डेली कर्रेंट अफेयर्स
अमेरिका ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रतिष्ठित ‘लीजन ऑफ मैरिट’ सम्मान प्रदान किया
अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रतिष्ठित ‘लीजन ऑफ मैरिट’ (Legion of Merit) सम्मान प्रदान किया है. अमरीका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन से व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री की ओर से यह पुरस्कार ग्रहण किया.
भारत को वैश्विक शक्ति बनाने की दिशा में ले जाने तथा भारत और अमरीका के बीच वैश्विक मुद्दों पर रणनीतिक साझेदारी के लिए श्री मोदी के नेतृत्व के लिए यह पुरस्कार दिया गया है.
लीजन ऑफ मैरिट क्या है?
लीजन ऑफ मेरिट सम्मान अमेरिका के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है. यह सम्मान किसी राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष को ही दिया जाता है. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भी लीजन ऑफ मैरिट पुरस्कार प्रदान किए गए थे.
प्रधानमंत्री मोदी को कई देशों ने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अमेरिका से पहले कई देश अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित कर चुके हैं. इनमें 2016 में सऊदी अरब द्वारा दिया गया ‘ऑर्डर ऑफ अब्दुलअजीज अल सऊद’, ‘स्टेट ऑर्डर ऑफ गाजी अमानुल्लाह खान’ (2016), ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ स्टेट ऑफ फलस्तीन अवार्ड (2018), संयुक्त अरब अमीरात के ‘ऑर्डर ऑफ जायद अवार्ड’ (2019), रूस के ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू’ (2019) और मालदीव के ‘ऑर्डर ऑफ डिस्टिग्विंश्ड रूल ऑफ निशान आईज्जुद्दीन’ (2019) पुरस्कार शामिल हैं.
जापान ने अपने रक्षा बजट को लगातार नौवीं बार बढ़ाने को मंजूरी दी
जापान ने देश के रक्षा बजट को लगातार नौवीं बार बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा के कार्यकाल का यह पहला बजट है. वित्त वर्ष 2021 में रिकॉर्ड 5.34 ट्रिलियन येन (51.7 अरब अमेरिकी डॉलर) का रक्षा बजट पेश करने की योजना है. यह बजट मौजूदा वित्त वर्ष के रक्षा बजट से 1.1 प्रतिशत अधिक होगा. अगले वर्ष की शुरुआत में इसे 106 ट्रिलियन येन (10.3 खरब अमेरिकी डॉलर) के राष्ट्रीय बजट के साथ संसद की मंजूरी दी जाएगी.
प्रस्तावित बजट में लंबी दूरी की मिसाइलें विकसित करने का खर्च भी शामिल है, जिन्हें लड़ाकू विमानों से दागा जा सकता है. ये मिसाइलें धानमंत्री सुगा मंत्रिमंडल द्वारा हाल ही में पेश की गई नयी मिसाइल योजना का हिस्सा हैं. इस योजना को अमल में लाकर जापान पूर्वी चीन सागर में अपने नियंत्रण वाले उन टापुओं में मिसाइलों की तैनाती बढ़ा सकेगा, जिनपर चीन भी अपना दावा जताता है.
जापान सरकार चीन और उत्तर कोरिया से संभावित खतरे से निपटने के लिए लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलें और रेडार से बच निकलने में सक्षम लड़ाकू विमान विकसित करने के लिये रक्षा बजट बढ़ाना चाहती है.
स्वदेशी कोविड-19 टीके ‘कोवैक्सीन’ के तीसरे और अंतिम चरण का परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा हुआ
भारत के स्वदेशी कोविड-19 टीके ‘कोवैक्सीन’ (Covaxin) के तीसरे और अंतिम चरण का परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है. यह टीका अंतिम चरण में 13 हजार से अधिक लोगों को दिया गया है. मानव परीक्षणों के तीसरे चरण में कोवैक्सीन को देश भर के लगभग 26 हजार लोगों को दिया जाएगा. पहले दो चरणों में लगभग एक हजार लोगों पर वैक्सीन का परीक्षण किया गया है.
कोवैक्सीन का विकास हैदराबाद स्थित ‘भारत बायोटेक’ और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा किया गया है. भारत बायोटेक ने पहले कहा था कि प्रथम चरण के नैदानिक परीक्षणों से पता चला है कि इस वैक्सीन का मानव पर कोई गंभीर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है और यह कोरोना वायरस के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरक्षा पैदा करने में सक्षम पाया गया है.
आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति के लिए आवेदन
कोवैक्सीन विकसित करने वाली कम्पनी भारत बायोटेक ने 8 दिसम्बर को भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) से इस टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति के लिए आवेदन किया है.
