डेली कर्रेंट अफेयर्स
सरकार ने चुनावी खर्च की सीमा में 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की घोषणा की
सरकार ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों को चुनावी खर्च की सीमा में 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की घोषणा की है. केंद्रीय कानून मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के बाद यह बढ़ोत्तरी तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है.
इस घोषणा के तहत अब लोकसभा चुनावों में अधिकतम 77 लाख तक और विधानसभा चुनाव में अधिकतम 30.80 लाख रुपये तक खर्च की सीमा तय की गयी है. अभी तक खर्च की यह सीमा लोकसभा में अधिकतम 70 लाख रुपए तक और विधानसभा में 28 लाख रुपये तक की थी.
भारतीय निर्वाचन आयोग ने COVID-19 के कारण सरकार से चुनावी खर्च की सीमा में बढ़ोत्तरी का सुझाव दिया था. इससे पहले चुनावी खर्च सीमा में यह बढ़ोत्तरी 2014 में की गई थी.
कुछ छोटे राज्यों व केंद्र शासित क्षेत्र में बढ़ोतरी नहीं
चुनावी खर्च सीमा में की गई इस बढोत्तरी को अरुणाचल प्रदेश, गोवा, सिक्किम, पुंडुचेरी, अंडमान निकोबार, दादर नगर हवेली और दमन दीव, लक्षद्वीप, लद्दाख जैसे कुछ छोटे राज्यों व केंद्र शासित क्षेत्र में लागू नहीं किया गया है. यहाँ लोकसभा चुनाव में 59.40 लाख और विधानसभा चुनाव में 22 लाख रुपये तक की राशि तय की गयी है.
इसके साथ ही उत्तर-पूर्व के मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर, नगालैंड जैसे राज्यों में लोकसभा में तो खर्च की सीमा को 77 लाख ही रखा गया है, लेकिन विधानसभा चुनावों में खर्च की सीमा को 22 लाख रुपए रखा है.
भारत ने नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का परीक्षण किया
भारत ने 22 अक्टूबर को नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (Nag Anti-Tank Guided Missile) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में किया गया.
नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने विकसित किया है. इस मिसाइल का नवीनतम संस्करण बड़े टैंक्स को भी किसी भी मौसम में निशाना बना सकती है. इसकी मारक क्षमता 20 किमी तक की है.
इस मिसाइल में इंफ्रारेड का उपयोग कर लॉन्च से पहले टारगेट को लॉक किया जाता है. इसके बाद नाग अचानक ऊपर उठती है और फिर तेजी से टारगेट के एंगल पर मुड़कर उसकी ओर चल देती है.
इससे पहले भी नाग मिसाइल के कई परीक्षण किये जा चुके हैं. हर बात कुछ नया इसमें जोड़ा जाता रहा है. साल 2017, 2018 और 2019 में अलग-अलग तरीके की नाग मिसाइलों का परीक्षण हो चुका है.
भारत को अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के संचालक मंडल की अध्यक्षता मिली
भारत को अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के संचालक मंडल की अध्यक्षता मिली है. श्रम सचिव अपूर्व चंद्र को ILO के संचालक मंडल के अध्यक्ष के लिए चुना गया है. वह इस पद पर अक्टूबर 2020 से जून 2021 तक रहेंगे. 35 साल बाद भारत को ILO के संचालक मंडल की अध्यक्षता मिली है.
अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) क्या है?
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (International Labour Organization) संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी है. यह अन्तर्राष्ट्रीय श्रम मानक तय करती है. यह संगठन अंतरराष्ट्रीय आधारों पर मजदूरों तथा श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए नियम बनाता है. 1969 में इसे विश्व शांति के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
संचालक मंडल ILO का शीर्ष कार्यकारी निकाय है. यह निकाय नीतियों, कार्यक्रमों, एजेंडा, बजट और महानिदेशकों का चुनाव करती है. वर्तमान में ILO के 187 सदस्य हैं. ILO का मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है.
भारतीय पर्यटन सांख्यिकी 2020 रिपोर्ट: उत्तरप्रदेश शीर्ष स्थान पर
भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने हाल ही में भारतीय पर्यटन सांख्यिकी (Indian Tourism Statistics) 2020 रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में वर्ष 2019 में घरेलू पर्यटकों को आकर्षित करने वाले राज्यों की सूची जारी की गयी है.
रिपोर्ट के अनुसार राज्य में आने वाले सबसे अधिक घरेलू पर्यटकों को आकर्षित करने में उत्तर प्रदेश ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया है. वर्ष 2019 में लगभग 53.6 करोड़ घरेलू पर्यटकों ने उत्तर प्रदेश का दौरा किया, जो कुल यात्रियों का 23.1% है. इसके बाद तमिलनाडु (21.3%) दूसरे और आंध्र प्रदेश (10.2%) तीसरे स्थान पर रहा.
विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के मामले में तमिलनाडु पहले स्थान पर
वर्ष 2019 में विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के मामले में तमिलनाडु, महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया. 2019 में तमिलनाडु में लगभग 68 लाख विदेशी पर्यटक आये. इस दौरान महाराष्ट्र में 55 लाख और उत्तरप्रदेश में 47 लाख विदेशी पर्यटकों ने दौरा किया था.
24 अक्टूबर: संयुक्त राष्ट्र संघ दिवस, विश्व विकास सूचना दिवस
प्रत्येक वर्ष 24 अक्टूबर को पूरे विश्व में संयुक्त राष्ट्र संघ दिवस (United Nations Day) मनाया जाता है. 1945 में संयुक्त राष्ट्र का गठन सभी के लिए शांति, विकास और मानव अधिकारों के समर्थन करने के लिए किया गया था.
इस वर्ष (2020 में) 75वां संयुक्त राष्ट्र संघ दिवस मनाया गया. संयुक्त राष्ट्र संघ का गठन द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 24 अक्तूबर 1945 को विश्व के 50 देशों ने संयुक्त राष्ट्र अधिकार-पत्र पर हस्ताक्षर कर किया था. भारत शुरुआती दिनों से ही इसका सदस्य है.
संयुक्त राष्ट्र की छह आधिकारिक भाषाएं हैं- अरबी, चाइनीज, अंग्रेजी, फ्रेंच, रसियन और स्पैनिश. आधिकारिक भाषाएं छह हैं, लेकिन यहां पर संचालन भाषा केवल अंग्रेजी और फ्रेंच हैं.
24 अक्टूबर: विश्व विकास सूचना दिवस
प्रत्येक वर्ष 24 अक्टूबर को विश्व विकास सूचना दिवस (World Development Information Day) मनाया जाता है. यह दिवस आम जनता के बीच सूचना के प्रसार के महत्व को दर्शाता है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1972 में विकास की समस्याओं की ओर दुनिया का ध्यान आकर्षित करने और उनके समाधान हेतु इस दिवस की शुरुआत की थी. महासभा ने यह निर्णय लिया था कि यह दिवस संयुक्त राष्ट्र दिवस की तारीख़ यानी 24 अक्टूबर को ही मनाया जाना चाहिए.
24 अक्तूबर: विश्व पोलियो दिवस
प्रत्येक वर्ष 24 अक्तूबर को विश्व पोलियो दिवस (World Polio Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य पोलियो के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.
जोनास साल्क का जन्मदिन
विश्व पोलियो दिवस जोनास साल्क के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो अमेरिकी वायरोलॉजिस्ट थे. उन्होंने दुनिया का पहला सुरक्षित और प्रभावी पोलियो वैक्सीन बनाने में मदद की थी. डॉक्टर जोनास साल्क ने साल 1955 में पोलियो से बचाव की दवा दुनिया के सामने प्रस्तुत किया था.
पोलियो क्या है?
पोलियो या पोलियोमेलाइटिस, एक अपंग यानी विकलांग करने वाली घातक बीमारी है. पोलियो वायरस के कारण यह बीमारी होती है. व्यक्ति से व्यक्ति में फैलने वाला यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी पर हमला कर सकता है, जिससे पक्षाघात होने की आशंका होती है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रयासों से टीकाकरण अभियान ने दुनिया को पोलियो से बचाया. भारत पिछले 7-8 वर्षों से पोलियो मुक्त हो चुका है.
23 अक्तूबर: अन्तर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस
प्रत्येक वर्ष 23 अक्तूबर को अन्तर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस (World Snow Leopard Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य इन प्राणियों का संरक्षण और हिमालय में वन्य जीवन की रक्षा करना है.
हिम तेंदुए ऊंची पहाड़ी क्षेत्रों में 3,000 और 4,500 मीटर की ऊंचाई पर पाए जाते हैं. जहाँ इनकी आबादी पाई जाती हैं उनमें उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, रूस, पाकिस्तान, मंगोलिया, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, भारत, चीन, भूटान और अफ़गानिस्तान शामिल हैं.
देश में हिम तेंदुओं की गणना के लिए पहले राष्ट्रीय प्रोटोकॉल का शुभारंभ
वर्ष 2019 के अन्तर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस के अवसर पर केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने देश में हिम तेंदुओं की गणना के लिए पहले राष्ट्रीय प्रोटोकॉल का शुभारंभ किया था.