डेली कर्रेंट अफेयर्स
न्यूज़ीलैंड में भारतीय मूल की प्रियंका राधाकृष्णन को मंत्री नियुक्त किया गया
न्यूज़ीलैंड में भारतीय मूल की प्रियंका राधाकृष्णन को मंत्री नियुक्त किया गया है. न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने 3 नवम्बर को उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया. ऐसा पहली बार हुआ है कि न्यूज़ीलैंड में भारतीय मूल का कोई व्यक्ति इस पद पर पहुँचा है.
41 साल की प्रियंका न्यूज़ीलैंड में सत्ताधारी लेबर पार्टी की नेता हैं. सितंबर 2017 में प्रियंका लेबर पार्टी से पहली बार सांसद चुनी गईं थीं. प्रियंका ने न्यूज़ीलैंड में घरेलू हिंसा में प्रताड़ित होने वाली महिलाओं और शोषणग्रस्त प्रवासी मज़दूरों के अधिकार के लिए काम किया है.
प्रियंका का जन्म चेन्नई में हुआ था. उन्होंने स्कूल की पढ़ाई सिंगापुर से की थी, इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए न्यूज़ीलैंड चली गई थीं.
24वां मालाबार नौसैनिक अभ्यास विशाखापत्तनम में आयोजित किया जा रहा है
भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच मालाबार नौसैनिक अभ्यास (Malabar Exercise) 3-6 नवम्बर को आयोजित किया जा रहा है. मालाबार अभ्यास का यह 24वां संस्करण है.
अभ्यास 2 चरणों में आयोजित किया जायेगा
यह अभ्यास 2 चरणों में आयोजित किया जा रहा है. पहला चरण विशाखापत्तनम के नजदीक बंगाल की खाड़ी में 3-6 नवम्बर को आयोजित किया जा रहा है. इसका दूसरा चरण 17-20 नवंबर के दौरान अरब सागर में होगा.
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन को नियंत्रित करने का प्रयास
इसे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में विस्तारवादी चीन के लिए बड़ा संदेश माना जा रहा है. चीन को मालाबार अभ्यास के उद्देश्य के बारे में संदेह है. उसे लगता है कि यह वार्षिक अभ्यास हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उसके प्रभाव को नियंत्रित करने का प्रयास है.
हाल ही में भारत और अमेरिका ने बेसिक एक्सचेंज ऐंड को-ऑपरेशन अग्रीमेंट (BECA) पर दस्तखत किए हैं. इस समझौते के बाद भारत को अब अमेरिका से सैटलाइट डेटा मिल सकेंगे जिससे मिसाइलें और ड्रोन और ज्यादा सटीक निशाना साध सकेंगे.
मालाबार अभ्यास में हिस्सा ले रहे इंडियन नेवी के 5 जहाज
मालाबार नौसैनिक अभ्यास में भारतीय नौसेना के पोत रणविजय, शिवालिक, ऑफ-शोर गश्ती पोत सुकन्या, बेड़े की सहायता करने वाला पोत शक्ति और पनडुब्बी सिंधुराज हिस्सा ले रहे हैं. इसके अलावा अमेरिकी नेवी का जॉन एस मैक्कैन मिसाइल डेस्ट्रॉयर, ऑस्ट्रेलिया का Ballarat युद्धपोत और जापान का डिस्ट्रॉयर हिस्सा ले रहे हैं.
मालाबार अभ्यास: एक दृष्टि
मालाबार अभ्यास की शुरुआत 1992 में हिंद महासागर में भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के बीच द्विपक्षीय अभ्यास के रूप में हुआ था. 2015 में जापान इस अभ्यास का स्थायी भागीदार बना था.
2007 के बाद चारों देशों की नौसेनाएं पहली बार किसी महा नौसैनिक अभ्यास में एक साथ हिस्सा ले रही हैं. भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया क्वाड गठबंधन के सदस्य देश हैं.
अमेरिका ने ताइवान को 60 करोड़ डॉलर के सशस्त्र ड्रोन बेचने को मंजूरी दी
अमेरिका ने ताइवान को 60 करोड़ डॉलर के सशस्त्र ड्रोन बेचने को मंजूरी दी है. दोनों देशों के बीच हुए समझौते के तहत ताइवान को रिमोट संचालित सशत्र ड्रोन व अन्य उपकरण देने की प्रक्रिया मंजूर की गई है.
इन ड्रोन के मिलने के बाद ताइवान को अपनी सुरक्षा, सैन्य संतुलन और राजनीतिक स्थिरता में मदद मिलेगी. इससे पहले अमेरिकी सरकार ने ताइवान को 237 करोड़ डालर की हार्पून मिसाइल बेचने पर सहमति दी थी. यह मिसाइल बेहद घातक मानी जाती है.
चीन-ताइवान संबंध
अमेरिका, चीन की चेतावनी के बावजूद ताइवान की सैन्य शक्ति को लगातार मजबूत कर रहा है. दरअसल चीन ताइवान को अपना अलग हुआ प्रांत बताकर उस पर अधिकार जताता है, जबकि ताइवान का कहना है कि वह संप्रभु देश है. वर्ष 1949 में गृहयुद्ध के दौरान यह द्वीपीय क्षेत्र चीन से अलग हो गया था. संयुक्त राष्ट्र ने ताइवान को चीन के एक प्रांत के रूप में मान्यता दी है.