कोवैक्सीन से पहले भारत में दो अन्य टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति मांगी गयी थी. भारत में फाइजर कंपनी ने अपनी वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की अनुमति मांगी थी. इसका विकास अमेरिकी कंपनी फाइजर ने जर्मन दवा कंपनी ‘बायोएनटेक’ (BioNTech) के साथ किया है.
उसके अलावा टीके बनाने वाली दुनिया की सबसे बडी कम्पनी पुणे के ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ ने भी ‘कोविशील्ड’ (Covishield) की मंजूरी के लिए आवेदन किया है. कोविशील्ड को ब्रिटेन की दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया गया है.
किसी दवा के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति तभी दी जाती है जब इस बात के पर्याप्त प्रमाण हों कि वह इलाज के लिए सुरक्षित और प्रभावी है. अंतिम मंजूरी परीक्षणों के पूरा होने और सम्पूर्ण आंकडों के विश्लेषण के बाद ही दी जाती है.
बृहस्पति और शनि अब तक के निकटतम दूरी पर आये
सौरमंडल में 21 दिसंबर 2020 को दो बड़े ग्रह बृहस्पति और शनि एक दूसरे के बेहद नजदीक आ गये थे. दोनों ग्रहों के बीच की दूर 0.1 डिग्री रह गई थी. यह इनकी निकटतम स्थिति थी. यह स्थिति 397 साल बाद बनी थी.
इससे पहले दोनों ग्रह 1623 में इतने करीब आए थे. सूर्य के नजदीक होने के कारण तब उन्हें देख पाना लगभग असंभव था. इस बार सूर्यास्त के बाद यह दृश्य आसानी से देखा गया.
बृहस्पति और शनि मार्च 2020 से एक साथ हैं और ग्रहों का ये संयोग लगभग 21 अप्रैल 2021 तक बना रहेगा. इसके बाद ये नजारा 15 मार्च 2080 को दिखाई देगा.
भारत-वियतनाम वर्चुअल शिखर बैठक
भारत और वियतनाम के बीच 21 दिसम्बर को शिखर बैठक आयोजित की गयी. वर्चुअल माध्यम से आयोजित इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वियतनाम के प्रधानमंत्री नूयेन सुन फुक ने हिस्सा लिया. बैठक के दौरान दोनों नेता आपसी, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किये.
श्री मोदी ने हिन्द्र-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि स्थापित करने की बात कही. उन्होंने देश की ‘एक्ट-ईस्ट’ नीति में वियतनाम को अहम कड़ी बताया.
दोनों नेताओं की इस बैठक में भारत-वियतनाम के बीच सात समझौते हुए. ये समझौते रक्षा, वैज्ञानिक अनुसंधान, नवीकरणीय ऊर्जा, परमाणु ऊर्जा, पेट्रो-रसायन और कैंसर उपचार जैसे क्षेत्रों में हैं.
बिजली उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने के लिये कई नियमों की घोषणा
सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने के लिये कई नियमों की घोषणा की है. इसकी जानकारी बिजली मंत्री आरके सिंह ने 21 दिसम्बर को दी. ग्राहकों के अधिकार से जुड़े इन नियमों के तहत उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने और तय समय पर सेवाएं देने की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है. ये नियम उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं, विश्वसनीय, गुणवत्तापूर्ण बिजली प्राप्त करने का अधिकार देने के लिए हैं.
नये नियमों के मुख्य बिंदु
- नियमों के तहत अगर वितरण कंनियां विद्युत (उपभोक्ता अधिकार) नियम के अंतर्गत मानक सेवा उपलब्ध नहीं कराएंगी, उन्हें जुर्माना देना होगा.
- अब कोई भी ग्राहक बिजली बिना नहीं होगा. वितरण कंपनियों को सेवाएं देनी होंगी और अगर वे इसका पालन नहीं करती हैं, जुर्माना देना पड़ेगा.
- प्रत्येक वितरण इकाइयों का यह कर्तव्य है कि वे विद्युत कानून के प्रावधानों के अनुरूप किसी मकान के मालिक या वहां रहने वालों के आग्रह पर बिजली आपूर्ति की व्यवस्था करें.
- नियमों के अनुसार, आयोग (बिजली नियामक) वितरण लाइसेंस रखने वाली इकाइयों के लिये कामकाज को लेकर मानक अधिसूचित करेगा. अगर कामकाज से जुड़े मानकों का उल्लंघन होता है, तो ग्राहकों को उसके एवज में हर्जाना देना होगा.
22 दिसंबर: राष्ट्रीय गणित दिवस, महान गणितज्ञ रामानुजन का जन्मदिन
प्रत्येक वर्ष 22 दिसंबर को ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ (National Mathematics Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य गणित के शिक्षकों और छात्रों को इस विषय को आसान बनाना और लोगों के बीच इसकी लोकप्रियता बढ़ाना है.
