जाने-माने शास्‍त्रीय संगीत गायक पंडित जसराज का निधन

भारत के प्रख्‍यात शास्‍त्रीय गायक पंडित जसराज का 17 अगस्त को अमरीका के न्‍यू जर्सी में निधन हो गया. वे 90 वर्ष के थे. उनका जन्म 1930 में हरियाणा में हुआ था.

पंडित जसराज भारतीय शास्‍त्रीय संगीत के सबसे प्रमुख गायको में जाने जाते हैं. जसराज का मेवाती घराने से ताल्लुक था, जो संगीत का एक स्कूल है और ‘ख़याल’ के पारंपरिक प्रदर्शनों के लिए जाना जाता है. शास्त्रीय संगीत के प्रदर्शन के अलावा, जसराज ने अर्ध-शास्त्रीय संगीत शैलियों को लोकप्रिय बनाने के लिए भी काम किया है, जैसे हवेली संगीत, जिसमें मंदिरों में अर्ध-शास्त्रीय प्रदर्शन शामिल हैं.

पंडित जसराज ने एक अनोखी जुगलबंदी की रचना की थी. इसमें महिला और पुरुष गायक अलग-अलग रागों में एक साथ गाते हैं. इस जुगलबंदी को जसरंगी नाम दिया गया. मधुराष्टकम् श्री वल्लभाचार्य जी द्वारा रचित भगवान कृष्ण की बहुत ही मधुर स्तुति है. पंडित जसराज ने इस स्तुति को अपने स्वर से घर-घर तक पहुंचा दिया.

भारत सरकार ने उन्‍हें 1975 में पद्मश्री, 1990 मेंपद्मभूषण और वर्ष 2000 में पद्मविभूषण से सम्‍मानित किया था. 1987 में उन्‍हेंसंगीत नाटक अकादमी पुरस्‍कार प्रदान किया गया.