लक्ष्मी विलास बैंक के DBIL में विलय को कैबिनेट की मंजूरी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लक्ष्मी विलास बैंक (LVB) के DBS बैंक इंडिया लिमिटेड (DBIL) में विलय के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. यह मंजूरी 25 नवम्बर को हुई कैबिनेट की बैठक में दी गयी. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लक्ष्मी विलास बैंक के DBS बैंक में विलय के आदेश दिए थे. RBI ने हाल ही में लक्ष्मी विलास बैंक के जमाकर्ताओं के लिए निकासी की सीमा 25,000 रुपये तक सीमित कर दी थी.

इस विलय के बाद LVB की जमा पूंजी अब DBIL इंडिया की लिखत पर होगी. यह पहला उदाहरण है जब भारत ने किसी संकट से जूझ रहे घरेलू बैंक को जमानत देने के लिए एक विदेशी संस्था का रुख किया है. सौदे के तहत DBS को 563 शाखाएं, 974 एटीएम और खुदरा देनदारियों में 1.6 बिलियन डॉलर की फ्रेंचाइजी मिलेगी.

DBS बैंक: एक दृष्टि

DBS सिंगापुर का एक प्रमुख बैंक है. यह 1968 में सिंगापुर सरकार द्वारा स्थापित किया गया था. इसकी 25 देशों में शाखाएं हैं. मौजूदा समय में भारत में भी करीब 12 शाखाएं काम कर रही हैं.