डेली कर्रेंट अफेयर्स
भारत ने स्वदेशी बूस्टर युक्त सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल किया
भारत ने 30 सितम्बर को सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल किया. इस परीक्षण में स्वदेशी बूस्टर और एयरफ्रेम सेक्शन सहित कई स्वदेशी उप-प्रणालियों युक्त ब्रह्मोस के सतह से सतह तक मार करने वाली वर्जन का परीक्षण किया गया. यह परीक्षण ओडिशा में ITR, बालासोर से किया गया.
ब्रह्मोस मिसाईल: महत्वपूर्ण तथ्यों पर एक दृष्टि
- ब्रह्मोस के महानिदेशक डॉक्टर सुधीर कुमार हैं.
- ब्रह्मोस एक कम दूरी की सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है.
- 9 मीटर लंबी इस मिसाइल का वजन लगभग 3 टन है. यह मिसाइल ठोस ईंधन से संचालित होती है.
- यह दुनिया की सबसे तेज मिसाइल है. यह ध्वनि से 2.9 गुना तेज (करीब एक किलोमीटर प्रति सेकेंड) गति से 14 किलोमीटर की ऊँचाई तक जा सकता है.
- इस मिसाइल की मारक क्षमता 290 किलोमीटर है जिसे अब 400 किलोमीटर तक बढ़ाया जा सकता है.
- ब्रम्होस का विकास भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूस के एनपीओ के संयुक्त उद्यम ने किया है.
- ब्रह्मोस के संस्करणों को भूमि, वायु, समुद्र और जल के अंदर से दागा जा सकता है.
- इसका पहला परीक्षण 12 जून 2001 को किया गया था.
- इस मिसाइल का नाम दो नदियों को मिलाकर रखा गया है जिसमें भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मोस्क्वा नदी शामिल है.
- जमीन और नौवहन पोत से छोड़ी जा सकने बाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाईल पहले ही भारतीय सेना और नौसेना में शामिल की जा चुकी है. इस सफल परीक्षण के बाद ये मिसाइल सेना के तीनों अंगों का हिस्सा बन जायेगी.
सुखोई लड़ाकू विमान से गाइडेड बम छोड़ने का सफल परीक्षण
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने 24 मई 2019 को सुखोई लड़ाकू विमान (SU-30 MKI) से 500 किलोग्राम श्रेणी के एक गाइडेड बम छोड़ने का सफल परीक्षण किया था.
भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास ‘JIMEX-2020’ आयोजित किया गया
भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास ‘JIMEX-2020’ 26-28 सितंबर को आयोजित किया गया. दोनों देशों के बीच इस सैन्य अभ्यास का यह चौथा संस्करण था जिसे उत्तरी अरब सागर में आयोजित किया गया.
JIMEX 2020 में दोनों देशों के बीच उच्च स्तर की अंतर-संचालन और संयुक्त परिचालन कौशल का प्रदर्शन किया गया. दोनों नौसेनाओं में एक बहुआयामी सामरिक अभ्यास का आयोजन किया गया जिसमें वेपन फायरिंग, क्रॉस डेक हेलीकाप्टर संचालन, पनडुब्बी रोधी और वायु युद्ध अभ्यास शामिल थे.
इस सैन्य अभ्यास में भारतीय नौसेना की ओर से युद्धपोत चेन्नई, तेग, तर्कश और बेड़े के टैंकर दीपक को शामिल किया गया था. जापान की ओर से युद्धपोत कागा और इकाज़ूची ड्रिल में जापान का प्रतिनिधित्व किया.
भारत-जापान JIMEX 2020: एक दृष्टि
यह अभ्यास भारतीय नौसेना और जापानी समुद्री आत्म-रक्षा बल (JMSDF) के बीच 2012 से द्विवार्षिक रूप से आयोजित किया जाता है. पिछला JIMEX अक्टूबर 2018 में विशाखापत्तनम तट पर आयोजित किया गया था.
