RBI ने वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट जारी की, मार्च 2020 में बैंकों का NPA 8.5 प्रतिशत

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 24 जुलाई को वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (Financial Stability Report-FSR) का 21वाँ अंक जारी किया. इस रिपोर्ट में देश की वित्तीय प्रणाली के सुदृढ़ होने की बात कही गयी है.

वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट: मुख्य बिंदु

  • वित्तीय संस्थाओं को कोविड​-19 महामारी और उसके बाद के दौर में जोखिम से अत्यधिक दूरी बनाने से बचना चाहिए.
  • बैंक और वित्तीय मध्यस्थों के लिए अभी सर्वोच्च प्राथमिकता पूंजी के स्तर को बढ़ाने और लचीलेपन में सुधार लाने की होनी चाहिए.
  • RBI ने आशंका जताई है कि बैंकों का गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) मार्च 2021 तक बढ़कर 12.5 फीसद हो सकता है. मार्च 2020 में बैंकों का NPA 8.5 फीसद पर था.

वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट: एक दृष्टि

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) प्रत्येक 6 माह में वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (FSR) प्रकाशित करता है. इस रिपोर्ट में भारत की वित्तीय प्रणाली की स्थिरता मूल्यांकन प्रस्तुत किया जाता है.

NPA क्या है?

NPA (Non-Performing Asset) बैंक का वह कर्ज है जो डूब गया है और जिसे फिर से वापस आने की उम्मीद ना के बराबर होती है.