डेली कर्रेंट अफेयर्स
लद्दाख के गलवान घाटी क्षेत्र में चीनी सेना के साथ हिंसक संघर्ष
पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी क्षेत्र में 15 जून को भारतीय सेना का चीनी सेना के साथ हिंसक संघर्ष हो गया. इस क्षेत्र में चीन की सेना ने वहां यथास्थिति बदलने की कोशिश की थी जिससे दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई.
उल्लेखनीय है कि भारत में चीन से लगी सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की है. यह गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है.
संक्षिप्त घटनाक्रम
- पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर दोनों देशों के बीच चार पॉइंट्स पर पिछले कई दिनों से गतिरोध जारी है. इसके बाद से ही दोनों देशों ने वहां अपने सैनिकों की संख्या बढ़ानी शुरू कर दी थी.
- 6 जून को पहली बार भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी. जिसमें गतिरोध के पॉइंट्स की पहचान की गई थी. इस बातचीत में गलवान वैली और हॉट स्प्रिंग एरिया में गतिरोध के तीन पॉइंट्स में धीरे-धीरे सैनिकों को पीछे किये जाने पर सहमति बनी थी. चीन पैंगोंग सो एरिया से पीछ हटने को तैयार नहीं हुआ था.
- चीन 6 जून को हुई सहमति से मुकर गया. उसने गलवान घाटी में एलएसी पर इस सहमति के अनुरूप काम नहीं किया. 15 जून को देर शाम और रात को चीन की सेना ने वहां यथास्थिति बदलने की कोशिश की जिससे दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई.
भारत वैश्विक कृत्रिम बुद्धिमता भागीदारी शुरू करने वाले देशों के समूह में शामिल
भारत, वैश्विक कृत्रिम बुद्धिमता भागीदारी (GPAI) संस्थापक सदस्य देशों के समूह में 15 जून को शामिल हो गया. इस समूह में अमरीका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, कनाडा, फ्रांस सहित कई अन्य देश शामिल हैं. इससे अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों और भागीदारों के सहयोग से उद्योग जगत, नागरिक संगठनों, सरकारों और शिक्षा जगत के प्रमुख विशेषज्ञों को एक मंच पर लाने में सहायता मिलेगी.
GPAI क्या है?
- GPAI, Global Partnership on Artificial Intelligence का संक्षिप्त रूप है. विभिन्न भागीदार देशों के अनुभव के इस्तेमाल से कृत्रिम बुद्धिमता (Artificial Intelligence) की चुनौतियों और अवसरों को बेहतर ढंग से समझने का अपनी तरह का पहला प्रयास है.
- GPAI को भारत के साथ-साथ अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, मैक्सिको, न्यूजीलैंड, कोरिया गणराज्य, सिंगापुर द्वारा शुरू किया गया है.
अमेरिकी महिला कैथरीन सुलिवन मरियाना ट्रेंच पहुंचने वाली पहली महिला बनी
अमेरिकी महिला कैथरीन सुलिवन (Kathy Sullivan) पृथ्वी के महासागर में सबसे गहरे ज्ञात स्थान ‘मरियाना ट्रेंच’ पर पहुंचने वाली पहली महिला बन गई हैं. सुलिवन ने एक सबमर्सिबल में मरियाना ट्रेंच स्थित ‘चैलेंजर डीप’ (Challenger Deep) की तली तक करीब 11 किलोमीटर नीचे पहुंचीं.
कैथरीन सुलिवन ने मरियाना ट्रेंच (प्रशांत महासागर) तक पहुचने की यह कामयाबी EYOS Expeditions नाम की लॉजिस्टिक्स कंपनी के साथ मिलकर किया. उनके साथ एक्सप्लोरर विक्टर एल वेस्कोवो भी गए थे. दोनों ने चैलेंजर डीप पर करीब डेढ़ घंटा बिताया.
