डेली कर्रेंट अफेयर्स
2020 के लिए रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार इमैनुएल और जेनिफर को दिया जायेगा
वर्ष 2020 के लिए रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार इमैनुएल चार्पियर (Emmanuelle Charpentier) और जेनिफर ए डोडना (Jennifer A Doudna) को दिया जायेगा. रसायन विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार रॉयल एकेडमी ऑफ साइंसेज, स्टॉकहोम, स्वीडन द्वारा प्रदान किया जाता है.
इमैनुएल चार्पियर फ्रांस और जेनिफर ए डोडना अमेरिका के हैं. उन्हें यह पुरस्कार CRISPR-Cas9 DNA के रूप में पहचाना जाने जाना वाला जीनोन एडिटिंग (gene-editing) तकनीक को विकसित करने के लिए दिया गया है. इनके प्रयोग से शोधकर्ता जानवरों, पौधों और सूक्ष्मजीवों के डीएनए को अत्यधिक उच्च परिशुद्धता के साथ बदल सकते हैं. इस तकनीक का उपयोग कैंसर सहित कई उपचारों में किया जा रहा है.
क्वाड संगठन के विदेश मंत्रियों की बैठक तोक्यो में आयोजित की गयी
चार देशों के समूह- क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक 6 अक्टूबर को जापान की राजधानी तोक्यो में आयोजित की गयी. यह इस समूह की दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक थी. पहली बैठक का आयोजन 2019 में किया गया था.
इस बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिज पायने और जापानी विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोतेगी ने हिस्सा लिया.
बैठक में डॉ. जयशंकर ने संगठन के सदस्य देशों ने मूल्य आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था, पारदर्शिता, अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा में नौवहन की स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के प्रति सम्मान की भावना और क्षेत्रीय विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के प्रति वचनबद्धता व्यक्त की.
बैठक में कोविड महामारी के बाद अन्तर्राष्ट्रीय व्यवस्था और चुनौतियों से निपटने के समन्वित प्रयासों पर विचार-विमर्श किया गया. क्षेत्रीय मुद्दों तथा मुक्त और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के महत्व पर भी चर्चा हुई.
क्वाड क्या है?
क्वाड का पूरा नाम Quadrilateral Security Dialogue (QSD) है. इस संगठन में अमरीका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत इसमें शामिल हैं. क्वाड संगठन का उद्देश्य इस क्षेत्र में वैध और महत्वपूर्ण हित रखने वाले सभी देशों की सुरक्षा और उनके आर्थिक सरोकारों का ध्यान रखना है.
अमेरिका में कल्पना चावला के नाम पर अंतरिक्ष यान का नाम रखा गया
अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी नॉर्थरोप ग्रुमेन ने अपने अगले स्पेस स्टेशन रिसप्लाय शिप ‘NG-14’ सिग्नस अंतरिक्ष यान का नाम ‘एस एस कल्पना चावला’ रखने की घोषणा की है. यह अंतरिक्ष यान 29 सितंबर को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए लॉन्च किया जाएगा.
एस एस कल्पना चावला एक री-सप्लाई शिप है. यह अंतरिक्ष यान अपने साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए करीब 3629 किग्रा वजनी सामान लेकर जाएगा. इसे वर्जीनिया स्पेस के मिड-अटलांटिक रीजनल स्पेसपोर्ट (MARS) वॉलॉप्स द्वीप से कक्षा में लॉन्च किया जाएगा.
कल्पना चावला: एक दृष्टि
16 जनवरी, 2003 को कल्पना चावला अमेरिकी अंतिरक्ष यान कोलंबिया के चालक दल के रूप में अंतरिक्ष में जाने वाली भारत की पहली महिला बनी थीं. पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश करने के दौरान कोलंबिया अंतरिक्ष यान दुर्घटना ग्रस्त हो गया था. इस दुर्घटना में सभी सात क्रू सदस्यों की मौत हो गयी थी. चावला ने नासा में भारतीय मूल की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री के रूप में इतिहास रचा है.
