डेली कर्रेंट अफेयर्स
अमरीका-भारत सामरिक साझेदारी फोरम का शिखर सम्मेलन
अमरीका-भारत सामरिक साझेदारी फोरम का शिखर सम्मेलन 3-7 अगस्त को आयोजित किया गया था. इस सम्मेलन में शीर्ष स्तर के राजनीतिज्ञ, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, व्यापार जगत से जुड़े विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया. सम्मेलन में व्यापार सहित कई क्षेत्रों में सहयोग और विश्व की सप्लाई चेन प्रणाली के बारे में विचार किया गया.
इस शिखर सम्मेलन का विषय- यूएस इंडिया वीक नेविगेटिंग न्यू चैलेंजेज़ था. इस सम्मेलन में कई विषय शामिल किए गए थे जैसे एक वैश्विक विनिर्माण केन्द्र बनने में भारत की संभावनाएं, भारत के गैस बाजार में अवसर, भारत में FDI आकर्षित करने के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, तकनीकी क्षेत्र में समान अवसर और चुनौतियां, भारत प्रशांत क्षेत्र के आर्थिक मुद्दे और सार्वजनिक स्वास्थ्य में नवाचार.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस सम्मेलन को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने मुख्य रूप से आत्मनिर्भर भारत मिशन, कोविड संकट, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर बल दिया. उन्होंने आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत भारतीय स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने की बात कही. आत्मनिर्भर भारत का उद्देश्य देश को विनिर्माण केन्द्र में बदलना है.
अमरीका-भारत सामरिक साझेदारी फोरम क्या है?
अमरीका-भारत सामरिक साझेदारी फोरम- (USIFCF) एक गैर-लाभकारी संगठन है. यह दोनों देशों के बीच साझेदारी के लिए कार्य करता है.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर राज्यपालों का सम्मेलन
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 पर राज्यपालों का सम्मेलन 7 सितम्बर को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए आयोजित किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया. इस सम्मेलन का आयोजन भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा किया गया था. सम्मेलन में सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री, विश्वविद्यालयों के कुलपति और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया.
इस सम्मेलन का विषय- ‘उच्च शिक्षा में परिवर्तन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भूमिका’ है.
नई शिक्षा नीति के उद्देश्य
नयी शिक्षा नीति 2020, 21वीं सदी की पहली शिक्षा नीति है, जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के 34 वर्षों के बाद घोषित किया गया है. नई शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से स्कूल और उच्च शिक्षा स्तर पर बडे़ सुधारों का लक्ष्य है.
नयी शिक्षा नीति में यह स्पष्ट किया गया है कि सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली ही जीवंत लोकतांत्रिक समाज का आधार होती है. अत: सार्वजनिक शिक्षण संस्थानों को मजबूत बनाना अत्यंत आवश्यक है.
वर्ष 2025 तक प्राथमिक विद्यालय स्तर पर सभी बच्चों को मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान प्राप्त कराना इस शिक्षा प्रणाली की सर्वोच्च प्राथमिकता तय की गई है.
नई शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य देश को सक्रिय और समावेशी ज्ञान केन्द्र बनाना है तथा एक ऐसी शिक्षा प्रणाली लागू करना है जो भारत को वैश्विक महाशक्ति बनाने में प्रत्यक्ष योगदान कर सके.
खगोल वैज्ञानिक डॉक्टर गोविंद स्वरूप का निधन
खगोल वैज्ञानिक डॉक्टर गोविंद स्वरूप का 8 सितम्बर को पुणे में निधन हो गया. वे 91 वर्ष के थे. वह टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के रेडियो एस्ट्रोफिजिक्स के राष्ट्रीय केंद्र के संस्थापक निदेशक थे. रेडियो खगोल विज्ञान के क्षेत्र में उनके अग्रणी कार्यों की विश्व में प्रशंसा हुई है. डॉक्टर स्वरूप भारत में रेडियो खगोल शास्त्र के जनक माने जाते हैं.
डॉक्टर स्वरूप न केवल खगोल शास्त्र और खगोल भौतिकी में महत्वपूर्ण योगदान के लिए बल्कि नवाचारी और सशक्त प्रेक्षण सुविधाएं विकसित करने में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए भी जाने जाते हैं. डॉक्टर स्वरूप को पद्मश्री, डॉक्टर शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार, एचके फिरोडिया सहित कई अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था.
रेडिया एस्ट्रॉनोमी के प्रारंभिक विकास में उनके योगदान तथा भारत में दुनिया के दूसरे सबसे बडे रेडियो टेलीस्कोप को बनाने में उनकी भूमिका को हमेशा याद किया जाएगा.
8 सितंबर: अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकरी
प्रत्येक वर्ष 8 सितम्बर को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (International Literacy Day) के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य व्यक्तिगत, सामुदायिक और सामाजिक रूप से साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालना है.
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2020 का थीम
इस वर्ष यानी 2020 में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का थीम- ‘कोविड-19 महामारी के दौरान साक्षरता, शिक्षा और पठन-पाठन पर विशेष जोर’ (Literacy teaching and learning in the COVID-19 crisis and beyond) है.
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का इतिहास
युनेस्को ने 8 सितम्बर को अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा 17 नवम्बर 1965 को की थी. पहला अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 8 सितम्बर 1966 में मनाया गया था.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
ADB ने 50 करोड डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए
भारत और एशियाई विकास बैंक (ADB) ने दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम गलियारे के निर्माण के लिए 50 करोड डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए. एक अरब डॉलर लागत की इस परियोजना के तहत 82 किलोमीटर के अत्याधुनिक और तेज रफ्तार गलियारे के जरिये उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जोडा जाएगा.
SCO के विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक
विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक में शामिल होंगे. यह बैठक मॉस्को में 9-10 सितम्बर को आयोजित होनी है. विदेश मंत्रियों की परिषद की ये तीसरी बैठक होगी जिसमें भारत SCO के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल होगा. इससे पहले, ये बैठकें अप्रैल 2018 में पेइचिंग और मई 2019 में बिश्केक में हुईं थीं. भारत इस वर्ष रूस परिसंघ की अध्यक्षता में शंघाई सहयोग संगठन के लिए आयोजित हो रही विभिन्न वार्ता गतिविधियों में सक्रियता से भाग ले रहा है.
भारतीय शोधकर्ताओं ने कांच में विकाचन की प्रक्रिया विकसित की
बेंगलुरू में जवाहर लाल नेहरू उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान केन्द्र में एसोसिएट प्रोफेसर राजेश गणपति के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने कांच में विकाचन को दूर करने के लिए प्रक्रिया विकसित की है. कांच को क्रिस्टल में परिवर्तित करने की प्रक्रिया विकाचन कहलाती है. यह खोज मोबाइल फोन पर गोरिला ग्लास जैसे और अधिक स्थायी कांच के निर्माण की दिशा में शुरूआती कदम है.