अंतरिक्ष में चलने वाली पहली अमेरिकी महिला
68 साल की कैथरीन सुलिवन ने 1978 में NASA को जॉइन किया था. वह उस पहले अमेरिकी ऐस्ट्रोनॉट्स के ग्रुप का हिस्सा थीं जिसमें महिलाओं को शामिल किया गया था. 11 अक्टूबर, 1984 को वह अंतरिक्ष (स्पेस) में चलने वाली पहली अमेरिकी महिला बनीं थीं.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
भारत का पहला गैस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म IGX पर शुरू किया गया
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 16 जून को भारत का पहला राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन डिलीवरी पर आधारित गैस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म शुरू किया गया. यह प्लेटफॉर्म इंडियन गैस एक्सचेंज (IGX) पर शुरू किया गया है. इसके शुरू होने से प्राकृतिक गैस की कीमत खुले बाजार में तय होगी.
अनमोल नारंग अमेरिकी सैन्य अकादमी से स्नातक होने वाली पहली सिख लेफ्टिनेंट बनीं
भारतीय मूल की अनमोल नारंग अमेरिकी सैन्य अकादमी से स्नातक (ग्रेजुएट) होने वाली पहली सिख लेफ्टिनेंट बन गई हैं. उनका जन्म अमेरिका में हुआ थी. उन्होंने जॉर्जिया प्रौद्योगिकी संस्थान से स्नातक की पढ़ाई की और उसके बाद वेस्ट प्वाइंट गईं जहां वह परमाणु इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की.
SIPRI ‘ईयरबुक 2020’ जारी
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) ने हाल ही में ‘ईयरबुक 2020’ जारी किया है. इसके अनुसार, चीनी शस्त्रागार में 320 न्यूक्लियर हथियार हैं. वहीं, पाकिस्तान का पास 160 और भारत के पास 150 न्यूलिक्यर हथियार मौजूद हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस और अमेरिका के पास दुनिया का 90 फीसदी से ज्यादा न्यूक्लियर हथियार है. रूस के पास 6,375 और अमेरिका के पास 5,800 न्यूक्लियर हथियार हैं. दुनिया में फिलहाल 9 देशों के पास न्यूक्लियर हथियार हैं. इनमें रूस, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इजरायल और उत्तर कोरिया शामिल हैं.
16 जून: अंतर्राष्ट्रीय पारिवारिक प्रेषण दिवस
प्रत्येक वर्ष 16 जून को अंतर्राष्ट्रीय पारिवारिक प्रेषण दिवस (International Day of Family Remittances) मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास कोष (IFAD) की गवर्निंग काउंसिल द्वारा 16 जून को अंतर्राष्ट्रीय पारिवारिक प्रेषण दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा 2015 में की थी. 2018 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इसे स्वीकृत किया था.
आयुर्वेद उत्पाद पर आधारित फेश मास्क ‘पवित्रापति’
रक्षा उन्नत प्रौद्योगिकी संस्थान ने आयुर्वेद उत्पाद पर आधारित नष्ट होने वाला (बायोडिग्रेडेबल) फेश मास्क विकसित किया है. यह मास्क वायरस को निष्क्रिय और बैक्टीरिया को रोकने का काम करेगा. इस मास्क का नाम ‘पवित्रापति’ है. यह मास्क नीम के तेल, हल्दी, कृष्णा तुलसी, आजवाइन, ब्लैक पैपर सहित अनेक उत्पादों से बना है.
बिहार विधान परिषद की नौ सीटों के लिए चुनाव की घोषणा
निर्वाचन आयोग ने बिहार विधान परिषद की नौ सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव की घोषणा की. मतदान 6 जुलाई को होगा. वोटों की गिनती उसी दिन की जाएगी. चुनाव की अधिसूचना 18 जून को जारी होगी. राज्य सरकार में मंत्री अशोक चौधरी सहित विधान परिषद के नौ सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो गया है.