लद्दाख के गलवान घाटी क्षेत्र में चीनी सेना के साथ हिंसक संघर्ष

पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी क्षेत्र में 15 जून को भारतीय सेना का चीनी सेना के साथ हिंसक संघर्ष हो गया. इस क्षेत्र में चीन की सेना ने वहां यथास्थिति बदलने की कोशिश की थी जिससे दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई. इस हिंसक झड़प में भारत के करीब 20 सैनिक शहीद हो गये.

इन शहीदों में बिहार रेजीमेंट के 16वीं बटालियन के कमांडिंग अधिकारी कर्नल बी संतोष बाबू ने चीन के सैनिकों के साथ हिंसक संघर्ष में देश के लिए अपनी जान न्‍योछावर कर दी. कर्नल संतोष बाबू हैदराबाद के समीप सूर्यपेट के निवासी थे.

उल्लेखनीय है कि भारत में चीन से लगी सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की है. यह गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है.

संक्षिप्त घटनाक्रम

  1. पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर दोनों देशों के बीच चार पॉइंट्स पर पिछले कई दिनों से गतिरोध जारी है. इसके बाद से ही दोनों देशों ने वहां अपने सैनिकों की संख्या बढ़ानी शुरू कर दी थी.
  2. 6 जून को पहली बार भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी. जिसमें गतिरोध के पॉइंट्स की पहचान की गई थी. इस बातचीत में गलवान वैली और हॉट स्प्रिंग एरिया में गतिरोध के तीन पॉइंट्स में धीरे-धीरे सैनिकों को पीछे किये जाने पर सहमति बनी थी. चीन पैंगोंग सो एरिया से पीछ हटने को तैयार नहीं हुआ था.
  3. चीन 6 जून को हुई सहमति से मुकर गया. उसने गलवान घाटी में एलएसी पर इस सहमति के अनुरूप काम नहीं किया. 15 जून को देर शाम और रात को चीन की सेना ने वहां यथास्थिति बदलने की कोशिश की जिससे दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई.