवाओं को इस इंडस्ट्री के हथकंडों से बचाना और उन्हें तंबाकू और निकोटीन के इस्तेमाल से रोकना’ (Protecting youth from industry manipulation and preventing them from tobacco and nicotine use ) रखा है. यह थीम युवाओं को तंबाकू के उपयोग से रोकने पर केन्द्रित है.
विश्व तंबाकू निषेध दिवस का इतिहास
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाने की घोषणा वर्ष 1987 में की थी. दरअसल, तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों की वजह से मृत्युदर में अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए साल WHO ने इसे एक महामारी घोषित किया.
WHO ने पहली बार 7 अप्रैल 1988 को अपनी स्थापना की वर्षगांठ पर विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया था. बाद में इसके लिए एक तारीख ’31 मई’ निर्धारित की गई.
ओला ने एटरगो बीवी का अधिग्रहण किया
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (OEM) ने एम्सटर्डम स्थित एटरगो बीवी का अधिग्रहण किया है. इस कदम से भारतीय कंपनी को वैश्विक प्रीमियम इलेक्ट्रिक दोपहिया बाजार में प्रवेश करने में मदद मिलेगी.
OEM का लक्ष्य 2021 तक भारत में अपना इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन पेश करना है. एटरगो के अधिग्रहण से OEM की इंजीनियरिंग और डिजाइन क्षमताओं में बढ़ोतरी होगी.
एटरगो ने पूरी तरह इलेक्ट्रिक ‘एप-स्कूटर’ का विकास किया है. इसमे स्वैपेबल उच्च ऊर्जा घनत्व वाली बैटरी का इस्तेमाल होता है और 240 किलोमीटर तक की गति देता है.
उत्तर प्रदेश में सडकों का विकास हर्बल सडकों के रूप में किया जायेगा
उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के 800 किलोमीटर लंबी सडकों का विकास हर्बल यानी जडी बूटी वाली सडकों के रूप में करेगी. इन सडकों की विशेषता यह होगी कि इनके दोनों ओर औषधीय और जडी बूटियों के पेड पौधे लगाए जाएंगे.
इन हर्बल सडकों के किनारे पीपल, नीम, सहजन जैसे आयुर्वेद में वर्णित वृक्षों के साथ ही ब्राह्मी, अश्वगंधा और जैतरोफा जैसे जैविक पौधे भी लगाये जायेंगे. यह पेड-पौधे आयुर्वेदिक दवाओं के लिये उपयोग में लाये जायेंगे और साथ ही साथ भूमि के क्षरण को भी रोकेंगे.
इस योजना के चलते ना केवल सड़को के किनारे विकास, सुन्दरीकरण और चिकित्सकीय लाभ होंगे बल्कि इससे जैव विविधता को भी बढ़ावा मिलेगा.
यह 800 किलोमीटर की सड़के प्रदेश से गुजरने वाले राष्ट्रीय और राजमार्गों पर स्थित होंगी. लोकनिर्माण विभाग इन हर्बल सड़कों के किनारे रेन वॉटर रिचार्जिंग सिस्टम भी लगायेगा ताकि भूजल के स्तर को बढ़ाया जा सके.
सरकार ने ‘केंद्रीय प्लास्टिक इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान’ के नाम परिवर्तित किया
सरकार ने रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत आने वाले ‘केंद्रीय प्लास्टिक इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान’ (CIPET) का नाम परिवर्तित कर ‘केंद्रीय पेट्रो-रसायन इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान’ (CIPET) कर दिया है. परिवर्तित नाम को तमिलनाडु सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1975 के तहत पंजीकृत किया गया है.
केंद्रीय पेट्रो-रसायन इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान पूरी तरह से पेट्रो-केमिकल क्षेत्र के विकास के लिये समर्पित होगा, जिसमें एकेडमिक्स, स्किलिंग, टेक्नोलॉजी सपोर्ट एंड रिसर्च इत्यादि क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. भारत में पेट्रोकेमिकल उद्योग में चार मुख्य श्रेणियां- पॉलिमर, इलास्टोमर्स, सिंथेटिक फाइबर और सर्फैक्टेंट इंटरमीडिएट शामिल हैं.
केंद्रीय प्लास्टिक इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान
केंद्रीय प्लास्टिक इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान (CIPET) की स्थापना 1968 में भारत सरकार द्वारा ‘सयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम’ (UNDP) की मदद से चेन्नई में की गई थी. वर्तमान समय में यह भारत सरकार के उर्वरक मंत्रालय के अधीन एक प्रमुख राष्ट्रीय संस्थान है. इसका मुख्य उद्देश्य देश में प्लास्टिक उद्योग के विकास में योगदान करना है.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
सरकार ने जारी की अनलॉक-1 की गाइडलाइंस
गृह मंत्रालय ने कंटेनमेंट क्षेत्रों से बाहर के इलाकों में प्रतिबंधित गतिविधियां चरणबद्ध तरीके से फिर से खोलने (अनलॉक) के बारे में नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. कंटेनमेंट क्षेत्रों में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन 30 जून तक बढ़ा दिया गया है. कंटेनमेंट क्षेत्रों को छोड़ अन्य क्षेत्रों से पहले चरण के दौरान अगले महीने की 8 तारीख से पूजा-स्थल, होटल, रेस्टोरेंट और अन्य आवभगत सेवाओं तथा शॉपिंग मॉल्स में लोगों के प्रवेश की अनुमति होगी.
अमेरिका में आयोजित होने वाला जी-7 सम्मेलन स्थगित
अमेरिका में जून 2020 में आयोजित होने वाला जी-7 शिखर सम्मेलन स्थगित हो गया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस सम्मेलन को स्थगित करने की घोषणा की. अभी सम्मेलन की नई तारीख तय नहीं हुई है. ट्रम्प ने जी-7 के विस्तार की वकालत करते हुए इसमें भारत, रूस, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों को भी शामिल करने के संकेत दिए. वर्तमान में जी-7 में अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान और इटली शामिल हैं.