वर्ष 2020 का अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार नीदरलैंड की 29 वर्षीय मारिके लुकास रिजनेवेल्ड को दिया गया है. वह यह पुरस्कार जीतेने वाली सबसे कम उम्र की लेखक बन गई हैं.
रिजनेवेल्ड को यह पुरस्कार उनकी की पुस्तक ‘द डिस्कम्फर्ट ऑफ इवनिंग’ (The Discomfort of Evening) के लिए दिया गया है. यह पुस्तक ग्रामीण नीदरलैंड के एक कट्टर ईसाई समुदाय के एक किसान परिवार की कहानी है. इस पुस्तक को पहली बार डच भाषा में 2018 में प्रकाशित किया गया था. मिशेल हचिसन ने इस पुस्तक का अंग्रेजी में अनुवाद किया है.
अन्तर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार: एक दृष्टि
यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष किसी भी भाषा के काल्पनिक कथा उपन्यास को दिया जाता है जिसका अनुवाद अंग्रेजी में हुआ है और प्रकाशन ब्रिटेन अथवा आयरलैंड में हुआ हो.
इस पुरस्कार का उद्देश्य दुनिया भर से गुणवत्तापूर्ण साहित्य के प्रकाशन और पढ़ने को प्रोत्साहित करना और अनुवादकों के काम को बढ़ावा देना है.
यह पुरस्कार मूल बुकर पुरस्कार से अलग है और इसका लक्ष्य विश्वभर में अच्छे उपन्यास के अधिक प्रकाशन और उसे पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है.
इस पुरस्कार विजेता को 50,000 पाउंड की इनाम राशि प्रदान की जाती है. नियमों के अनुसार यह ईनाम राशि लेखक और अनुवादक मिशेल हचिसन के बीच बराबर-बराबर बांटी जाएगी.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2020-08-28 23:46:132020-08-29 08:48:21नीदरलैंड की मारिके रिजनेवेल्ड को अन्तर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार दिया गया