डेली कर्रेंट अफेयर्स
‘हरित रणनीतिक साझेदारी’ के लिए भारत और डेनमार्क में सहमति
भारत और डेनमार्क ने ‘हरित रणनीतिक साझेदारी’ के लिए अपने संबंधों को प्रगाढ़ बनाने का फैसला किया है. इसका मकसद नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण, अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग के महत्वपूर्ण विस्तार के लिए रूपरेखा तैयार करना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन के बीच डिजिटल द्विपक्षीय शिखर बैठक में यह निर्णय लिया गया. इस दौरान उन्होंने काफी अरसे से लंबित भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौता, कोविड -19 महामारी की चुनौती और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं पर इसके प्रभाव पर भी विचार-विमर्श किया.
दोनों नेताओं के इस बैठक में पुरुलिया में हथियार गिराए जाने के मामले में प्रमुख आरोपी किम डेवी का मुद्दा भी उठा और इस बात पर सहमति बनी कि इस मामले के शीघ्र हल के लिए दोनों पक्षों के अधिकारी संपर्क में रहेंगे. भारत इस मामले में मुकदमे का सामना करने के लिए डेनमार्क से डेवी के प्रत्यर्पण की मांग करता रहा है.
दोनों नेताओं की वार्ता में ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण, जल, अर्थव्यवस्था, सतत शहरी विकास, व्यापार, जहाजरानी, खाद्य, कृषि और जीवन विज्ञान जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर सहमति बनी. दोनों पक्षों ने यूरोपीय संघ और भारत के बीच एक महत्वाकांक्षी, निष्पक्ष तथा पारस्परिक रूप से लाभप्रद व्यापार और निवेश समझौते के लिए काम करने की प्रतिबद्धता जतायी.
दोनों प्रधानमंत्रियों ने भारत-डेनमार्क जल प्रौद्योगिकी गठबंधन के जरिए जल क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए इच्छा व्यक्त की. इनमें जलापूर्ति, अपशिष्ट जल उपचार, सीवरेज प्रणाली, उपचारित अपशिष्ट जल का पुन: उपयोग, जल प्रबंधन आदि शामिल हैं.
पूर्व क्रिकेटर नीतू डेविड को महिला क्रिकेटरों के राष्ट्रीय चयन पैनल का प्रमुख नियुक्त किया गया
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने पूर्व क्रिकेटर नीतू डेविड को महिलाओं के राष्ट्रीय चयन पैनल का चेयरमैन नियुक्त करने की घोषणा की. पैनल में अन्य सदस्य पूर्व भारतीय खिलाड़ी मिठु मुखर्जी, रेणु मार्गेट, आरती वैद्य और वी कल्पना हैं. नीतू डेविड के नेतृत्व वाले पैनल को चार वर्ष की अवधि के लिए नियुक्त किया गया है. उन्होंने हेमलता काला की अगुआई वाले पिछले पैनल का स्थान लिया है.
हेमलता काला की अगुआई वाले पिछले पैनल का कार्यकाल मार्च 2020 में ही समाप्त हो गया था. इसमें सुधा शाह, अंजलि पेंढारकर, शशि गुप्ता और लोपामुद्रा बनर्जी अन्य सदस्य थीं. पैनल ने ऑस्ट्रेलिया में महिला विश्व टी-20 के लिए टीम चुनी थी जो उनका अंतिम चयन था. इसमें भारतीय टीम उप-विजेता रही थी.
भारतीय स्पिनर डेविड ने 10 टेस्ट में 41 विकेट चटकाए हैं. उनके नाम टेस्ट में एक पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का विश्व रिकॉर्ड (53 रन देकर आठ विकेट) है जो उन्होंने 1995 में जमशेदपुर में इंग्लैंड के खिलाफ हासिल किया था.
28 सितम्बर: भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की जयंती
28 सितम्बर को देश में महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की जयंती पर उन्हें याद किया गया. भगत सिंह को शहीद-ए-आज़म के नाम से भी जाना जाता है. उनके पिताजी का नाम किशन सिंह तथा उनकी माता जी का नाम विद्यावती था.
भगत सिंह: एक दृष्टि
- भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को लायलपुर जिले के बंगा में हुआ था. यह मौजूदा पाकिस्तान का हिस्सा है. 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड ने भगत सिंह पर अमिट छाप छोड़ा.
- भगत सिंह महात्मा गांधी द्वारा चलाए जा रहे अहिंसा आंदोलन और भारतीय नेशनल कॉन्फ्रेंस के सदस्य थे. लेकिन जब 1921 में हुए चौरा-चौरा हत्याकांड के बाद गांधीजी ने हिंसा में शामिल सत्याग्रहियों का साथ नहीं दिया. इस घटना के बाद भगत सिंह का गांधी जी से मतभेद हो गया. इसके बाद अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन में भगत सिंह चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में बने गदर दल में शामिल हो गए.
