भारत और यूरोपीय संघ की 15वीं शिखर वार्ता, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सह-अध्‍यक्षता की

भारत यूरोपीय संघ की 15वीं शिखर बैठक 15 जुलाई को वीडियो कॉन्‍फ्रेंस के माध्यम से आयोजित की गयी थी. इस बैठक की सह-अध्‍यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी, यूरोपीय परिषद के अध्‍यक्ष चार्ल्‍स माइकल और यूरोपीय आयोग की अध्‍यक्ष उर्सुला वॉन डेर लियन ने की थी.

शिखर बैठक में राजनीतिक और सुरक्षा संबंधी, व्‍यापार और निवेश तथा आर्थिक सहयोग की समीक्षा की गयी. कोविड-19 महामारी और अन्‍य वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गया.

बैठक को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत यूरोपीय संघ साझेदारी की आर्थिक पुनर्निर्माण और मानवता केन्द्रित वैश्विकरण में महत्‍वपूर्ण भूमिका होगी. प्रधानमंत्री ने यूरोप को भारत में नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग बढाने के प्रयासों में निवेश और प्रौद्योगिकी के लिए आमंत्रित किया.

संयुक्‍त बयान में कहा गया है कि यूरोपीय संघ को, 2022 में G-20 में भारत की अध्‍यक्षता और 2021-22 में संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में अस्‍थायी सदस्‍यता की उत्‍सुकता से प्रतीक्षा है.

भारत-यूरोपीय संघ शिखर वार्ता

भारत और यूरोपीय संघ के बीच पहली शिखर वार्ता सन 2000 में हुई थी. कोविड-19 के कारण मार्च में भारत-यूरोपीय संघ शिखर वार्ता स्थगित करनी पड़ी थी.

विश्‍व के बदलते परिप्रेक्ष्‍य में यूरोपीय संघ द्वारा भारत के साथ संबंध और अधिक सुदृढ़ करने के दृष्टिकोण से यह शिखर सम्‍मेलन अत्‍यधिक महत्‍वपूर्ण है.