सरकार ने मौद्रिक नीति समिति पैनल में तीन नये सदस्यों को नियुक्त किया
सरकार ने मौद्रिक नीति समिति (MPC) पैनल में तीन सदस्यों को नियुक्त किया है. ये तीन सदस्य प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री आशिमा गोयल, जयंत आर वर्मा और शशांक भिडे हैं. नए सदस्य चेतन घाटे, पामी दुआ और रवींद्र ढोलकिया की जगह लेंगे हैं. उन्हें 29 सितंबर, 2016 को चार साल के लिए पैनल में नियुक्त किया गया था.
आशिमा गोयल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में अर्थव्यवस्था पर लगातार लिखते रहे हैं, उनके सौ से अधिक लेख छपे हैं. जयंत आर वर्मा, अहमदाबाद में भारतीय प्रबंधन संस्थान में प्रोफेसर है. शशांक भिडे मौजूदा समय में वरिष्ठ सलाहकार, नेशनल काउंसिल फॉर एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च है.
मौद्रिक नीति समिति: एक दृष्टि
मौद्रिक नीति समिति (MPC) का गठन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अधिनियम की धारा 54ZB के तहत भारत सरकार द्वारा किया गया था. इस समिति में कुल छह सदस्य होते हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर इस समिति का पदेन अध्यक्ष होते हैं.
MPC, बैंक दर, रेपो दर, रिवर्स रेपो दर, नकद आरक्षित अनुपात जैसे बेंचमार्क दरों और मौद्रिक नीतियों की समीक्षा करता है.
दिनेश कुमार खारा भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन नियुक्त किये गये
सरकार ने दिनेश कुमार खारा को भारतीय स्टेट बैंक का चैयरमैन नियुक्त किया है. उन्होंने रजनीश कुमार की जगह ली है. रजनीश कुमार ने 6 अक्टूबर को अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा किया. वित्त मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक दिनेश कुमार खारा को तीन साल के लिए चेयरमैन नियुक्त किया गया.
बैंक के बोर्ड ब्यूरो (BBB) ने खारा के नाम की सिफारिश एसबीआई के अगले चेयरमैन के रूप में की थी. परंपरा के अनुसार एसबीआई के चेयरमैन की नियुक्ति बैंक में सेवारत प्रबंध निदेशकों के समूह से की जाती है.
खारा 1984 में परिवीक्षाधीन अधिकारी (PO) के रूप में एसबीआई में शामिल हुए थे और उन्होंने अप्रैल 2017 में एसबीआई के पांच सहायक बैंकों और भारतीय महिला बैंक के एसबीआई में विलय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
भारतीय तटरक्षक दल के सातवें गश्तीदल ‘विग्रह’ का अनावरण किया गया
भारतीय तटरक्षक दल के सातवें गश्तीदल ‘विग्रह’ का 6 अक्टूबर को औपचारिक रूप से अनावरण किया गया. इसका अनावरण चेन्नई के कट्टूपल्ली बंदरगाह में किया गया. मार्च 2021 में इसे भारतीय तटरक्षक दल में शामिल किया जाएगा.
अत्याधुनिक नौवहन एवं संचार उपकरणों से लैस यह पोत भारतीय तटीय सीमाओं की निगरानी बढ़ाने में मदद करेगा. विग्रह पोत का इस्तेमाल समुद्री सीमा की निगरानी, तस्करों की धरपकड़ और गैरकानूनी गतिविधियों की रोकथाम के लिए किया जायेगा.
‘विग्रह’ का विकास लार्सन एंड टूब्रो लिमिटेड (एलएंडटी) ने किया है. इसकी लंबाई 98 मीटर और चौडाई 15 मीटर है. विग्रह एलएंडटी द्वारा विकसित सातवां और इस श्रृंखला का अंतिम पोत है. इसके लिए 2015 में रक्षा मंत्रालय के साथ 1432 करोड़ रुपये का करार हुआ था. इसकी अधिकतम रफ्तार 26 नॉट्स है और यह एक बार में बिना रुके 10,000 किलोमीटर की यात्रा पर जा सकता है.