- 9 अगस्त, 1925 को सरकारी खजाने को लूटने की घटना में भी उन्होंने अपनी भूमिका निभाई थी. यह घटना इतिहास में काकोरी कांड नाम से मशहूर है. इसमें उनके साथ रामप्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आजाद जैसे कई क्रांतिकारी शामिल थे.
- भगत सिंह ने राजगुरु के साथ मिलकर 17 दिसंबर 1928 को लाहौर में सहायक पुलिस अधीक्षक रहे अंग्रेज जेपी सांडर्स की हत्या कर दी थी. इस हत्या को अंजाम देने में चंद्रशेखर आजाद ने उनकी पूरी मदद की.
- अंग्रेजों की सरकार को ‘नींद से जगाने के लिए’ उन्होंने 8 अप्रैल 1929 को सेंट्रल असेंबली के सभागार में बम और पर्चे फेंके थे. इस घटना में भगत सिंह के साथ क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त भी शामिल थे.
- लाहौर षड़यंत्र केस में भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को फांसी की सजा सुनाई गई और बटुकेश्वर दत्त को आजीवन कारावास दिया गया. भगत सिंह को 23 मार्च, 1931 की शाम सात बजे सुखदेव और राजगुरू के साथ फांसी पर लटका दिया गया. तीनों ने हंसते-हंसते देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया.
भगत सिंह का लेखन और संपादन
भगत सिंह एक अच्छे वक्ता, पाठक, लेखक और पत्रकार भी थे. उन्होंने कई पत्र-पत्रिकाओं के लिए लिखा और संपादन भी किया. उन्होंने ‘अकाली’ और ‘कीर्ति’ दो अखबारों का संपादन भी किया. उनकी कृतियों के कई संकलन भी प्रकाशित हुए. उनमें ‘एक शहीद की जेल नोटबुक, सरदार भगत सिंह : पत्र और दस्तावेज, भगत सिंह के संपूर्ण दस्तावेज प्रमुख हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का निधन
पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का 27 सितम्बर को निधन हो गया है. वे 82 वर्ष के थे. जसवंत सिंह ने वाजपेयी सरकार में विदेश, रक्षा और वित्त मंत्रालयों की ज़िम्मेदारी संभाली थी. राजनीती में आने से पहले वे भारतीय सेना में मेजर रहे थे. जसवंत सिंह सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संस्थापक सदस्यों में थे.
28 सितम्बर: विश्व रेबीज़ दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
प्रत्येक वर्ष 28 सितम्बर को विश्व रेबीज़ दिवस (World Rabies Day) मनाया जाता है. इस दिवस के मनाने का उद्देश्य रेबीज बीमारी की रोकथाम के बारे में लोगों को जागरूकता फैलाना है.
विश्व रेबीज़ दिवस 2020 की थीम
इस वर्ष यानी 2020 में ‘विश्व रेबीज़ दिवस’ की थीम (मुख्य विषय) ‘End Rabies: Collaborate, Vaccinate’ है.
लुई पाश्चर ने रेबीज टीका विकसित विकसित किया था
यह दिवस फ्रांस के प्रसिद्ध रसायनज्ञ और सूक्ष्म जीवविज्ञानी लुई पाश्चर की पूण्यतिथि के अवसर पर मनाया जाता है. लुई पाश्चर ने पहला रेबीज टीका विकसित विकसित किया था.
रेबीज क्या है?
रेबीज एक वायरस जनित बीमारी है, जो आमतौर पर जानवरों के काटने से फैलता है. यह एक खतरनाक बीमारी है क्योंकि इसके लक्षण बहुत देर में दिखने शुरू होते हैं. रेबीज के लक्षण दिखने तक इलाज का समय आमतौर पर निकल चुका होता है.
28 सितंबर: सूचना की सार्वभौमिक पहुंच के लिए अन्तर्राष्ट्रीय दिवस
प्रत्येक वर्ष 28 सितम्बर को सूचना की सार्वभौमिक पहुंच के लिए अन्तर्राष्ट्रीय दिवस (International Day for Universal Access to Information- IDUAI) मनाया जाता है.
इस वर्ष यानी 2020 में IDUAI की थीम (मुख्य विषय) ‘सूचना तक पहुंच – जीवन बचाना, विश्वास बनाना, आशा लाना!’ (Access to Information – Saving lives, Building Trust, Bringing Hope!) है.
UNESCO (The United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization) ने नवम्बर 2015 में इसे एक दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की थी. पहला IDUAI 28 सितंबर 2016 को मनाया गया था.