डेली कर्रेंट अफेयर्स
प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत नवाचार चुनौती का शुभारंभ किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में स्तरीय ऐप विकसित करने के लिये ‘आत्मनिर्भर भारत नवाचार चुनौती’ (AatmaNirbhar Bharat Innovate Challenge) का शुभारंभ किया है. इसका उद्देश्य स्टार्ट-अप और तकनीकी क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाना तथा भारतीय ऐप निर्माताओं और नवाचारों को प्रोत्साहित करना है.
मुख्य बिंदु
- प्रधानमंत्री ने लोगों और प्रौद्योगिकी से जुड़े समुदाय से आत्मनिर्भर भारत नवाचार चुनौती में भाग लेने का आग्रह किया. यह चुनौती दो स्तरों पर आयोजित होगी- मौजूदा ऐप का संवर्धन और नये ऐप का विकास.
- ई-लर्निंग, वर्क फ्रॉम होम, गेमिंग, बिज़नस, मनोरंजन, कार्यालय संबंधी कार्य और सोशल नेटवर्किंग के लिये मौजूदा ऐप को बढ़ावा देने और नये ऐप विकसित करने के लिये सरकार आवश्यक सहयोग उपलब्ध करेगी.
- इस चुनौती के नतीजे मौजूदा ऐप को बेहतर बनाने और लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करेंगे. भारतीय ऐप्स में विश्व स्तरीय बनने की क्षमता है.
- उन्होंने कहा कि भारत और विश्व की अनेक समस्याओं के समाधान के लिये नये ऐप विकसित किये जाने की असीम संभावना है.
- भारत के पास प्रौद्योगिकी और स्टार्ट-अप के अनुकूल पारिस्थितिकीय तंत्र है और इनके लिये भारतीय बाजारों में भी अपार क्षमता है.
आषाढ़ पूर्णिमा: धम्म चक्र दिवस, महात्मा बुद्ध से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
प्रत्येक वर्ष आषाढ़ पूर्णिमा को धम्म चक्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. बुद्ध पूर्णिमा के बाद, धम्म चक्र दिवस बौद्ध धर्म में दूसरा सबसे पवित्र दिन है.
धम्म चक्र दिवस क्या है?
गौतम बुद्ध द्वारा अपने पांच शिष्यों को पहला उपदेश देने की स्मृति में यह दिवस मनाया जाता है. गौतम बुद्ध ने आषाढ़ पूर्णिमा के दिन अपना पहला उपदेश दिया था. गौतम बुद्ध द्वारा पहला उपदेश बौद्ध ग्रन्थ- धम्मचक्क पवत्तन सुत्त में दर्ज है.
महात्मा बुद्ध के बुद्धत्व की प्राप्ति: बुद्ध पूर्णिमा
वैशाख पूर्णिमा को महात्मा बुद्ध के बुद्धत्व की प्राप्ति दिन (बुद्ध पूर्णिमा) के रूप में मनाया जाता है. इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था.
महात्मा बुद्ध: महत्वपूर्ण तथ्य
- महारानी माया देवी ने 563 ईसा पूर्व मे सिद्धार्थ गौतम (महात्मा बुद्ध) को नेपाल के लुंबिनी में जन्म दिया था.
- विश्व प्रसिद्ध माया देवी मंदिर उसी जगह पर स्थित है जहां गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था.
- सम्राट अशोक 249 ईसा पूर्व में लुंबिनी आए थे और उनकी इस यात्रा के प्रतीक के रूप में एक स्तंभ लगाया गया था. बलुआ पत्थर और अवसादी शैल से बना यह स्तंभ शाक्यमुनी बुद्ध के जन्म से जुडा पहला पुरालेख प्रमाण है.
- माया देवी मंदिर के पास ही ईसा पूर्व पहली शताब्दी से 5 वीं शताब्दी के बीच कुषाण से लेकर गुप्त काल के बीच बने कई स्तूप भी हैं.
- महात्मा को बोध गया, बिहार में पीपल के पेड़ के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. ज्ञान प्राप्त करने के बाद गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश सारनाथ में दिया था.
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अमरीका ने कोविड महामारी के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया
अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने कहा है कि कोविड महामारी के लिए चीन को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि चीन ने कोरोना संक्रमण के बारे में जिस तरह तथ्य छुपाये और सच्चाई पर लीपापोती की उसके कारण ही पूरी दुनिया में यह संक्रमण फैला.