प्रधानमंत्री ने माल ढुलाई के विशेष गलियारे के न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा खण्‍ड का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने पूर्वी डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर (EDFC) के ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा खण्‍ड का 29 दिसम्बर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया. EDFC का 351 किलोमीटर लम्बा यह गलियारा 5750 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.

यह खण्‍ड स्थानीय उद्योगों जैसे कानपुर देहात जिले में एल्यूमीनियम उद्योग, औरैया जिले में डेयरी क्षेत्र, इटावा जिले में कपड़ा उत्पादन, फिरोजाबाद जिले में कांच उद्योग और अलीगढ़ जिले में ताले और हार्डवेयर उद्योगों के लिए नए अवसर खोलेगा. यह खंड मौजूदा कानपुर-दिल्ली मुख्य लाइन से भी भीड़-भाड़ कम कर देगा और भारतीय रेलवे को रेलगाड़ियों को तेज गति से चलाने में सक्षम बनाएगा.

इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने प्रयागराज में EDFC के अत्याधुनिक परिचालन नियंत्रण केंद्र का भी उद्घाटन किया. यह EDFC के मार्ग पर नियंत्रण केन्द्र के रूप में कार्य करेगा.

दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर तैयार करने की योजना

सरकार माल ढुलाई के लिए विशेष रेल-मार्ग का निर्माण कर रहा है. इसके तहत दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (गलियारे) तैयार किया जा रहा है. पूर्वी डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर (EDFC) और पश्चिमी डेडिकेटड फ्रेट कॉरिडोर (WDFC). दोनों गलियारे का निर्माण डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (DFCCIL) द्वारा किया जा रहा है.

पूर्वी डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर (EDFC) पंजाब के औद्योगिकल लुधियाना को पश्चिम बंगाल के दानपुनी से जोड़ रहा है. 1856 किलोमीटर के इस कॉरिडोर रूट में कोयला खाने हैं, थर्मल पावर प्‍लांट है, औद्योगिक शहर है, इनके लिए फीडर मार्ग भी बनाये जा रहे हैं.

वहीं पश्चिमी डेडिकेटड फ्रेट कॉरिडोर (WDFC) महाराष्‍ट्र में जेएनटी गोव उत्‍तर प्रदेश के दादरी से जोड़ता है. लगभग 1500 किलोमीटर के इस कॉरिडोर में गुजरात के मुंदरा, कांडला, पीपावा, दहेज और हजीरा के बड़े बंदरगाहों के लिए फीडर मार्ग होंगे.

इन दोनों फ्रेट कॉरिडोर के इर्द-गिर्द, दिल्‍ली, मुंबई इंडस्‍ट्रीयल कॉरिडोर और अमृतसर, कोलकाता इंडस्‍ट्रीयल कॉरिडोर भी विकसित किये जा रहे हैं.