इससे पहले, एलएंडटी ने आइसीजीएस विक्रम, आइसीजीएस विजया, आइसीजीएस वीरा, आइसीजीएस वराह, आइसीजीएस वरड और आइसीजीएस वज्र का भी निर्माण किया है.
भारत के सबसे बड़े HPC-AI सुपरकंप्यूटर ‘PARAM Siddhi–AI’ को कमीशन किया
C-DAC (Centre for Development of Advanced Computing) ने भारत के सबसे बड़े HPC-AI सुपरकंप्यूटर ‘PARAM Siddhi–AI’ को कमीशन किया. HPC-AI का पूरा नाम High Performance Computing and Artificial Intelligence है. PARAM Siddhi–AI विज्ञान प्रद्योगिकी के क्षेत्र में शोध और खोज में मदद करेगा.
भारत का पहला सुपर कंप्यूटर ‘Param Shivay’ था. इसका निर्माण भी C-DAC द्वारा किया गया था. परम शिवाय ने 1,20,000 से अधिक गणना कोर और 833 टीफ्लॉप्स का उपयोग किया. TeaFlop कंप्यूटर की प्रोसेसिंग स्पीड का एक पैमाना है.
7 अक्टूबर: विश्व कपास दिवस
प्रत्येक वर्ष 7 अक्टूबर को विश्व कपास दिवस (World Cotton Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस के आयोजन का उद्देश्य कपास उत्पादक देशों, संबंधित वस्तुओं के उद्यमियों और व्यापारियों को लाभ पहुँचाना है. कपास कपडा उद्योग के लिए अति महत्वपूर्ण है. इसके अलावा यह बड़ी संख्या में लोगों को रोज़गार भी प्रदान करता है. इस दिवस को विश्व व्यापार संगठन (WTO) द्वारा मनाया जाता है. WTO ने 7 अक्टूबर 2019 को जिनेवा में प्रथम विश्व कपास दिवस समारोह का आयोजन किया था.
विश्व में सबसे अधिक कपास
विश्व में सबसे अधिक कपास उत्पादक देशों बेनिन, बुर्कीना फासो, चाड और माली ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को विश्व कपास दिवस को सरकारी मान्यता दिए जाने का अनुरोध किया था. इसी अनुरोध के मद्देनजर 7 अक्टूबर 2019 को जिनेवा में इस समारोह का आयोजन किया गया.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
भारत-कनाडा कृषि प्रौद्योगिकी संगोष्ठी
भारत और कनाडा के बीच 6 अक्टूबर को कृषि प्रौद्योगिकी संगोष्ठी आयोजित क्या गया. संगोष्ठी का उदघाटन कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर ने किया. कनाडा के ओर से वहां की कृषिमंत्री मैरी क्लॉड बीब्यू इस संगोष्ठी में हिस्सा लिया. इसका आयोजन भारत-कनाडा व्यापार संगठन ने भारतीय उद्योग परिसंघ और विदेश मंत्रालय के सहयोग से किया था.
स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को ऑनलाइन माध्यम से जोड़ा गया
शहरी आवास कार्य मंत्रालय ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को ऑनलाइन माध्यम से बड़ी संख्या में ग्राहकों से जोड़ने के लिए प्रमुख फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म ‘Swiggy’ के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किया है. इस MOU का उद्देश्य स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को ऑनलाइन पहुंच प्रदान करना.
प्रधानमंत्री ने रेज शिखर सम्मेलन को सम्बोधित किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सामाजिक सशक्तिकरण के लिए उत्तरदायी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (रेज) शिखर सम्मेलन-2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सम्बोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उत्तरदायी उपयोग और असामाजिक तत्वों द्वारा इसके गलत इस्तेमाल से विश्व की रक्षा पर बल दिया है. शिखर सम्मेलन 9 अक्तूबर तक चलेगा.