वर्ष 2020 के शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कारों की घोषणा: मुख्य विजेताओं की सूची
वर्ष 2020 के शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कारों की घोषणा 26 सितम्बर को की गयी. पुरस्कारों की घोषणा काउंसिल ऑफ साइंटिफिक ऐंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) के 79वें स्थापना दिवस समारोह में की गयी.
शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार 2019: मुख्य विजेताओं की सूची
जीवविज्ञान: डॉ. सुभदीप चटर्जी, और डॉ. वत्सला थिरुमलाई
रसायन विज्ञान: डॉ. ज्योतिर्मयी डैश और डॉ. सुबी जैकब जॉर्ज
पृथ्वी, वायुमंडल, महासागर व ग्रहीय विज्ञान: डॉ. अभिजीत मुखर्जी और डॉ. सुरेंदु दत्ता
इंजीनियरिंग विज्ञान: डॉ अमोल अरविंद्रो कुलकर्णी और डॉ किंशुक दासगुप्ता
गणित: डॉ. यूके आनंदवर्धन और डॉ. रजत सुभरा हाजरा
भौतिक विज्ञान: डॉ. राजेश गणपति और डॉ. सूरजजीत धरा
औषधि विज्ञान: डॉ. बुशरा अतीक और डॉ. रितेश अग्रवाल
शांति स्वरुप भटनागर पुरस्कार: एक दृष्टि
- शांति स्वरुप भटनागर पुरस्कार (Shanti Swarup Bhatnagar Prize for Science and Technology) की स्थापना 1957 में वैज्ञानिक व औद्योगिक अनुसन्धान परिषद् (CSIR) के संस्थापक निदेशक डॉ शांति स्वरुप भटनागर की स्मृति में की गयी थी.
- यह पुरस्कार प्रतिवर्ष वैज्ञानिक व औद्योगिक अनुसन्धान परिषद् (CSIR) द्वारा 45 वर्ष से कम आयु के वैज्ञानिक अथवा इंजिनियर को शोधकार्य को प्रदान दिया जाता है.
- यह पुरस्कार जीव विज्ञानं, रसायन विज्ञान, मेडिकल साइंस, भौतिक विज्ञान, गणित, इंजीनियरिंग, वायुमंडल, महासागर तथा ग्रहीय विज्ञान के क्षेत्र में प्रदान किया जाता है.
- इस पुरस्कार में पांच लाख रुपये की राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है.
उषा मंगेशकर को वर्ष 2020-21 के लता मंगेशकर सम्मान से सम्मानित कारने की घोषणा
महाराष्ट्र सरकार ने दिग्गज गायिका उषा मंगेशकर को वर्ष 2020-21 के लता मंगेशकर सम्मान से सम्मानित कारने की घोषणा की है. राज्य के संस्कृति मंत्री अमित देशमुख की अध्यक्षता वाली समिति ने अवॉर्ड के लिए सर्वसम्मति से ऊषा मंगेशकर को चुना.
महाराष्ट्र सरकार 1992 से यह पुरस्कार दे रही है और अब तक आशा भोसले, सुमन कल्याणपुर, संगीतकार राम लक्ष्मण, उत्तम सिंह और उषा खन्ना को यह अवार्ड दिया जा चुका है. लता मंगेशकर सम्मान के विजेता को पांच लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है.
30 सितंबर: अन्तर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
प्रत्येक वर्ष 30 सितंबर को अन्तर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस (International Translation Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस बाइबल के अनुवादक सेंट जीरोम की स्मृति में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विभिन्न देशों में अनुवाद कार्य का महत्व प्रदर्शित करना है.
इस वर्ष यानी 2020 के अन्तर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस की थीम (मुख्य विषय) ‘संकट में दुनिया के लिए शब्दों की तलाश करना’ (Finding the words for a world in crisis) है.
1991 में FIT (International Federation of Translators) ने एक आधिकारिक तौर पर अन्तर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस का विचार शुरू किया था, ताकि दुनिया भर में अनुवाद समुदाय की एकता को बढ़ावा मिले.