वर्ष 2012 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने महान गणितज्ञ रामानुजन की 125वीं वर्षगाठ के मौके पर उनके जन्मदिन को ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ के रूप में घोषित किया था. पहला ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ 22 दिसंबर 2012 को मनाया गया था.
श्रीनिवास रामानुजन का जन्मदिन
यह दिवस महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जन्मदिन पर मनाया जाता है. इसी दिन 1887 में श्रीनिवास रामानुजन का जन्म ईरोड नगर (तमिलनाडु) में हुआ था.
श्रीनिवास रामानुजन ने किसी भी तरह की कोई औपचारिक शिक्षा नहीं ली थी लेकिन उन्होंने अपने जीवन में ऐसी-ऐसी खोजें कीं कि बड़े-बड़े गणितज्ञ हतप्रभ रह गए. रामानुजन ने 12 साल की उम्र में त्रिकोणमिति में महारत हासिल कर ली थी और बिना किसी की सहायता के खुद से कई प्रमेय (Theorems) भी विकसित किए.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
भारत और रूस ने रणनीतिक भागीदारी का दशक पूरा होने का उत्सव मनाया
भारत और रूस ने 21 दिसम्बर को रणनीतिक भागीदारी का दशक पूरा होने का उत्सव मनाया. 2010 में 21 दिसंबर को भारत-रूस रणनीतिक भागीदारी का दर्जा बढ़ाकर विशेष कार्यनीतिक भागीदारी में तब्दील किया गया था. भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने कहा कि वैश्विक स्तर पर बाधाओं के बावजूद भारत और रूस के बीच मैत्री भरोसेमंद, सुदृढ़ और सामंजस्यपूर्ण बनी रही है.
अमेरिका में 900 अरब डॉलर का कोरोनो वायरस महामारी सहायता पैकेज विधेयक पारित
अमेरिकी संसद ने 900 अरब डॉलर ($900 billion) का कोरोनो वायरस महामारी सहायता पैकेज विधेयक पारित किया है. अमेरिका के निचले सदन प्रतिनिधि सभा और ऊपरी सदन सीनट ने 21 दिसम्बर को इस विधेयक को मंजूरी दी. आर्थिक सहायता पैकेज में कई अमेरिकियों के लिए प्रत्यक्ष भुगतान और व्यवसायों और बेरोजगारी कार्यक्रमों के लिए सहायता प्रदान करने की व्यवस्था शामिल है.
बलूचिस्तान की महिला सक्रियतावाद करीमा बलोच की मौत
बलूचिस्तान में पाकिस्तान की सेना और सरकार के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने वाली करीमा बलोच, कनाडा के टोरंटो में मृत पाई गई हैं. करीमा, बलूचिस्तान की एक मशहूर हस्ती रहीं. उन्हें महिला सक्रियतावाद की अग्रणी माना जाता है. उन्होंने स्विटजरलैंड में संयुक्त राष्ट्र सत्रों के दौरान बलूचिस्तान का मुद्दा उठाया था. उन्हें 2016 में विश्व की सर्वाधिक प्रेरणादायक और प्रभावशाली एक सौ महिलाओं में सम्मिलित किया गया था.
नेताजी की 125वीं जयंती मनाने के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन
सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाने के लिए उच्च स्तरीय समिति के गठन का फैसला किया है. यह समिति 23 जनवरी 2021 से साल भर आयोजित की जाने वाली गतिविधियों के बारे में निर्णय लेगी. गृह मंत्री अमित शाह उच्च स्तरीय समिति के अध्यक्ष होंगे. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी के महान योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रंद्धाजलि के तौर पर यह आयोजन किया जा रहा है.
यूरोपीय संघ ने फाइज़र द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी
यूरोपीय संघ ने फाइज़र और बायोएनटेक द्वारा विकसित कोरोना वायरस वैक्सीन को मंजूरी दी है. यूरोपीय संघ के कार्यकारी आयोग ने वैक्सीन को मंजूरी प्रदान की है. 27 राष्ट्रों के संघ में व्यापक टीकाकरण का प्रथम चरण इस सप्ताह के अंत में शुरू होने जा रहा है. यूरोपीय संघ के देशों में शामिल जर्मनी, फ्रांस, आस्ट्रिया और इटली ने कहा है कि वे क्रिस्मस के कुछ समय बाद टीकाकरण शुरू करने की योजना बना रहे हैं.
भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 दिसम्बर को भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF) 2020 का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन किया. IISF 20200 का लक्ष्य युवाओं में 21वीं शताब्दी के कौशल विकसित करना है. समाज में वैज्ञानिक मानसिकता को बढ़ावा देने के लिये विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने विज्ञान भारती के साथ मिलकर वर्ष 2015 में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव की परिकल्पना की थी.